लखनऊ के विपुलखंड स्थित सीएसआई टावर में रहने वाली एक महिला आईएएस अधिकारी ने अपने पति पर कई सालों से प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उन्होंने तहरीर में आरोप लगाया है कि वर्ष 1990 में शादी के बाद से ही पति उन्हें धमकाते रहे। दूसरी शादी करने की धमकी भी दी। साथ ही उनके वेतन से सिर्फ छह हजार रुपये देते थे।
इसके अलावा उनके कई दस्तावेज और खातों में फर्जी तरीके से अपना नाम भी जुड़वा लिया ताकि वह उसमें से रुपये निकाल सके। कोरोना से संक्रमित होने पर पति ने उन्हें गलत दवाएं देने का प्रयास किया। पीड़ित महिला अधिकारी के पति रेलवे में बड़े पद पर थे और अब रिटायर हो गये हैं। गोमतीनगर पुलिस ने 31 जनवरी की रात इस मामले में एफआईआर दर्ज की है। एसीपी गोमतीनगर का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। पीड़ित का आरोप है कि पति ने वर्ष 2015 में बैंक खातों में गलत तरीके से अपना नाम भी जुड़वा लिया था।
महिला आईएएस अधिकारी के मुताबिक उनकी शादी 5 मई, 1990 को हुई थी। शादी के बाद से ही पति ने उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि पति उन्हें धमकाते रहते थे। पिछले 32 सालों से वह उनका उत्पीड़न कर रहे हैं। यही नहीं उन्हें मिलने वाले वेतन पर भी पति ने अपना नियंत्रण बनाए रखा था। अधिक रुपये मांगने पर उनकी पिटाई की जाती थी।
महिला आईएएस के मुताबिक उनकी पासबुक, चेकबुक और डेबिट कार्ड उनके पति ही अपने पास रखते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि पति ने उनके नाम से फर्जी ई-मेल आईडी बना कर उन्हें उनके वेतन खाते से जोड़ दिया था। यही नहीं कोराना संक्रमण के दौरान बीमारी के बारे में पति ने जानकारी छिपाई ताकि उनका सही से इलाज न हो सके।