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कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर लैंडस्लाइड, 3 घंटे जंगल में खड़ी रही ट्रेन

विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जाबली और सनवारा रेलवे स्ट्रेशन के बीच बड़ी मात्रा में भूस्खलन हो गया.

डेस्क |

विश्व धरोहर कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जाबली और सनवारा रेलवे स्ट्रेशन के बीच बड़ी मात्रा में भूस्खलन हो गया. ट्रैक पर बड़े-बड़े पत्थरों के साथ पेड़ और मलबा गिरने से एक ट्रेन तीन घंटे जंगल में फंसी रही.

भूस्खलन होने से जंगल के बीच अंधेरे में यात्री ट्रैक सुचारु होने का इंतजार करते रहे. ट्रैक पर हुए भूस्खलन के चलते रेलवे को जेसीबी की सहायता लेनी पड़ी. ट्रैक करीब तीन घंटे के बाद रात करीब 10:03 बजे बहाल हो पाया. गनीमत यह रही कि ट्रेन चालक ने गिरे मलबे को देखकर समय रहते ब्रेक लगा दी. भूस्खलन की सूचना ट्रेन चालक ने कोटी और सनवारा रेलवे स्टेशन को दी. वहीं ट्रैक के खुलने तक यात्री भूखे-प्यासे बीच जंगल में इधर-उधर भटकते रहे. इसके अलावा शिमला से कालका जाने वाली अन्य तीन ट्रेनें भी निर्धारित समय से लेट हुईं.

जानकारी के अनुसार 04544 डाउन ट्रेन शिमला से कालका की ओर जा रही थी. ट्रेन शिमला से दोपहर करीब 2:15 बजे रवाना हुई. इसके बाद ट्रेन शाम 6:50 कालका-शिमला रेल लाइन पर पड़ने वाले रेलवे स्टेशन सनवारा पहुंची. यहां से शाम 6:53 बजे ट्रेन कालका के रवाना हुई. लेकिन शाम 7:00 बजे जाबली रेलवे स्टेशन से ठीक पहले ट्रैक पर हुए भूस्खलन के चलते ट्रेन मौके पर ही रोक दी. भूस्खलन की सूचना रेलवे स्टेशन जाबली को दी गई. इसके बाद टीम मौके पर पहुंची और मलबा हटाने लगी. करीब एक घंटा की मशक्कत के बाद ट्रैक से पत्थरों को हटाया तो गया लेकिन अधिक पत्थर होने के बाद टीम ने मौके पर जेसीबी बुलाई.

उधर, रेलवे अधिकारी ने बताया कि मलबा गिरने की सूचना जैसे ही चालक की ओर से रेलवे स्टेशन को दी वैसे ही टीम मौके पर चली गई थी. करीब शाम 7:00 बजे भूस्खलन की सूचना मिली जिसके बाद ट्रेन को मौके पर रुकवाया गया. इसके बाद कि ट्रेनें भी निर्धारित समय से कुछ लेट हुई हैं. रात 10:03 बजे ट्रैक बहाल हुआ.

आपको बता दें कि शिमला  से कालका जाने वाली हिम दर्शन ट्रेन 52460 दो घंटे लेट हुई. इस ट्रेन को सनवारा रेलवे स्टेशन पर रुकवाया गया था. जबकि सुपर फास्ट 52452 करीब एक घंटा और 52454 ट्रेन निर्धारित समय से करीब आधा घंटा लेट हुई है. इन ट्रेनों को धर्मपुर और कुमारहट्टी रेलवे स्टेशन पर रुकवाया गया था.