108 एंबुलेंस सेवा रोगियों से भी ज्यादा बीमार नजर आ रही है। अर्की में मरीज को अस्पताल लेकर निकली 108 एंबुलेंस का टायर अचानक फट गया। गनीमत यह रही कि चालक ने एंबुलेंस पर तुरंत नियत्रंण पा लिया और एक बड़ा हादसा टल गया।
दो दिन पहले ही प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ने एम्बुलेंस का औचक निरीक्षण किया था। एंबुलेंस में ऑक्सीजन के सिलेंडर ना मिलने पर उन्होंने चेतावनी दी थी कि 108 आपातकाल सेवा की गाड़ियों को दुरुस्त रखा जाए। स्वास्थ्य मंत्री की इस बात का असर आपातकाल सेवा चला रही संस्था पर नहीं पड़ा जिसका नतीजा सबके सामने आया है।
मरीज के साथ आए तीमारदारों ने कहा कि जब केंद्र सरकार राष्ट्रीय स्वास्थ्य योजना के तहत करोड़ों रुपये खर्च कर रही है तो इन एंबुलेंस को नए टायर क्यों नहीं दिए जा रहे हैं, क्यों खराब एंबुलेंस को ठीक नहीं करवाया जा रहा।
लोगों ने मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री से सवाल किया कि जब सरकार कम्पनी को पूरा पैसा दे रही है तो कम्पनी क्यों आम जनता और मरीजों की जान के साथ खिलवाड़ कर रही है। सरकार एंबुलेंस सेवा को टेकओवर कर स्वयं संचालित करे ताकि मरीजों को इसकी पूरी सुविधा मिल सके।