राज्य सरकार ने लाहौल-स्पीति जिला में भारत नेट परियोजना के तहत सेटेलाईट आधारित वीसैट लिंक के माध्यम से हाई स्पीड इंटरनेट कनैक्टिविटी उपलब्ध करवाना आरम्भ कर दी है। जिला लाहौल-स्पीति की ग्राम पंचायत कोलोंग पहली पंचायत है जिसे आज इंटरनेट सुविधा से जोड़ा गया इससे वहां के स्थानीय लोग पूरे वर्ष इंटरनेट की सुविधा से जुड़े रहेंगे क्योंकि इसके लिए ऑपिटकल फाइबर की आवश्यकता नहीं रहेंगी। सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि इस सुविधा से जिला लाहौल-स्पीति के व्यापक क्षेत्र को जोड़ा गया जहां अब तक मोबाईल तथा इंटरनेट की सुविधा नहीं थी।
प्रवक्ता ने कहा कि लाहौल-स्पिति, किन्नौर, पांगी तथा भरमौर की सभी पंचायतों को वहां की कठिन भौगोलिक और मौसम की विपरीत परिस्थितियों को देखते हुए वीसैट से जोड़ा जाएगा। प्रवक्ता ने कहा कि इन क्षेत्रों की कुल 153 ग्राम पंचायतों को इस सुविधा से जोड़ा जाएगा और इसी वर्ष सर्दियों से पूर्व लगभग आधी से ज्यादा पंचायतों को यह सुविधा मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि इन दुर्गम क्षेत्रों के लगभग एक लाख से ज्यादा लोग इस सुविधा से लाभान्वित होंगे। यह सुविधा ग्राम पंचायतों में उपलब्ध होगी जहां से सरकारी कार्यालय भी इसे प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने कहा कि व्यावसायिक आधार पर निजी कनेक्शन भी लिए जा सकते हैं। भारत सरकार द्वारा वित्त पोषित इस कार्यक्रम का समन्वय हिमाचल प्रदेश सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग कर रहा है और विभाग राज्य में इस परियोजना के सुचारू कार्यान्वयन के लिए भारत ब्राॅडबैंड नेटवर्क लिमिटेड, टेलीकम्युनिकेशन्स कंसल्टेंट्स इंडिया लिमिटेड और जिला प्रशासन के साथ निरंतर समन्वय बनाए हुए है।