जर्नलिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट पंजाब और हरियाणा के बाद अब हिमाचल प्रदेश में भी उन पत्रकारों और उनके परिवारों की वित्तीय मदद करेगा जिन पत्रकारों की किसी न किसी कारणवस मृत्यु हुई है या किसी पत्रकार के परिवार का कोई भी सदस्य किसी गंभीर रोग से ग्रसित है। इससे पहले जर्नलिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट और यूनाइटिड प्रेस क्लब, उत्तर भारत के करीब 200 पत्रकारों और उनके परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान कर चुके हैं। जर्नलिस्ट वेलफेयर ट्रस्ट का गठन 2015 में किया गया था जो अपने गठन से लेकर अब तक पत्रकारों की सामाजिक सुरक्षा और उनके उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रहा है।
शिमला में ट्रस्ट के अध्यक्ष अर्शदीप सिंह समर और महासचिव रितेश मोहिंद्रा ने संयुक्त मीडिया से बातचीत में कहा कि अब जर्नलिस्ट वेलफ़ेयर ट्रस्ट हिमाचल प्रदेश में पत्रकारों की मदद के लिए आगे आया है। ट्रस्ट ऐसे पत्रकारों की पहचान करके उनके और उनके परिवारों की मदद की करेगी । अर्शदीप समर ने कहा कि ट्रस्ट पंजाब हरियाणा में ऐसे कई परिवारों की मदद कर रहा है जिन पत्रकारों का पत्रकारिता के दौरान िनिधन हो गया था ओर उनके परिवार को आर्थिक मदद की जा रही है।
उन्होंने कहा कि पत्रकारिता के दौरान पत्रकारों को बड़े अधिकारी और राजनेता पूछते हैं लेकिन उनके निधन के बाद कोई खबर तक लेने नहीं आता है। ऐसे में उन परिवारों की मदद करने के लिए ये ट्रस्ट बनाया गया है और 2015 से ये पंजाब हरियाणा में कार्य कर रहा है और अब हिमाचल में भी ऐसे परिवारों को चिन्हित किया जाएगा और उनकी मदद करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ट्रस्ट किसी भी पत्रकार से इसके लिए कोई राशि नहीं लेता है।
यही नहीं ट्रस्ट पत्रकार या पूर्व पत्रकार जो कैंसर से पीड़ित हैं उसका भी मुफ्त में इलाज किया जाएगा। इसके लिए एक एनजीओ इसमें सहयोग कर रही है और उसका पूरा इलाज करवाया जाएगा। इसके साथ ही जल्द ट्रस्ट द्वारा पत्रकारों के बच्चों के लिए उद्योगों में नौकरियां दिलाने के लिए वेबसाइट लांच करने जा रहा है। जहां पत्रकारों के बच्चे जो योग्य हैंउन्हें उद्योगों में नौकरी दिलाने का माध्यम बनेगा ।