निठारी कांड को अंजाम देने दरिदों को 11 साल बाद CBI स्पेशल कोर्ट ने आज 24 जुलाई को फांसी की सजा सुना दी है। मामले में आरोपी पाए गए मोनिंदर सिंह पंढेर और सुरेंद्र कोली ने पिंकी को किडनैप, रेप और मर्डर करने में अंजाम दिया था, जिसके चलते आज यानी सोमवार को उन्हें फांसी की सजा सुनाई गई है।
गौरतलब है कि इससे पहले भी कोली को पांच बार फांसी की सजा सुनाई गई थी लेकिन किन्हीं कारणों के चलते उत्तरप्रदेश कोर्ट में उन्हें उम्रकैद की सजा सुना दी गई थी। इस मामले में 22 जुलाई को जांच के बाद जमानत पर चल रहे कोली को फिर गिरफ्तार कर लिया गया है।
क्या है पूरा मामला
घटना 5 अक्टूबर 2006 की है। विक्टिम पिंकी सरकार नोएडा के निठारी में मोनिंदर सिंह पंढेर के घर के सामने से गुजर रही थी, तभी कोली ने उसे अगवा कर लिया। उसके साथ रेप किया गया फिर कोली ने उसकी हत्या कर दी। सिर काटकर पंढेर के घर के पीछे फेंक दिया। सीबीआई ने विक्टिम की खोपड़ी बरामद कर ली थी। पुलिस ने 29 दिसंबर, 2006 को नोएडा के निठारी स्थित पंढेर के घर के पीछे नाले से 19 कंकाल बरामद किए थे। इनमें ज्यादातर बच्चों के थे। जांच में पता चला कि पंढेर और कोली बच्चों को और युवतियों को अगवा करके उनसे रेप करते, फिर उन्हें मार देते थे।