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किनौर: उत्तराखंड से छितकुल आ रहे ट्रैकर की बीच रास्ते में मौत, 22 ट्रैकरों का दल फंसा

पी. चंद |

उत्तरकाशी से किन्नौर के छितकुल 90 किलोमीटर की पैदल ट्रेक पर दो विदेशियों सहित 23 सदस्य दल अभी तक सांगला नहीं पहुंची है। इस दल के एक सदस्य की मौत भी हो चुकी है। दो दिन पूर्व एक ट्रैकर की मौत उत्तराखंड क्षेत्र के बरासु पास में हुई थी। जैसे ही इसकी सूचना ट्रेकरज के साथ चल रहे दो पोर्टरज ने  किन्नौर ज़िला के सम्बंधित क्षेत्र में तैनात आईटीबीपी को यहां पहुंच कर दी ।

उसके बाद ITBP की 50 वी बटालियन के 20 से अधिक जवान रेस्क्यू के लिए रवाना हुए थे । उसके बाद सांगला थाना प्रभारी समेत एक दल मौके के लिए रवाना हुआ। लेकिन, अधिक बारिश और ठंड के कारण रेस्क्यू में परेशानियां आ रही थी। छितकुल से करीब 40 किलोमीटर दूर बरासु पास उत्तराखंड क्षेत्र में एक ट्रेकर की मौत हो गई थी। जिसकी पहचान महाराष्ट्र निवासी हर्षद आमटे के रूप में हुई थी।

ट्रेकिंग दल जिसमें 9 महाराष्ट्र के, एक फरीदाबाद, दो विदेशी मेक्सिको, एक गाइड, एक ट्रेक लीडर, एक कूक और 8 पोर्टर शामिल है। करीब 90 किलोमीटर के पैदल ट्रैक पर निकले दल को खराब मौसम के कारण बरासु पास के आसपास रास्ता भटक गए। ठंडे मौसम के कारण ट्रैक्टरों की हालत बिगड़ गई थी।