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कर्फ्यू के बीच नगरोटा बगवां में बाइक सवार ने पुलिसकर्मी को ज़ड़ा थप्पड़

डेस्क |

कोरोना के बीच कांगड़ा के नगरोटा बगवां में दबंगई का मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति जोगिंदर कपूर ने पहले तो कर्फ्यू का उल्लंघन किया और बहसबाज़ी के बीच पुलिस को थप्पड़ जड़ दिया। मौके पर बाकी पुलिसकर्मियों ने उन्हें छुड़वाया जिसके बाद पुलिस कर्मी ने जांच होने की बात कही। बताया जा रहा है कि व्यक्ति बीजेपी से संबंध रख़ता है।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कर्फ्यू में ढील के बाद 2 लोग बाइक पर सवार होकर बिना पास के सामान लेने जा रहे थे। ऐसे में पुलिस कर्मियों ने उन्हें मलां चौक पर रोका और चालान काटा। चालान काटते व़क़्त दोनों के बीच हाथपाई हुई। इस पर पुलिस कर्मी ने मामला दर्ज करवाने की बात कही थी। पीड़ित पुलिसकर्मी इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है और जांच की बात कह रहा है।

वहीं, उक्त व्यक्ति की बात करें तो उनका दावा है कि पहले पुलिस कर्मी ने उनसे बदतमीज़ी की और उन्हें थप्पड़ जड़े। यहीं नहीं पुलिस कर्मी ने उनकी बाइक तक लात मारकर गिरा दिया जिससे वे नीचे गिर पड़े। ऐसे में उन्होंने उठते ही पुलिसकर्मी को एक थप्पड़ उनके गाल पर जड़ दिया। उक्त व्यक्ति कहता है कि हमारी जो ग़लती थी हमनें उसके मुताबिक चालान भी कटवाया और पुलिस के साथ कॉपरेट भी किया। लेकिन जब चालान की रसीद मांगी तो पुलिस कर्मी ने थप्पड़ जड़ दिए और उनकी बाइक को लात मारी।

इस पर उन्होंने पुलिस कर्मी को थप्पड़ सबूत समेत रसीद कर दिया है। व्यक्ति का दावा है कि अग़र जांच होगी तो पुलिस कर्मी को ये हक़ किसने दिया है कि वे पब्लिक पर हाथ उठाए। वे एक्स सूबेदार रिटायर हैं और मौजूदा वक़्त में वे बीजेपी के साथ जुड़ा है। वहीं, एक अन्य पुलिस कर्मी की बात करें तो उन्होंने सिर्फ व्यक्ति पर थप्पड़ जड़ने के आरोप लगाए हैं। पुलिस कर्मी ने उन्हें थप्पड़ ज़ड़ा है या नहीं… इसपर अभी जांच चल रही है। अभी तक एसएचओ नगरोटा इस पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं है।

ग़ौरतलब है कि कोरोना के चलते प्रदेश में कर्फ्यू लगा है और इसी बीच जरूरी सामान के लिए सिर्फ 3 घंटे की ढील है। ऐसे में लोग सामान लेने के लिए बाहर निकल रहे हैं। लेकिन इसके ढील की टाइमिंग के बाद भी लोग घरों में नहीं रहे हैं। वहीं, पुलिस प्रशासन ने भी साफ तौर पर कहा कि जो लोग उल्लंघन करेंगे उनपर मामला दर्ज होगा या उन्हें क्वारंटाइन में रखा जाएगा। लेकिन ये मारपीट की वज़ह क्या ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। ये जरूर है कि कर्फ्यू में ढील के बावजूद बिना पास के निकलना वाजिब नहीं।