बीरबल शर्मा, मंडी।
बीते वर्ष 27 दिसंबर 2021 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मंडी रैली के लिए प्रशासन ने खलियार के पास ब्यास नदी के किनारे जिस स्थान को अस्थाई पार्किंग के लिए विकसित किया था, वो स्थान अब अवैध डंपिंग का एरिया बनकर रह गया है। यहां पर अब दिन रात मलबे से भरी गाड़िया लाकर बिना किसी रोक-टोक के नदी किनारे फैंका जा रहा है। आलम यह है कि शहर के नजदीक होने के बावजूद अवैध डंपिंग करने वालों को किसी का डर नहीं है। हालांकि, शुरू-शुरू में केवल रात के अंधेरे में यहां अवैध डंपिंग की जा रही थी, मगर अब तो दिन के उजाले में नदी के किनारे मलबा फैंक कर एनजीटी के आदेशों की अवहेलना हो रही है।
ऐतिहासिक विक्टोरिया पुल के साथ बने नए पुल के पास से ब्यास नदी के लिए सडक़ बनाई गई है। हालांकि, यह सडक़ यहां पर बड़ी रैलियों के दौरान गाडिय़ां खड़ी करने के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब इसका गलत इस्तेमाल हो रहा है। नदी के पास दिन-रात आने वाली इन गाडिय़ों के शोरगुल से स्थानीय निवासियों का जीना दुश्वार होता जा रहा है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन ने नदी किनारे हो रही अवैध डंपिंग पर तुरंत प्रभाव से रोक लगाकर कठोर कार्रवाई करने की मांग उठाई है।
इधर, एसडीएम सदर रितिका जिंदल का कहना है कि मीडिया के माध्यम से ही यह मामला उनके ध्यान में आया है। मौके पर जाकर सारी स्थिति का जायजा लिया जाएगा और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।