शिमला के रोहडू में कशैनी गांव में बुधवार सुबह आगजनी का बड़ा मामला सामने आया है। आज तड़के 3 बजे एक मकान में अचानक लग गई। जिसकी आग की चपेट में आकर 50 घर जल गए। इस हादसे में करोंड़ों का नुकसान हो गया। गनीमत यह रही कि कोई जानी नुकसान नहीं हुआ है। इस पूरे गांव में 200 घर थे। आग से अफरा तफरी फैल गई और सूचना मिलते ही रोहडू पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंचा, लेकिन आग पर काबू पा लेने से पहले 50 घर जल गए।
सूत्रों के मुताबिक फायरब्रिगेड टीम आग लगने के दो घंटे बाद पहुंची, जिससे आग पर काबू करने में ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। आज सुबह साढ़े सात बजे आग पर काबू पाया गया।
एसडीएम रोहडू ने पीड़ितों को हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। प्रभावितों को फोरी राहत के तौर पर 10 हज़ार रुपए और राशन मुहैया करवाया जा रहा है। इसके अलावा उनके ठहरने की व्यवस्था की जा रही है। इस आगजनी में आधा गांव राख के ढेर में तब्दील हो चुका है।
आग की जद में आये सारे मकान लकड़ी के बने हुए थे, इस वजह से आग इतनी तेजी से फैली की गांव वाले अपने आशियानों को जलने से नहीं रोक पाए। इस आगजनी में हरपाल, हेमराज, सिष, प्रदीप, सुरेश, राजेन्द्र, पपू, अभूतराम, हरिंदर, ओम, प्रेमलाल, राजेन्द्र, काबिल, प्रेम प्रकाश, जियालाल, गीताराम, राजू, हरिराम, तपेन्द्र, धर्मेंद्र, बलबीर, विरधारी, मोतीलाल, बांकु, किशोर, दीपक, तिलक, रमेश, धर्मचंद और दौलतराम और अन्यों के मकान जलकर राख हो गए हैं।