स्वाइन फ्लू का कहर दिन-प्रतिदिन बढ़ता ही जा रहा है। इस बीमारी की चपेट में आने से जिला ऊना में अब तीसरी मौत हुई है। मृतक की पहचान डॉ. शशि निवासी गुगलैहड़, जिला ऊना के रूप में हुई है। वह चंडीगढ़ स्थित एक स्कूल में प्रोफेसर के रूप में सेवाएं दे रहा था। शशि चंडीगढ़ में ही रहता था। बता दें कि जिला ऊना के गुगलैहड़ से डॉ. शशि कुमार चंडीगढ़ स्थित एक स्कूल में पिछले लंबे समय से प्रोफेसर के पद पर तैनात थे। क्रिसमिस की छुट्टियों पर डॉ. शशि कुमार गुगलैहड़ घर आए हुए थे। वह 5 जनवरी को दोबारा चंडीगढ़ चले गए।
जहां पहुंचने पर शशि कुमार को बुखार और खांसी की शिकायत हुई। तबीयत बिगडऩे पर प्राईवेट क्लीनिक ले गए, जहां से डॉक्टरों ने शशि को पीजीआई चंडीगढ़ में रैफर कर दिया। जहां पर टेस्ट के दौरान स्वाइन फ्लू के लक्षण पाए गए। उपचार के बाद भी तबीयत में कोई सुधार नहीं आया। 19 जनवरी को पीजीआई में उपचार के दौरान शशि की मौत हो गई। अगले दिन गुगलैहड़ गांव में अंतिम संस्कार किया। पीजीआई चंडीगढ़ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्वाइन फ्लू के लक्षण मिलने पर चंडीगढ़ में साथ रह रहे शशि के मित्र धर्मपाल, पत्नी व बच्चें का भी स्वास्थ्य जांचा। मगर उनमे स्वाइन फ्लू के लक्षण नहीं पाए गए।
अब तक जिला ऊना में स्वाइन फ्लू से तीन मौतें हो चुकी है। इससे पहले दो मामलों में संतोषगढ़ व दुलैहड़ के व्यक्ति सहित 14 माह बच्ची की स्वाइन फ्लू से मौत को चुकी है। उधर, क्षेत्रीय अस्पताल ऊना के कार्यकारी सीएमओ डॉ. निखिल सहोड़ का कहना है कि मामले को लेकर अभी ज्यादा जानकारी नहीं मिल है, लेकिन सूचना जरूर है। उन्होंने कहा कि विभाग मामले में सतर्कता बरत रहा है। पूरी जानकारी मिलने के बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम घर पर जाकर परिजनों के स्वास्थ्य को भी जांचेगी।