Follow Us:

शिमलाः खलीनी में मनाई गई बोस की 125वीं जयंती, 50 महिलाओं को मंत्री द्वारा बांटे गए कंबल

पी. चंद, शिमला |

नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के बलिदान एवं जीवन से प्रेरणा लें युवा पीढ़ी। यह बात आज शहरी विकास, आवास, नगर नियोजन, विधि, संसदीय एवं सहकारिता मंत्री सुरेश भारद्वाज द्वारा खलीनी में नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती के पराक्रम दिवस के उपरांत कही। उन्होंने कहा कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस का जन्म बंगाल में हुआ और आजादी की लड़ाई में लड़ने के लिए आईसीएस की उपाधि का भी त्याग कर देश की आजादी में हिन्दुस्तान और बाहर के देशों में जैसे जापान, जर्मन, ब्राजील जाकर सभी को संगठित किया और उन्होंने फौज का गठन कर युवाओं को प्रोत्साहित कर द्वितीय विश्व युद्ध में आजाद हिन्द फौज का गठन कर आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने सरदार बल्लभ भाई पटेल एवं बाबा साहब अम्बेडकर जो एक गरीब एवं दलित परिवार से संबंध रखते थे लेकिन देश के संविधान को बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा। उसी तरह सुभाष चन्द्र बोस के बलिदान को भी हम आज पराक्रम दिवस के रूप में मना रहे हैं, जिससे की आने वाली पीढ़ी को इनके देश के प्रति दिया गया बलिदान याद रहे। उन्होंने कोरोना महामारी जो कि वैश्विक महामारी के रूप में आई थी उस महामारी को रोकने के लिए भारत बाईटैक द्वारा बनाई गई कोरोना वैक्सीन से देश का नाम विश्व मानचित्र में पहुंचा है। आज विश्व के कई राष्ट्रों को इस वैक्सीन को भारत द्वारा निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उल्लेखनीय उपलब्धि से भारत विकसित देशों की सूची में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा चुका है।

इस दौरान स्वयं सहायता समूह संस्था हिल इंडिया जो पिछले 12 सालों से पूरे भारत वर्ष में कार्य कर रही है। इस संस्था का मुख्य उद्देश्य कारीगर को कार्य के प्रति प्रोत्साहित करना और उनके द्वारा बनाए गए कथकरघा के सामान की प्रदर्शनी करवाना और उसका उत्पादन कर लोगों को आत्मनिर्भर बनाना इस संस्था का मुख्य उद्देश्य रहा है। लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करना, मजदूर महिलाओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाना और साफ-सफाई की आवश्यकता के लिए समय-समय पर जानकारी उपलब्ध करवाना इस संस्था का मुख्य उद्देश्य रहा है। इस अवसर पर हिल इंडिया संस्था की निदेशक एवं भाजपा जिला सचिव विभूति डढवाल द्वारा 50 महिलाओं को मंत्री द्वारा कम्बल भी वितरित करवाए गए।