कुल्लू जिले में सोलर लाइट खरीद में घोटाले का पर्दाफ़ाश हुआ है। नग्गर विकास खंड की कटराई पंचायत में सोलर लाइट खरीद में घोटाला हुआ है। इस मामले में पंचायत सचिव को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि पंचायत प्रधान भी कार्रवाई के घेरे में है।
पंचायत सचिव और प्रधान ने मिलीभगत करके सारे नियमों को दरकिनार कर दिया और 20 लाख रुपये की 94 सोलर लाइटें खरीद लीं। बीडीओ नग्गर की जांच में कई अनियमितताएं पाई गईं। सबसे बड़ी बात कि जांच में हिम ऊर्जा की एनओसी ही फर्जी पाई गई।
दरअसल, इस फर्जीवाड़े की शुरुआत वर्ष 2016-17 के कार्यकाल से होती है। ग्राम प्रधान और सचिव ने पंचायत निधि से 2016-17 कार्यकाल में 19 सोलर लाइटें 2.81 लाख रुपये में खरीदीं। जबकि, इस निधि से राशि खर्च करने की उनके पास शक्तियां नहीं थीं। 2017-18 में 14वें वित्त आयोग के बजट से 17.18 लाख रुपये की 75 सोलर लाइटें खरीदीं। जबकि, नियम के मुताबिक 10 लाख रुपये से अधिक राशि के काम का टेंडर निकलना चाहिए। लेकिन, यहां सारी प्रक्रियाओं को दरकिनार कर दिया गया।
मामले में डीसी युनूस ने बीडीयो की रिपोर्ट को आधार मानते हुए पंचायत सचिव को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया और प्रधान के खिलाफ भी कार्रवाई के निर्देश दे दिए। मामले में पुलिस को भी शिकायत सौंपी जा चुकी है।
नग्गर के बीडीओ प्रताप चौहान का कहना है कि सोलर लाइटें हिम-ऊर्जा से लेने के बजाए हिम-पावर इंडिया से ली और हिम-ऊर्जा की जाली एनओसी भी बना डाली।