केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने मंडी शहर के मूल निवासी डॉक्टर पुनीत गुप्ता द्वारा लिखित व्यावहारिक आध्यात्मिक जीव विज्ञान का विमोचन किया। यह पुस्तक आध्यात्मिक जीव विज्ञान का उपयोग करके 4 डी डॉक्टर, ड्रग, डिवाइस और दिव्यता को चिकित्सा देखभाल और उपचार क्षेत्र में साझा करती है। डॉ गुप्ता का आध्यात्मिक जीव विज्ञान मॉडल दुनिया भर में पहली बार ऐसा आध्यात्मिक वैज्ञानिक मंच का निर्माण करता है जो मानव कल्याण, मानसिक खुशी, मानवता, धार्मिक सहिष्णुता और विश्व शांति को आधुनिक मानव जीव व अध्यात्मिक विज्ञान द्वारा स्थापित करता है।
डॉक्टर पुनीत गुप्ता द्वारा इस पुस्तक में भ्रूण के अंदर कैसे विभिन्न आध्यात्मिक अंग पैदा होते हैं और यह अंग आपसी तालमेल कैसे बनाते हैं दर्शाया गया है। वहीं व्यवहारिक अध्यात्मिक जीव विज्ञान दुनिया भर की वह पहली पुस्तक है जिसमें मनुष्य के शरीर की रचना को अध्यात्म की खोज का एक उत्तम नमूना दर्शाया गया है। इसमें कर्म इंद्रियों व ज्ञान इंद्रियों को चार विभिन्न अंगों में विभाजित किया गया है। यह 4 इंद्रियों के अंश मिलकर मन की रचना करते हैं और अंत:करण चतुर्थ का एक हिस्सा बनते हैं ।
यह पुस्तक हिंदू धर्म से जुड़े ब्राह्मणवाद और जातियों के नकारात्मक पहलुओं को स्पष्ट करती है। ऋग्वेद और गीता में मानव अध्यात्मिक विज्ञान से इन दोनों को एक मनुष्य के आध्यात्मिक अंगो के रूप में संबोधित किया जाता है, न कि सामाजिक विभाजन के रूप में दिया गया है। हिमाचल प्रदेश के पहले कैंसर सुपर स्पेशलिस्ट कैंसर विशेषज्ञ डॉ पुनीत गुप्ता मंडी शहर के महाजन बाजार के निवासी हैं तथा इस समय राजधानी दिल्ली के प्रतिष्ठित मेट्रो अस्पताल के कैंसर विभाग के निदेशक हैं।
डॉ. पुनीत गुप्ता ने इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज शिमला से एमबीबीएस की परीक्षा पास करने के बाद एमडी, डीएनबी,डीएम, एमबीए की शिक्षा ग्रहण की तथा भारत एवं अमेरिका, इंग्लैंड, सहित दुनिया के चोटी के कैंसर संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने के बाद अनेक अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं द्वारा कैंसर पर आयोजित सेमिनार में व्याख्यान के लिए आमंत्रित किए जाते हैं।