केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं की परीक्षाएं वीरवार से शुरू होने जा रही है। पिछले साल पेपर लीक होने के बाद हुए बवाल का सामना करने के बाद बोर्ड और केंद्र सरकार ने पेपर लीक जैसी घटनाओं से बचने के लिए कई घोषणाएं की थी। इनमें इलेक्ट्रॉनिकली कोडेड पेपर के माध्यम से परीक्षा करवाने की घोषणा भी शामिल थी, जोकि परीक्षा देने वालों के साथ वादा बन कर रह गई। दरअसल इस बार भी पुराने पैटर्न से ही परीक्षा का आयोजन किया जाएगा।
पिछले साल केंद्र सरकार ने इलेक्ट्रॉनिकली कोडेड पेपर पैटर्न के माध्यम से परीक्षा करवाने की घोषणा की थी। इस पैटर्न को लेकर कहा जा रहा था कि सभी स्कूलों को सीधे इलेक्ट्रॉनिकली कोडेड पेपर भेजे जाएंगे। परीक्षा के आधे घंटे पहले ही सेंटर्स को इलेक्ट्रॉनिक पेपर भेजा जाएगा। हर पेपर के लिए पासवर्ड भी होगा, जो कि हर सेंटर को दिया जाएगा। उसके बाद सेंटर पर ही प्रिंट आउट निकालकर छात्रों को एग्जाम पेपर बांटा जाएगा। लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा और परीक्षा पुराने तरीके से ही होगी।
सीबीएसई बोर्ड अधिकारियों के अनुसार इस बार परीक्षा का आयोजन पुराने पैटर्न से होगा। वहीं केंद्रीय विद्यालय के अध्यापकों का कहना है कि इलेक्ट्रॉनिकली कोडेड पेपर को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है और पेपर पहले से ही प्रिंट किए हुए मिलेंगे।
हलांकि बोर्ड की परीक्षा शुरू होने से ठीक आधे घंटे पहले स्कूल प्रिंसिपल, बोर्ड के हेड एग्जामिनर और परीक्षा में निगरानी के लिए शामिल होने वाले शिक्षकों की मौजूदगी में प्रश्न पत्र को खोला जाता है। नियमों के अनुसार इसकी वीडियोग्राफी भी होती है और उसे सीबीएसई को भेजना होता है। हर मौके पर इस बात का खास ख़्याल रखा जाता है कि प्रश्न पत्र की सील खुली न हो।
गौरतलब है कि पिछले साल सीबीएसई को पेपर लीक की वजह से 12वीं क्लास के इकोनॉमिक्स और 10वीं क्लास के मैथ्स का पेपर दोबारा कराने का फैसला लेना पड़ा था।