हिमाचल प्रदेश में नशे का कारोबार थमने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन प्रदेश के अलग अलग हिस्सों में तस्कर पकड़े जा रहे हैं। आए दिन युवा इस लत का शिकार हो रहे हैं और अपने समाज व जिंदगी की दौड़ में हार रहे हैं। सरकारें और पुलिस विभाग बेशक़ कड़ाई से इसके खिलाफ है और इससे निपट भी रहा है। लेकिन अगर वाकेई में कड़ाई होती तो प्रदेश में आए दिन चरस के साथ लोग न पकड़े जाते…
इसी कड़ी में शिमला पुलिस ने पेट्रोलिंग के दौरान SJVNL ऑफिस के पास 2 नेपालियों से 1 किलो 310 ग्राम चरस बरामद की है। इनमें एक नेपाली लड़की है जो दूसरे पुरुष का साथ दे रही थी। पुलिस ने दोनों के खिलाफ NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज कार्रवाई शुरू कर दी है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रदेश में अक्सर नेपालियों से चिट्टा या चरस पकड़ी जाती है लेकिन इस बात पर शायद कोई ग़ौर नहीं करता कि इनसे आखिर कौन ये काम करवाता है। पुलिस अक्सर कार्रवाई की जा रही है कि बात तो कहती है लेकिन ये कार्रवाई शायद इन नेपालियों को अरेस्ट करने के बाद ख़त्म हो जाती है। अगर नहीं तो आज प्रदेश में असली नशे के तस्कर सलाखों के पीछे होते।