हाइकोर्ट की रोक के बाबजूद भी 108 आपातकाल कर्मियों ने हड़ताल का रास्ता नही छोड़ा है। वीरवार को भी कर्मियों ने सचिवालय के बाहर धरना जारी रखा। 108 आपातकाल के प्रधान पूर्ण चंद ने कहा कि कोर्ट ने उनकी बात सुने बिना एक तरफ फैसला सुना दिया है। कोर्ट उनकी भी बात सुने उसके बाद कोई फैसला करे। उन्होंने चेतावनी दी कि उनकी बात सुन बगैर कोर्ट कोई फैसला थोपता है तो वह सामूहिक इस्तीफा दे देंगे।
गौरतलव है कि 108 कर्मचारीयों कि मांगे पूरी न होने पर 108 और 102 एंबुलेंस कर्मी फिर से हड़ताल पर चले गए थे। जिसके चलते प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो गई हैं। यूनियन के पदाधिकारियों की एनएचएम निदेशक के साथ हुई बैठक में मांगों पर फैसला न होने पर इन कर्मचारियों ने हड़ताल पर जाने का फैसला लिया है। वर्करों ने अस्पताल के आगे एंबुलेंस को खड़ी कर चाबी प्रशासन को सौंप दी है।
एम्बुलेंस कर्मियों ने गाड़ियां खड़ी कर शिमला में सचिवालय के बाहर प्रदर्शन किया और जब तक मांगे पूरी नहीं होती है तब तक काम पर वापिस न आने की चेतवानी भी दी है। हड़ताल एक चलते लोगों को भी काफी परेशान का सामना करना पड़ रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने वैकल्पिक व्यवस्था कर कुछ एम्बुलेंस को चलाया है लेकिन, अधिकतर एम्बुलेंस सड़क किनारे ही खड़ी है।