कुल्लू के मणिकर्ण फ्लोअर मिल नाम की एक मिल से सरकारी डिपो में घटिया किस्म का आटा सप्लाई किया गया है। जिसे डिपो होल्डर ने उस आटे को उपभोक्ताओं को भी थमा दिया। जिसकी उपभोक्ताओं ने जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक से शिकायत की थी। लिहाजा, खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक विभाग की ओर से कार्रवाई करते हुए मौहल स्थित राशन के डिपो में सैंपल भरे और तुरंत कार्रवाई करते हुए डिपो होल्डर का लाईसेंस रद्द कर दिया है।
जनता को राशन समय पर मिलता रहे इसके लिए इस लाईसेंस को मौहल की एक दी जीटेवल ग्रोबर सोसायटी को सौंपा गया है। जब तक इस मामले जांच पूरी गहनता से नहीं होती तब तक उक्त सोसायटी इस डिपो का संचालन करेगी। जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक अधिकारी पुरूषोत्म सिंह का कहना है कि मौहल में एक प्रवीण सूद नाम के डिपो होल्डर ने मिल से आया घटिया आटा उपभोक्ताओं को आवंटित कर दिया। जबकि कायदे से उसे घटिया आटे की सप्लाई के बारे में विभाग को सूचित करना चाहिए था जिस कारण उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई गई है और उसका लाईसेंस रद्द कर दिया गया है।
जबकि दूसरी तरफ विभाग ने अब जिस फ्लोअर मिल से इस आटे की सप्लाई डिपुओं में हुई है उसके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है। अब विभाग मणिकर्ण फ्लोअर मिल के साथ साथ अन्य चार फ्लोअर मिल के भी सैंपल भरेंगे जिनसे सरकारी डिपुओं में आटा सप्लाई किया जाता है। लिहाजा, इसके बाद फ्लोअर मिल संचालकों में भी एकाएक हड़कंप मच गया है।
जिला खाद्य एवं आपूर्ति नियंत्रक पुरूषोत्म सिंह का कहना है कि जिला कुल्लू में आनी को छोड़कर कुल्लू, बंजार, मनाली आदि क्षेत्रों के लिए कुल्लू के पांच मिलों से आटे की सप्लाई होती है। लिहाजा, इस प्रकरण के बाद पांचों मिलों के सैंपल भरने के लिए इंस्पैक्टर को आदेश कर दिए गए हैं और एक दो दिनों के भीतर तमाम मिलों के सैंपल भरे जाऐंगे। विभाग अब इस बात की जांच करने में भी जुट गया है कि मिलों से इस तरह का घटिया आटा और कितने डिपुओं में सप्लाई हुआ है।
पुरूषोत्म सिंह ने कहा कि जिन जिन डिपुओं में भी इस तरह का घटिया आटा पहुंचा है वे विभाग को इसकी सूचना दे। इस तरह के घटिया आटे को उपभोक्ताओं को आबंटित न करें।