हर साल मोबाइल फोन के बैटरी में होने वाले धमाके की कई घटनाएं सामने आती हैं। बैटरी के फटने से कई लोगों के साथ गंभीर हादसे होते है। कुछ दिन पहले ही राजस्थान में एक युवक की मौत स्मार्टफोन की बैटरी में हुए धमाके की वजह से हुई थी। ज्यादातर स्मार्टफोन की बैटरी फटने जैसी दुर्घटनाएं हमारी गलतियों की वजह से होती हैं। आज हम आपको मोबाइल फोन की बैटरी फटने जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कुछ सलाह दे रहे हैं।
बता दें कि मोबाइल चार्ज करते समय मोबाइल के आसपास रेडिएशन हाई रहता है। जिस वजह से बैटरी गरम हो जाती है। इसलिए यह चार्जिंग के वक्त बात करने पर ब्लास्ट हो सकती है। कई बार यूजर्स की गलतियों की वजह से भी बैटरी ओवरहीट होकर फट जाती है। जिससे बैटरी के सेल डेड होते रहते हैं जिससे फोन के अंदर के केमिकल में चेंजेस होते हैं और बैटरी फट जाती है।
अगर आपके पास फोन की बैटरी रिमूव करने का विकल्प है तो बैटरी को एक टेबल पर रखें। इसके बाद इसे घुमाकर देखें, बैटरी फूली हुई है तो तेज घूमेगी। अगर बैटरी तेज घूमती है तो इसका इस्तेमाल करना बंद कर दें। जिन स्मार्टफोन में इनबिल्ट बैटरी होती है, उन्हें हीट से ही पहचाना जा सकता है। अगर आपका फोन गरम हो रहा है तो चेक करवाएं। 20 प्रतिशत बैटरी रहते हुए ही फोन को चार्ज पर लगा दें। बैटरी पूरी खत्म न होने दें। पूरी बैटरी खत्म होने के बाद चार्ज पर लगाने में ज्यादा पावर सप्लाई की जरूरत होती है। इसकी वजह से भी बैटरी ब्लास्ट हो सकती है।
फोन की स्क्रीन का ब्लर होना या स्क्रीन में पूरी तरह डार्कनेस आ जाना, फोन का बार बार हैंग होना, बात करते वक्त फोन सामान्य रूप से ज्यादा गर्म हो जाना ये सभी कारण बैटरी ब्लास्ट के हो सकते हैं।
फोन को कभी भी डुप्लीकेट चार्जर से चार्ज न करें। जिस ब्रांड का स्मार्टफोन या मोबाइल फोन इस्तेमाल कर रहे हैं उसी ब्रांड का चार्जर इस्तेमाल करें। फोन की बैटरी खराब होने पर उसे तुरंत बदल दें। हमेशा ऑरिजिनल बैटरी का ही इस्तेमाल करें। फोन को कभी भी 100 प्रतिशत चार्ज न करें। फोन को 80 से 90 प्रतिशत ही चार्ज करें। ज्यादा चार्ज करने पर फोन ओवरचार्ज हो सकता है और ब्लास्ट होने का खतरा हो सकता है। फोन को कभी भी चार्ज में लगाकर न छोड़ें। ऐसा करने से बैटरी की परफॉर्मेंस पर भी असर पड़ता है। फोन को कभी भी गर्म जगह पर न रखें और न ही चार्ज करें।