जिला कांगड़ा के बीड़ पैराग्लाइडिंग साइट पर एक और रौंगटे खड़े करने वाले हादसे में 2 लोगों की मौत हो गई, जबकि एक घायल अवस्था में टांडा मेडिकल कालेज में उपचाराधीन है। जानकारी के अनुसार पैराग्लाइडिंग पर हादसा शाम करीब 4:45 बजे हुआ।
गाजियाबाद दिल्ली निवासी आकाश ने जैसे ही पैराग्लाइडिंग का शौक पूरा करने के लिए बीड़ टेक ऑफ साइट से उड़ान भरी, ग्लाइडर को धक्का देने वाले राकेश का हाथ ग्लाइडर की रस्सियों में फंस गया और पायलट व पैसेंजर सहित तीनों हवा में उड़ गए।
ग्लाइडर पर भार ज्यादा होने के कारण पायलट का कंट्रोल ग्लाइडर पर नहीं रहा और इमरजेंसी लैंडिंग नहीं कर पाने की स्थिति में तीनों ग्लाइडर समेत करीब 20-25 फिट की ऊंचाई से जमीन पर धड़ाम से गिर गए। इस हादसे में आकाश और राकेश की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि पायलट विकास गम्भीर रूप से घायल हो गया जिसे उपचार के लिए टांडा ले जाया गया है।
बैजनाथ थाने में दर्ज हुई FIR
बैजनाथ थाना में मामला दर्ज कर आगामी छानबीन शुरू कर दी है। लेकिन कुछ महीने के भीतर ही हुए इस बड़े हादसे ने व्यवस्था और सुरक्षा नियमों की भी पोल खोल दी है।
कुछ इस तरह हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार पैराग्लाइडिंग में टेक ऑफ के समय पायलट और पर्यटक को धक्का देने के लिए दो हेल्पर थे। ग्लाइडर को पकड़कर उड़ाना होता है। इसी बीच धक्का देते समय एक हेल्पर का हाथ रस्सी में फंस गया था जिस कारण यह हादसा हुआ। हादसे में मृतक आकाश गाजियाबाद दिल्ली का का निवासी है जबकि राकेश अप्पर बीड़ का निवासी था। वहीं पायलट विकास भी अपर बीड़ का ही निवासी है।
साढ़े चार बजे तक नो फ्लाई जोन था बीड़
जानकारी के अनुसार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर महिला दिवस कार्यक्रम के लिए मंडी जिला के जोगिन्दरनगर गए थे। शाम को उन्हें वापस शिमला आना था जिसके चलते बीड़ और आसपास के क्षेत्रों को शाम 4:30 बजे तक नो फ्लाई जोन घोषित किया गया था। शाम 4:30 बजे के बाद ही पैराग्लाइडिंग शुरू हुई थी। सैलानी अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इसी बीच करीब 4:45 बजे ये हादसा पेश हो गया।