हिमाचल प्रदेश के ऊना ज़िले के बंगाणा उपमंडल के तहत आने वाले रायपुर मैदान में मोटर वोट में सवार एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों को झील में फैंक देने का मामला सामने आया है। इस पिता की पहचान लुधियाना के सिदवां बीत जगराओं निवासी 40 वर्षीय चमकौर सिंह पुत्र परगट सिंह के रुप में हुई है।
उसी मोटर वोट में सवार एक स्थानीय युवक सुनील कुमार ने अपनी जान की परवाह ना करते हुए झील में कूदकर दोनों बच्चियों को सुरक्षित बचा लिया। जब इस घटना की लोगों को जानकारी मिली तो वहां हड़कंप मच गया। लोगों ने बच्चियों के पिता की पिटाई करनी चाही लेकिन बच्चियों ने उनकी जान लेने की कोशिश करने वाले लोगों से अपने पिता को माफ करने की अपील की।
पंजाब के जगराओं के समीपवर्ती गांव का एक परिवार शनिवार को ही बाबा बालक नाथ मंदिर दियोटसिद्ध में माथा टेकने पहुंचा था। शनिवार को ही ये परिवार लाठियानी कस्बे से झील के रास्ते वापिस लौट रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक मोटर वोट जब झील के करीब बीच में थी तो इस व्यक्ति ने अचानक पहले अपनी 12 साल की बेटी हरमन को झील में धक्का दे दिया और साथ ही 8 साल की दूसरी बेटी को भी झील में धकेल दिया। यह व्यक्ति अपने तीसरे बच्चे जयदीप जो कि बेटा है उसे भी झील में फैंकने वाला था, लेकिन उसके साथ नाव में सवार साथियों ने उसको पकड़ लिया। बताया जा रहा है कि आरोपी मानसिक बीमारी से ग्रसित है और कभी-कभी वह इससे परेशान भी हो जाता है।
आरोपी की लुधियाणा और जगराओं में दूध की दो डेयरी हैं। वह लुधियाणा से अपनी पत्नी सर्वजीत कौर समेत तीनों बच्चों के अलावा भाई-भाभी और उनके दो बच्चों को साथ लेकर आया हुआ था। प्रत्यक्ष के तौर उस घटना के समय वहां ग्राम पंचायत प्रधान मोहन सिंह, उप प्रधान सुखदेव सिंह परमार आदि मौजुद थे। उन्होंने बताया कि इस घटना की सूचना जैसे ही लोगों को लगी वे झील के किनारे पहुंच गए।
गांव वालों ने आरोपी को पकड़कर उसकी धुनाई करनी चाही, लेकिन जिन बच्चियों को उसने झील में फेंक दिया था वे अपने पिता को न पीटने की लोगों से गुहार कर रही थीं। इतना ही नहीं ये बच्चियां इस घटना के बाद इतनी सहमी हुई थीं कि वो अब लुधियाणा जाने को भी तैयार नहीं हो रही थीं।
आरोपी चमकौर सिंह की पत्नी समेत उसके भाई ने बताया कि वह कई दफा मानसिक तौर पर परेशान हो जाता है। झील के बीच अचानक उसे क्या हुआ उन्हें भी पता नहीं चल सका। इन बच्चियों को बचाने वाले जांबाज युवक सुनील कुमार ने बताया कि मोटर वोट में लाइफ जैकेट पड़ी हुई थी और जैसे ही इस व्यक्ति ने अपनी बच्चियों को पानी में फेंका उसने लाइफ जैकेट के सहारे उन्हें बचा लिया। इससे पहले भी इस युवक समेत गांव के सुखदेव सिंह परमार झील में डूबे लोगों को निकाल चुके हैं।
उधर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला दर्ज़ कर छानबीन शुरु कर दी है। थाना प्रभारी बंगाणा कमल नयन ने बताया कि मामला काफी गंभीर है। आरोपी के बारे में अधिक जानकारी जुटाने के लिए उसके कुछ अन्य परिजनों से पुछताछ करने के लिए लुधियाणा से बुलाया गया है।