आपात स्थिति में बुलाई गई 108 एंबुलेंस में ऑक्सीजन न मिलने से आठ माह की गर्भवती महिला ने दम तोड़ दिया। मृतक महिला सीता देवी (32) के पति ने आरोप लगाया है 26 जनवरी को 108 कुफरी से उसकी पत्नी को लेकर निकली थी, लेकिन अस्पताल जाते समय जाम में फंस गई। एंबुलेंस में ऑक्सीजन की कमी भी थी, दर्द से कराह रही गर्भवती महिला को तीन घंटे बाद अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
महिला के पति का आरोप एंबुलेंस में नहीं थी ऑक्सीजन
महिला के पति जगदीश चंद का आरोप है कि एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं थी। सांस की दिक्कत होने पर जब एंबुलेंस संचालकों को बताया तो वो दूसरे साथियों से ऑक्सीजन लाने के बारे में कहते रहे, लेकिन कोई मदद नहीं मिली। उन्होंने आरोप लगाया है कि लापरवाही के चलते उनकी पत्नी और गर्भ में पल रहे आठ माह के बच्चे की मौत हो गई है।
एंबुलेंस संचालकों ने नकारे आरोप
108 एंबुलेंस के शिमला डिवीजन के प्रोग्राम मैनेजर आकाशदीप का कहना है कि गर्भवती महिला की मौत होने की जानकारी मिली है। केस का पूरा ब्यौरा मांगा गया है। दोपहर 3.26 पर एंबुलेंस के लिए कॉल आई थी। महिला को ऑक्सीजन लगाई गई थी। मरीज को शाम 6.38 बजे आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया।
जाम में भी फंसी रही एंबुलेंस
मृतक महिला के पति का कहना है कि उनकी पत्नी को दोपहर डेढ़ बजे के करीब प्रसव पीड़ा शुरू हुई। इसके बाद 108 एंबुलेंस सेवा को सूचित कर दिया गया था। एंबुलेंस में ऑक्सीजन नहीं थी। अस्पताल ले जाने के दौरान एंबुलेंस जाम में भी फंसी रही। बता दें कि 108 एंबुलेंस में ऑक्सीजन न होने का पहला मामला नहीं है। इससे पहले भी इस तरह के कई केस आ चुके हैं।