कांगड़ा जिला में पिछले लगातार 24 घंटे से हो रही भारी बारिश के चलते 137 लाख के प्रारंभिक नुक्सान का आकलन है।
यह जानकारी देते हुए उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने बताया कि बीस कच्चे मकान पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं जबकि पांच पक्के मकान तथा 75 कच्चे मकान आंशिक तौर पर क्षतिग्रस्त हुए हैं इसके साथ ही 75 कॉउ शेड भी क्षतिग्रस्त हुए हैं।
कांगड़ा उपमंडल में आईपीएच विभाग के जूनियर इंजीनियर का पेयजल योजना की मरम्मत के दौरान पानी में बह जाने की सूचना भी प्राप्त हुई है, एसडीआरएफ की टीम सर्च अभियान में जुटी है।
उपायुक्त ने कहा कि प्रभावितों को फौरी राहत उपलब्ध करवाने के निर्देश राजस्व अधिकारियों को दिए गए हैं इसके साथ ही प्रभावित परिवारों के पुनर्वास के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं।
क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं मांगी रिपोर्ट
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने कहा कि लोक निर्माण विभाग तथा जल शक्ति विभाग से भारी बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल, सिंचाई योजना की रिपोर्ट मांगी गई है ताकि क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं की मरम्मत के लिए आवश्यक कदम उठाए जा सकें, रिपोर्ट भेजने के लिए तीन दिन का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त सड़कों तथा पेयजल योजनाओं को दुरूस्त करने के लिए सरकार की ओर से आवश्यक बजट का प्रावधान किया जाएगा ताकि आम जनमानस को किसी भी तरह की दिक्कत नहीं हो।
फौरी राहत तुरंत करवाएं उपलब्ध:
उपायुक्त ने कहा कि प्रभावितों को तुरंत प्रभाव से फौरी राहत उपलब्ध करवाने के दिशा निर्देश दिए गए हैं. ताकि किसी को भी असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। उन्होंने कहा कि कांगड़ा जिला में लगातार जारी बारिश को लेकर प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है इस बाबत उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने उपमंडलाधिकारियों, तहसीलदारों तथा नायब तहसीलदारों को फील्ड में डटे रहने के निर्देश दिए हैं
कंट्रोल रूम में दें तत्काल सूचना
उपायुक्त डा निपुण जिंदल ने जिला वासियों से आग्रह किया कि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति में तत्काल जिला आपदा प्रबंधन केंद्र के टोल फ्री 1077 नम्बर पर संपर्क करें। जिला मुख्यालय समेत सभी उपमंडलों में आपदा प्रबन्धन केन्द्र चौबीसों घंटे चालू हैं।