कांगड़ा: जिला प्रशासन की ओर से धर्मशाला के महाविद्यालय के सभागार में दो दिवसीय साहित्य समारोह का विधिवत रूप शुभारंभ हुआ। इसमें देश भर के नामी गिरामी साहित्यकार ने नवोदित लेखकों के साथ सीधा संवाद स्थापित किया। साहित्य समारोह का समापन 26 मार्च को किया जाएगा।
उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल और विधायक विशाल नैहरिया ने दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया जबकि निर्वासित तिब्बत सरकार के प्रवक्ता ने दलाई लामा का संदेश भी उद्घाटन सत्र में प्रस्तुत किया।
दलाई लामा ने धर्मशाला में पहली बार साहित्य उत्सव के आयोजन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि धर्मशाला पिछले 60 वर्षों से उनका घर रहा है। भारत ने साहित्य के सबसे पुराने टुकड़ों में से एक का निर्माण किया है। उन्होंने कहा कि भारत एकमात्र ऐसा देश है जो प्राचीन ज्ञान को आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ सकता है।
इस अवसर पर उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि साहित्य उत्सव युवा पीढ़ी के लिए काफी कारगर साबित होगा। यही कारण है कि इस साहित्य उत्सव में विद्यार्थियों की भागीदारी भी सुनिश्चित की जा रही है। विधायक विशाल नैहरिया ने भी साहित्य उत्सव के धर्मशाला में आयोजन के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की।