बिलासपूर और सोलन के बाद अब कांगड़ा में भी डेंगू तेजी से फैलता जा रहा है। बता दें कि अप्रैल से लेकर अक्तूबर के शूरूआती महीने तक कांगड़ा में लगभग डेंगू के 100 मामले सामने आए हैं। जिला स्वास्थ्य अधिकारी आरएस राणा ने पत्रकार वार्ता के दौरान डेंगू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के मामले सामने आने पर परेशान न हों।
अगर किसी व्यक्ति में इस तरह के मामले सामने आते हैं तो तुरंत किसी सरकारी अस्पताल में जाकर अपना ईलाज करवाएं। उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि कांगड़ा में अप्रैल माह से लेकर अब तक 100 लोगों में डेंगू के मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने भी डेंगू को लेकर प्रचार-प्रसार अभियाल तेज कर दिया है।
नगरोटा व थुरल ब्लॉक में ज्यादा मामले आए सामने
जिला स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कांगड़ा के नगरोटा व थुरल ब्लॉक में डेंगू के सबसे अधिक मामले सामने आए हैं। और जिला कांगड़ा का इंदौरा ब्लॉक एकमात्र ऐसा ब्लॉक है जहां पर अभी तक डेंगू का कोई भी मामले सामने नहीं आया है।
उन्होंने बताया कि जिला भर में डेंगू के प्रचार के लिए बड़े-बड़े होर्डिग्स लगाए गए हैं और स्वास्थय विभाग की टीमें गठित कर पंचायत स्तर पर डेंगू से बचने के उपायों के बारे में लोगों को जागरूक किया जा रहा है। जिन ब्लाकों में डेंगू के मामलें अधिक सामने आए हैं, वहां पर स्वास्थ्य विभाग ने फॉग की मशीनों से कैमिक्ल युक्त धुआं करवाया है ताकि डेंगू के मच्छरों को पनपने न दिया जाए।
उन्होंने लोगों को जानकारी देते हुए बताया कि डेंगू फैलाने वाला मच्छर दो प्रकार का होता है। यह मच्छर पानी और उसके आसपास की जगहों ज्यादा पनपता है। इसलिए पानी को ज्यादा दिन एक जगह पर इक्टठा न होंने दें।
यह बिमारी 6-7 दिनों के भीतर अपना लक्षण दिखाना शुरु कर देती है। अगर किसी व्यक्ति में इस बिमारी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में जाकर अपना ईलाज करवाएं। उन्होंने लोगों से आह्वान किया है कि इश बीमारी के दौरान परेशान न हो और इसका पूरा ईलाज करवाएं ।