2025 Horoscope: ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज शर्मा के अनुसार नये साल में शनि, गुरु, राहु-केतु समेत सभी ग्रहों का राशि परिवर्तन होने जा रहा है। जिसका प्रभाव हर राशि के लोगों पर पड़ेगा। यह राशिफल चंद्र राशिफल पर आधारित है। चंद्र राशि का अर्थ है आपकी पत्रिका या लग्न कुंडली में चंद्रमा जहां विराजित है वही राशि आपकी चंद्र राशि है…….
मेष राशि वालों के लिए नया साल कैसा रहेगा ?
नौकरी और व्यवसाय राशिफल 2025: व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अच्छा रहेगा। कार्य व्यवसाय में अच्छा लाभ होगा। व्यापार में बड़े भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। जो लोग नौकरीपेशा वाले हैं वह कार्य कुशलता और अपनी कार्य दक्षता के बल पर सफलता प्राप्त करेंगे किंतु कार्यक्षेत्र में गुप्त शत्रुओं द्वारा रुकावट डाली जा सकती है इसलिए बिना किसी पर विश्वास किया आप अपनी बौद्धिक शक्ति के अनुसार कार्य करते रहे। वर्ष के प्रारंभ में देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से द्वितीय भाव में होगा कार्य व्यवसाय और नौकरी के दृष्टिकोण से यह गोचर कुछ लाभदायक सिद्ध हो सकता है किंतु मई के बाद देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव पर होने से आपके पराक्रम में वृद्धि होगी। देवगुरु बृहस्पति का सातवीं दृष्टि से आपके भाग्य भाव को देखने से आपके भाग्य में भी वृद्धि होगी इसलिए व्यापार में सफलता और नौकरी में प्रमोशन मिलेगा।
आर्थिक राशिफल 2025
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ बढ़िया रहेगा। द्वितीय स्थान पर गुरु ग्रह के गोचरीय प्रभाव से आपके धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। जिससे आप इच्छित बचत करके आर्थिक स्थिति को और मजबूत बना सकते हैं। मई के पश्चात जब देवगुरु बृहस्पति का गोचर राशि से तीसरे भाव पर होगा उसे समय पर आर्थिक मामलों में भाग्य का सपोर्ट मिलेगा। राहु और केतु का गोचर भी आपके लिए वर्ष के मध्य से लाभदायक हो जाएगा। जब राहु का गोचर कुंभ राशि पर होगा तो आकस्मिक धन लाभ की कई संभावनाएं इस वर्ष आपके लिए बनेंगी।
पारिवारिक राशिफल 2025
घर परिवार और रिश्ते के दृष्टिकोण से वर्ष का प्रारंभ अच्छा रहेगा। वर्ष के आरंभ में द्वितीय भाव में गुरु के प्रभाव से परिवार में सदस्य संख्या में वृद्धि होगी यह वृद्धि विवाह या जन्म के माध्यम से हो सकती है। आपके परिवार में एक दूसरे के प्रति समर्पण की भावना से सुख शांति व भाइयों का पूर्ण सहयोग प्राप्त होगा। संतान के लिए वर्ष का प्रारंभ अनुकूल है द्वितीय भाव के गुरु के प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी यदि आप संतान की इच्छा रखते हैं तो गर्भाधान का सुंदर समय चल रहा है। यदि आपका बच्चा विवाह के योग्य है तो विवाह हो जाएगा। वर्ष के मध्य के पश्चात जब राशि से पंचम भाव में केतु का गोचर होगा तो यदि आपकी संतान विदेश में शिक्षा के लिए इच्छुक है तो उसको क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
स्वास्थ्य राशिफल 2025
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अच्छा रहेगा। शारीरिक ऊर्जा व कार्य क्षमता में वृद्धि होगी। समय का सदुपयोग कर अपनी जीवन शैली को बेहतर बनाने की कोशिश करें। किसी आर्थिक मुद्दे को लेकर या किसी विरोधी के कारण तनाव न पालें। आपकी राशि से 12वीं भाव में राहु का गोचर कुछ अनावश्यक के स्वास्थ्य समस्याएं आपको पिछले कुछ समय से दे रहे हैं वर्ष के मध्य के बाद राहु का गोचर बदलते ही स्वास्थ्य संबंधी इन परेशानियों से आपको छुटकारा मिलेगा।
प्रेम राशिफल 2025
वर्ष का प्रारंभ प्रेम संबंधों के मामले में अच्छा रहेगा। द्वितीय गुरु कुछ नए लोगों के साथ आपके संपर्क बनाएगा किंतु वर्ष के मध्य में राहु और केतु का गोचर जो आपके पंचम भाव को प्रभावित करेगा तो प्रेम संबंधों में परेशानियां भी देगा। आपस में विश्वास बनाए रखें किसी छोटी बात को तूल न दें तो इस वर्ष प्रेम संबंध अच्छे बने रहेंगे।
यात्रा राशिफल 2025
यात्रा की दृष्टि से या वर्ष अनुकूल रहेगा। द्वादश स्थान के राहु विदेश यात्रा का प्रबल योग बना रहे हैं। मई के बाद तृतीय स्थान पर गुरु के गोचर प्रभाव से आपकी छोटी-मोटी यात्राओं के साथ लंबी यात्राएं भी रहेंगी।शनि का गोचर जब मीन राशि पर आएगा तो विदेश यात्रा के प्रबल योग बनेंगे यह यात्रा व्यावसायिक और नौकरी के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण साबित होंगी।
शनि साढ़ेसाती का प्रभाव
29 मार्च 2025 के पश्चात जब शनि देव का गोचर मीन राशि पर होगा तो आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रारंभ हो जाएगा। यह संकेत है इस बात का कि अगले लगभग साढ़े सात वर्ष आपको शनि की साढ़ेसाती से गुजरना होगा। शनि का यह गोचर आपके लिए मानसिक रूप से कुछ तनाव पैदा करेगा शनि की साढ़ेसाती का सबसे बेहतर उपाय यह है कि आप अपने जीवन को व्यवस्थित रखें और कर्मों को व्यवस्थित करें जिससे यह समय आपके लिए अवसर वाला सिद्ध हो।
उपाय- वर्ष की शुरुआत श्रीहनुमान चालीसा के पाठ से करें और इस वर्ष नित्य प्रति श्री हनुमान चालीसा का पाठ करते रहें। बुधवार को गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं एवं ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का पाठ करें।
वृषभ राशि वालों के लिए नया साल कैसा रहेगा ?
नौकरी-व्यवसाय राशिफल 2025: कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष की शुरुआत बहुत अच्छी रहेगी। वर्ष के आरंभ में सप्तम भाव पर गुरु एवं शनि ग्रह की संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आप व्यवसाय व कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। जिससे आपकी आय में वृद्धि होगी। नौकरी पैसा लोगों के लिए भी यह दृष्टि वर्ष के प्रारंभ में लाभदायक सिद्ध होगी। इस वर्ष आमदनी के नए स्रोत मिलने की उम्मीद है और नया व्यापार शुरू करने के लिए भी अच्छा समय रहेगा। वर्ष के मध्य में जब शनि का गोचर आपकी राशि से 11वें भाव में होगा तब नौकरी में प्रमोशन मिलने की संभावना बनेगी और व्यापार में कुछ नया और जोड़ने की संभावनाएं बनेंगे। एकादश भाव के शनि लाभ भाव में आपकी आमदनी में निश्चित रूप से वृद्धि करेंगे किंतु कार्यक्षेत्र में और नौकरी में कठिन परिश्रम की आवश्यकता भी इस वर्ष रहेगी। जो लोग काफी लंबे समय से नौकरी में परिवर्तन की इच्छा रखते थे वर्ष के मध्य के बाद राहु का गोचर उनको उनके प्रयास में सफलता दिलाएगा।
आर्थिक राशिफल 2025
आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष अत्यधिक अनुकूल रहेगा। वर्ष के आरंभ में व्यापारिक अनुकूलता के कारण धनागम में वृद्धि होगी। एकादश स्थान के राहु वर्ष के मध्य तक अचानक धन लाभ करते रहेंगे वर्ष के मध्य के पश्चात एकादश भाव के शनि आपको आर्थिक लाभ देते रहेंगे। आपको बड़े भाइयों से लाभ प्राप्त होता रहेगा और रुके हुए पैसे जो काफी लंबे समय से जिनके लिए आप प्रयासरत थे वह आपको इस वर्ष मिलेंगे। वर्ष के मध्य के बाद गुरु के गोचरीय प्रभाव के कारण आप बचत करने में भी सफल रहेंगे।
घर-परिवार राशिफल 2025
वर्ष के आरंभ में सप्तम भाव पर गुरु एवं शनि ग्रह के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से पत्नी के साथ आपके संबंध मधुर रहेंगे। आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपस में भावनात्मक लगाव बढ़ेगा जो लोग विवाह के दहलीज पर हैं उनके लिए वर्ष के मध्य तक रिश्ते आने और विवाह होने की संभावनाएं बनेगी ।संतान की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा पंचम स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी। शिक्षा के प्रति उनकी रुचि बढ़ेगी। नव विवाहित व्यक्तियों के लिए संतान प्राप्ति का उपयुक्त समय रहेगा। देवगुरु बृहस्पति का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपके द्वितीय भाव में होगा इसलिए परिवार में मांगलिक कार्य होंगे जो लोग संतान के विवाह के लिए प्रयासरत थे उनकी इच्छा वर्ष के मध्य के पश्चात इस वर्ष पूरी होगी।
स्वास्थ्य राशिफल 2025
राशि में स्थित गुरु के प्रभाव से इस वर्ष आपका स्वास्थ्य अनुकूल बना रहेगा। आपके मन में हमेशा अच्छे विचार आएंगे जिससे आप मानसिक रूप से संतुष्ट रहेंगे। प्रत्येक कार्य को आप सकारात्मक रूप से करेंगे किंतु अच्छे स्वास्थ्य के लिए आप खान-पान पर विशेष ध्यान दें एवं अपनी दिनचर्या को अनुशासित रखें। राशि पर गुरु के प्रभाव से खानपान में अगर नियंत्रण न रखा जाए तो मोटापे की समस्या से आपको पीड़ित होना पड़ेगा। मार्च के पश्चात शनि की दृष्टि आपके राशि पर होगी इसलिए कार्यों में आलस्य से आपको बचना चाहिए और दिनचर्या व्यवस्थित रखनी चाहिए।
प्रेम संबंध राशिफल 2025
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष की शुरुआत में देवगुरु बृहस्पति जहां आपके संबंधों को सुधारने में सहायक होंगे वहीं वर्ष के मध्य तक राहु और केतु प्रेम संबंधों में अनावश्यक रूप से तनाव भी पैदा करेंगे। अप्रैल से शनि की दृष्टि आपके पंचम भाव पर होगी इसलिए प्रेम संबंधों में ईमानदारी बनाए रखें तभी या वर्ष प्रेम संबंधों के मामले में आपके लिए अच्छा रहेगा।
यात्रा राशिफल 2025
यात्रा की दृष्टि से या वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में नवम स्थान पर गुरु की दृष्टि के कारण आपकी लंबी धार्मिक यात्राएं होंगी। द्वादश स्थान पर शनि ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आपके विदेश यात्रा के प्रबल योग बनेंगे। राहु और केतु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात कुछ व्यावसायिक यात्राओं का संकेत भी दे रहा है।
उपाय 2025
वर्ष की शुरुआत प्राणायाम एवं ध्यान से करें एवं नित्य प्राणायाम करने का नियम बनाएं। अपने घर में स्फटिक श्रीयंत्र स्थापित करें और नित्य उसके सामने श्री लक्ष्मी सूक्त का पाठ करें और घी का दीपक जलाएं।
मिथुन राशि वालों के लिए नया साल कैसा रहेगा ?
नौकरी-व्यवसाय राशिफल 2025
व्यवसाय की दृष्टि से देखें तो वर्ष का प्रारंभ मिला-जुला रहेगा। वर्ष के आरंभ में द्वादश स्थान पर गुरु ग्रह के गोचरीय प्रभाव से कार्य व्यवसाय में कुछ विशेष लाभ प्राप्त नहीं होगा। आपको अपने व्यापार में सफलता प्राप्ति के लिए लगातार प्रयास करना पड़ेगा। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए द्वादश भाव का गुरु स्थानांतरण की संभावनाओं का संकेत वर्ष के प्रारंभ में दे रहा है। वर्ष के मध्य के पश्चात आपकी राशि पर गुरु के प्रभाव से आपके कार्य व्यवसाय में विशेष लाभ अर्जित होगा। राहु और केतु का गोचर वर्ष के मध्य तक आपकी पत्रिका में दशम भाव पर रहेगा इसलिए कार्य व्यवसाय में कुछ परिवर्तन या कुछ नया जोड़ने की संभावनाएं बनी रहेगी। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए भी स्थानांतरण की संभावनाएं या नौकरी में परिवर्तन की संभावनाएं वर्ष के मध्य तक रहेंगे। मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि से दशम भाव पर प्रारंभ हो जाएगा जो कार्य व्यवसाय में पिछले लंबे समय से चली आ रही कुछ परेशानियों को समाप्त होने का संकेत देता है। आपके कार्य व्यवसाय में स्थायित्व आएगा लेकिन दशम भाव के शनि आपसे कड़ी मेहनत भी करवाएंगे।
आर्थिक स्थिति राशिफल 2025
आर्थिक दृष्टि से या वर्ष मिला-जुला रहेगा। वर्ष आरंभ में द्वादश स्थान के गुरु धनागम में रुकावट उत्पन्न करेंगे जिससे आर्थिक उन्नति में कमी हो सकती है। इस समय के अंतराल में निवेश न करें नहीं तो लाभ की उम्मीद बहुत कम होगी। वर्ष के मध्य के पश्चात गुरु का गोचर आपकी राशि पर होगा इसलिए तब आर्थिक स्थिति में विशेष रूप से सुधार देखने को मिलेगा। दशम स्थान के शनि अप्रैल के महीने से आपके लिए आमदनी के नए स्रोत उत्पन्न करेंगे। वर्ष के मध्य तक राहु का गोचर दशम भाव पर होगा पांचवी दृष्टि से राहु आपके द्वितीय भाव को देखेंगे इसलिए धन संचय करने में वर्ष के मध्य तक कठिनाइयों का अनुभव करेंगे। वर्ष मध्य के पश्चात जब राहु का गोचर नवम भाव पर और शनि का गोचर दशम भाव पर होगा धन संचय की स्थितियां बनेगी कुछ अचल संपत्ति प्राप्ति के भी योग इस वर्ष बनेंगे।
घर-परिवार और रिश्ते 2025
पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष सामान्यतः अनुकूल रहेगा। वर्ष के आरंभ में चतुर्थ स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से पारिवारिक अनुकूलता बनी रहेगी। परिवार में एक दूसरे के प्रति परस्पर सहयोग की भावना उत्पन्न होगी। वर्ष मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति की सातवें भाव पर दृष्टि पत्नी के साथ संबंधों में बहुत अनुकूलता प्रदान करेगी जिससे परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति की दृष्टि पंचम और साथ में और नवम भाव पर होगी इसलिए परिवार में कुछ मांगलिक कार्य होने के योग बनेंगे। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा वर्ष आरंभ में द्वादश स्थान का गुरु संतान से संबंधित कुछ चिंताएं दे सकता है। परंतु मई के बाद राशि में स्थित गुरु के प्रभाव से आपके बच्चे निरंतर प्रगति करेंगे। शिक्षा के क्षेत्र में उन्नति प्राप्त करेंगे और उच्च शैक्षणिक संस्थान में उनको प्रवेश प्राप्त होगा।
स्वास्थ्य राशिफल 2025
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्यतः अनुकूल नहीं रहेगा। द्वादश स्थान का गुरु आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बना सकते हैं। मधुमेह रोगियों को अधिक परहेज करने की आवश्यकता रहेगी। गुरु ग्रह के कारण संक्रामक या पेट से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं। मई के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर राशि में होने से आपकी मानसिक स्थिति में बहुत सुधार होगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा। किंतु खान-पान में विशेष रूप से सावधानी आपको इस पूरे वर्ष बनाकर रखनी होगी अन्यथा पेट से संबंधित समस्याओं का सामना आपको करना पड़ सकता है।
प्रेम संबंध राशिफल 2025
प्रेम संबंधों के मामले में यह वर्ष विशेष रूप से अनुकूल नहीं रहेगा। वर्ष के शुरुआत से वर्ष के मध्य तक प्रेम संबंधों में किसी न किसी कारण तनाव बना रहेगा। मई के पश्चात जब देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि पर होगा इसके पश्चात आपके प्रेम संबंधों में सुधार की स्थिति देखी जाएगी। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपके नवम भाव पर होगा। नवम भाव से राहु आपके पंचम भाव को देखेंगे इसलिए वर्ष के मध्य के पश्चात भी आपसी विश्वास को कायम रखना आपके लिए बहुत जरूरी होगा।
यात्रा राशिफल 2025
यात्रा के दृष्टिकोण से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल है द्वादश स्थान के गुरु विदेश यात्रा का शुभ योग बना रहे हैं इस समय अंतराल में विदेश यात्रा होगी। द्वादश स्थान के गुरु किसी धार्मिक स्थान में भी यात्रा के योग भी बना रहे हैं। वर्ष के मध्य के पश्चात शनि का प्रभाव आपके द्वादश भाव पर रहेगा इसलिए कुछ व्यवसायिक यात्राओं के योग इस वर्ष अवश्य बनेंगे।
उपाय 2025
वर्ष की शुरुआत मंदिर या धार्मिक स्थान पर पीले फल और बेसन के लड्डू वितरित करके करें।बुधवार के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और नित्य प्रति भगवान गणपति के मंत्र का जाप करें।
कर्क राशि वालों के लिए नया साल कैसा रहेगा ?
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। वर्ष की शुरुआत में सप्तम स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से आप व्यापार में उन्नति करेंगे। अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य लें। व्यापार में आपको भाइयों का सहयोग प्राप्त होगा। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए एकादश स्थान के गुरु कुछ लाभ और प्रमोशन की संभावनाएं निश्चित रूप से बनाएंगे। शनि का गोचर मार्च तक आपकी राशि से अष्टम भाव पर रहेगा शनि की अष्टम ढैया के प्रभाव से आप मार्च में मुक्त हो जाएंगे इसलिए मार्च तक का जो समय है उसमें विशेष रूप से आपको कार्य क्षेत्र और नौकरी में कुछ सावधानी बरतनी चाहिए। अपने काम में लापरवाही ना करें अन्यथा इसका प्रभाव आपके करियर पर आगे विपरीत स्थितियों के रूप में पड़ेगा। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से द्वादश भाव पर होगा इसलिए कार्य क्षेत्र में कुछ बाहरी संबंध तो बनेंगे किंतु आर्थिक रूप से नुकसान की संभावनाएं भी बन सकती हैं। वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर भी अष्टम भाव पर होगा इसलिए कुछ आकस्मिक लाभ की संभावनाएं बनेगी। नौकरी पैसा व्यक्तियों का स्थानांतरण का योग वर्ष के मध्य के पश्चात बनेगा।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में आपके भाइयों का पूर्ण सहयोग आपको प्राप्त होगा। वर्ष के मध्य तक एकादश स्थान के गुरु आपके लिए लाभ के कुछ नए अवसर बनाते रहेंगे। फरवरी में देवगुरु बृहस्पति का मार्गी होना आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा। वर्ष मध्य के पश्चात आपकी राशि से 12वीं भाव में गुरु ग्रह का गोचर धन के निवेश के मामले में विशेष रूप से सावधानी बरतने का संकेत करता है। अष्टम भाव में राहु का गोचर और नवम भाव में शनि का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आर्थिक रूप से जोखिम उठाने के मामलों में सावधानी बरतने का भी संकेत करता है।
घर-परिवार और रिश्ते
पारिवारिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। व्यवसायिक व्यवस्था के कारण आप अपने परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे परंतु आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपके भाइयों का सहयोग विशेष रूप से प्राप्त होगा। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। पंचम स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपके बच्चों की उन्नति होगी यदि आपके बच्चे विवाह के योग्य हैं तो उनका विवाह वर्ष के मध्य तक निश्चित रूप से हो जाएगा। आपकी संतान अपने बौद्धिक बल से अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे उनकी शिक्षा में भी सुधार होगा। नवविवाहित व्यक्तियों को संतान रत्न की प्राप्ति भी वर्ष के मध्य तक हो सकती है।
स्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। मानसिक रूप से आप संतुष्ट रहेंगे किसी प्रकार की कोई चिंता परेशानी न होने के कारण आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा। आप अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार एवं नियमित व्यायाम करते रहेंगे। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से 12वीं और राहु का गोचर अष्टम भाव में होने से स्वास्थ्य की स्थितियां कुछ प्रतिकूल होती हुई नजर आ रही है आपको अपने खान-पान पर पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता होगी। राहु के गोचर अष्टम भाव में होने की वजह से किसी नई बीमारी के शिकार आप हो सकते हैं इसलिए सावधानी बनाकर रखें और लगातार चिकित्सीय परामर्श के संपर्क में बने रहें।
प्रेम-संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष के मध्य तक की स्थितियां आपके लिए अनुकूल रहेगी। जहां एक ओर देव गुरु बृहस्पति आपके पांचवे भाव को बल प्रदान कर रहे हैं वहीं नवम भाव से राहु अपनी नवम दृष्टि से पांचवें भाव में कुछ विपरीत स्थितियों भी उत्पन्न कर रहे हैं कुल मिलाकर प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष के मध्य तक की स्थितियां कुछ मिला-जुला प्रभाव देने वाली दिखाई देती है। वर्ष के मध्य के पश्चात जब देवगुरु बृहस्पति का गोचर बारहवें भाव पर होगा तो आपके लिए कुछ नए प्रेम संबंधों के प्रस्ताव आ सकते हैं। प्रेम संबंधों के मामले में इस वर्ष आपको मिला-जुला प्रभाव मिलने वाला है और स्थितियों को कुछ अपने नियंत्रण में रखने की आवश्यकता पूरे वर्ष बनी रहेगी।
यात्राएं
यात्रा की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। वर्ष के प्रारंभ में छोटी-मोटी यात्राएं तो होती रहेगी परंतु मई के बाद द्वादश स्थान के गुरु विदेश यात्रा करा सकते हैं। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात अष्टम भाव में होगा यह संकेत मिलता है कि जो लोग बहुत लंबे समय से विदेश में नौकरी के प्रस्ताव की तलाश कर रहे थे उनको अब स्थाई रूप से वहां पर नौकरी की प्राप्ति हो जाएगी साथ ही कुछ व्यवसायिक यात्राएं भी उनको राहु के वजह से मिलेंगे।
शनि की ढैया का प्रभाव
कर्क राशि के व्यक्तियों को शनि की ढैया का प्रभाव 2023 से देखना पड़ रहा है शनि का राशि से अष्टम भाव में गोचर कभी लाभ कभी हानि की स्थितियां बना रहा है। कभी मानसिक तनाव कभी शारीरिक स्वास्थ्य की हानि इस तरीके के संकेत आपको मिल रहे थे विशेष शुभ बात है कि 2025 में मार्च के बाद आपको शनि की ढैया से छुटकारा मिलेगा और आप मानसिक रूप से अपने आप को स्वस्थ और प्रसन्न महसूस करेंगे।
उपाय
वर्ष की शुरूआत भगवान शिव का अभिषेक करके करें। पीली वस्तु में जैसे केला,बेसन की मिठाई मंदिर में दान करें। गुरुवार का व्रत रखें। श्री दुर्गा चालीसा का पाठ पूरे वर्ष आपके लिए लाभदायक रहेगा।
चंद्र राशि के आधार पर जानिए सिंह राशि वालों के लिए नया वर्ष 2025 कैसा रहने वाला होगा?
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से या वर्ष मिला-जुला परिणाम देने वाला रहेगा। वर्ष आरंभ में सप्तम शनि के प्रभाव से आप अपने कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। किसी अनुभवी व्यक्ति से मिलकर व्यापार में उन्नति के लिए नई योजना भी बनाएंगे जिससे व्यवसाय को एक नया मोड़ मिलेगा। दशमस्थ गुरु के प्रभाव से नौकरी करने वाले व्यक्तियों की पदोन्नति होगी तथा इच्छित स्थान पर स्थानांतरण भी हो सकता है। वर्ष के मध्य के पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव पर होगा और देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव पर होगा यह दोनों संभावनाएं लाभ और हानि दोनों का संकेत दे रही हैं शनि का गोचर अष्टम भाव पर यह संकेत करता है कि कोई भी निर्णय आपको बहुत सोच समझ कर लेना चाहिए और देवगुरु बृहस्पति आपकी राशि से 11वें भाव पर यह संकेत करते हैं कि अगर सोच समझकर निर्णय लेंगे तो निश्चित रूप से उसमें लाभ और यश की प्राप्ति भी आपको होगी। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए यह शनि कुछ स्थानांतरण की और देवगुरु बृहस्पति प्रमोशन की संभावनाएं बनाएंगे।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टिकोण से इस वर्ष द्वितीय एवं चतुर्थ स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से भूमि भवन वाहन इत्यादि वस्तुओं की प्राप्ति होगी। धनागम होता रहेगा परंतु अपने भौतिक सुख सुविधाओं पर आप अधिक खर्च करेंगे। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से एकादश भाव पर होगा वहां पर यह संकेत मिलता है की आमदनी के कुछ नए स्रोत वर्ष के मध्य के पश्चात आपको मिलेंगे। शनि का गोचर राशि से अष्टम भाव में होने से कुछ आकस्मिक धन लाभ की संभावनाएं बनेंगी किंतु शनि की ढैया होने के कारण कोई भी निवेश वर्ष के मध्य के पश्चात बहुत सोच समझकर करें अन्यथा लाभ के स्थान पर हानि का सामना आपको करना पड़ेगा।
घर-परिवार और रिश्ते
पारिवारिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। चतुर्थ स्थान पर गुरु और शनि ग्रह के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से परिवार में सुख शांति का वातावरण बना रहेगा। आपके माता-पिता सहित पूरे परिवार का सहयोग प्राप्त होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव पर होगा और केतु का गोचर आपकी राशि पर होगा सातवें भाव पर राहु का गोचर पत्नी के स्वास्थ्य और उनसे संबंधों में कुछ परेशानियों का संकेत देता है। आपको आपसी सद्भाव और विश्वास भी कायम रखना होगा अन्यथा कोई भी छोटी बात बड़ा रूप ले सकती है और आपके और आपके जीवनसाथी के मध्य अशांति का कारण बन सकती है। पत्नी के स्वास्थ्य का भी आपको वर्ष के मध्य के पश्चात विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए। वर्ष के मध्य के बाद देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से 11वीं भाव में होने की वजह से नवम दृष्टि सप्तम भाव पर होने से आपके संबंधों की रक्षा पूरे वर्ष होती रहेगी।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से यह वर्ष नहीं रहेगा मानसिक रूप से आप संतुष्ट नहीं रहेंगे। वर्ष आरंभ में आपकी राशि स्थान पर शनि की दृष्टि प्रभाव से मौसम जनित बीमारियों से परेशानी हो सकती है मानसिक चिंता जैसी छोटी-मोटी परेशानियां होती रहेंगी।मार्च के पश्चात शनि के अष्टम ढैया का प्रभाव भी आपको देखना पड़ेगा इसलिए कुछ मानसिक तनाव की स्थितियां बनेगी। वर्ष के मध्य में राशि से सातवें में भाव में राहु का गोचर और राशि में केतु का गोचर भी आपको कुछ स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां दे सकता है इसलिए पूरे वर्ष अपने खान-पान और अपने दिनचर्या को नियंत्रण रखने की आवश्यकता आपके लिए बनी रहेगी।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष के मध्य के पक्ष का समय अनुकूल रहेगा। देवगुरु बृहस्पति अपनी सातवीं दृष्टि से अपने स्वराशि में स्थित धनु राशि को देखेंगे जिससे आपका प्रेम संबंधों में निश्चित रूप से सुधार आएगा। वर्ष की शुरुआत से लेकर वर्ष के मध्य तक का जो समय है उसमें प्रेम संबंधों को लेकर थोड़ी बहुत परेशानी बनी रहेगी किंतु वर्ष के मध्य के पश्चात आपके लिए प्रेम संबंधों में निश्चित रूप से अनुकूलता बनी रहेगी।
यात्राएं
यात्राओं की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा रहेगा। नवम स्थान पर शनि ग्रह के दृष्टि प्रभाव से लंबी यात्राएं करेंगे। वर्ष आरंभ में आप जन्म स्थल की यात्रा भी करेंगे। मई के बाद आपकी छोटी-मोटी यात्राएं भी होती रहेंगी ।राशि से अष्टम भाव पर शनि के प्रभाव से इस वर्ष कुछ व्यवसायिक यात्राओं की भी संभावनाएं बनेगी लेकिन अष्टम ढैया होने की वजह से इन व्यावसायिक यात्राओं में लाभ की उम्मीद कम ही की जाए तो अच्छा रहेगा।
शनि की ढैया का प्रभाव
इस वर्ष मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव पर होगा यानी आपकी राशि पर शनि का ढैया का प्रभाव का प्रारंभ हो जाएगा। शनि के इस ढैया के प्रभाव से कुछ मानसिक कष्ट और पीड़ाएं आपको आने वाले समय पर मिल सकती हैं। इसलिए अपने कार्यक्षेत्र अपने पारिवारिक जीवन में व्यवस्थित रूप से जीवन जीने की कला को बनाए रखें जिससे आने वाले समय पर शनि की ढैया आपके लिए एक अवसर के रूप में आपको प्राप्त हो।
उपाय
वर्ष की शुरुआत श्री हनुमान जी के दर्शन के साथ करें। वर्ष के किसी शनिवार और मंगलवार को हनुमान जी को चोला चढ़ाएं एवं शनिवार और मंगलवार को श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। शनिवार के दिन शनि मंदिर या पीपल के वृक्ष में सायं काल के समय सरसों के तेल का दीपक पूरे वर्ष जलाते रहें।
चंद्र राशि के आधार पर कन्या राशि वालों के लिए नया वर्ष 2025 कैसा रहने वाला होगा?
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा रहेगा। वर्षारम्भ में आपको कार्य व्यवसाय में सफलता प्राप्त होगी। अपने भाग्य के द्वारा व्यवसाय में उन्नति करेंगे। गुरु एवं शनि ग्रह का अनुकूल स्थान में होना चौमुखी विकास के संकेत हैं। इस वर्ष आय के नये मार्ग प्रशस्त होंगे। वरिष्ठ लोगों का सहयोग प्राप्त होगा। वर्ष के मध्य तक आपकी राशि में केतु और सातवें भाव में राहु की स्थिति रहेगी। इसलिए कोई भी व्यवसाय साझे में ना करें और किसी पर भी आंख मूंद कर विश्वास ना करें। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए मई के पश्चात जब देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी दशम भाव पर होगा तो आपके प्रमोशन की स्थितियां बनेंगी।शनि मार्च के पश्चात आपके सातवें भाव में भाव में उपस्थित होंगे इसलिए कार्य क्षेत्र में वर्ष के मध्य तक जब तक राहु और शनि की युति आपके सातवें में भाव में रहेगी कुछ कठिनाइयां उपस्थित होंगी।इसके पश्चात राहु का गोचर जैसे ही बदलेगा आपकी स्थितियां आपके लिए अनुकूल हो जाएंगी।राहु और केतु वर्ष के मध्य के पश्चात कुछ व्यावसायिक गतिविधियों में बाहरी लोगों के समर्थन का भी संकेत कर रहे हैं।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष उत्तम फलदायक रहेगा। व्यापारिक अनुकूलता होने के कारण इच्छित बचत करने में सफल रहेंगे। वर्ष के आरंभ में आप अपने भौतिक सुख सुविधाओं पर भी खर्च करेंगे। वर्ष के मध्य के पश्चात देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से दशम भाव पर होगा यह स्थिति आपके लिए निश्चित रूप से लाभदायक होगी। देवगुरु बृहस्पति जहां संचित धन में वृद्धि करेंगे वहीं आपके जीवन में भौतिक सुख सुविधाओं के साधनों में भी वृद्धि करेंगे यदि आप वाहन या मकान लेने के इच्छुक हैं तो इस वर्ष आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है।
घर-परिवार और रिश्ते
वर्ष के आरंभ में अधिक व्यस्तता के कारण परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। आपके परिवार में इस वर्ष सुख शांति का वातावरण तो बना रहेगा किंतु राहु और केतु के प्रभाव से आपके वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियां वर्ष के मध्य तक रहेंगी।तृतीय स्थान पर गुरु ग्रह की दृष्टि प्रभाव से आपकी सामाजिक पद और प्रतिष्ठा में वृद्धि होती रहेगी किंतु वर्ष के मध्य तक राहु और केतु और मार्च के बाद शनि का गोचर भी सातवें भाव में होने से आपको आपके वैवाहिक जीवन में कुछ परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। वर्ष के मध्य के पश्चात जब राहु का गोचर आपकी राशि से छठे भाव में होगा तो इन परेशानियों से आपको छुटकारा मिलेगा। पंचम स्थान में गुरु की दृष्टि प्रभाव से नव विवाहित व्यक्तियों को संतान रत्न की प्राप्ति होगी। आपके बच्चे अपने भाग्य व परिश्रम के बल पर आगे बढ़ेंगे यदि आपकी संतान विवाह योग्य हैं तो विवाह हो जाएगा।
स्वास्थ्य
वर्ष का प्रारंभ स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा रहेगा। आपकी राशि से नवम भाव में स्थित गुरु की दृष्टि आपकी राशि पर होगी उसके प्रभाव से शारीरिक आरोग्यता की प्राप्ति और कार्य क्षमताओं में वृद्धि के संकेत हैं किंतु राहु और केतु का गोचर समय-समय पर मानसिक शांति प्रसन्नता व सकारात्मक सोच में बाधक भी सिद्ध होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात स्वास्थ्य अनुकूल बना रहेगा। गुरु ग्रह के गोचर के बाद सप्तम स्थान का शनि आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है अतः उस समय स्वास्थ्य संबंधी गतिविधियों के प्रति ध्यान देना आवश्यक होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर भी आपकी राशि से छठे भाव पर होगा इसलिए आपको अचानक से कोई स्वास्थ्य संबंधी परेशानी अथवा पेट से संबंधित समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
प्रेम-संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष की शुरुआत आपके लिए अच्छी रहेगी। राशि से नवम भाव पर गुरु का गोचर अपनी नवम दृष्टि से आपके पंचम भाव को देखेंगे, पंचम भाव के स्वामी शनि अपनी राशि कुंभ में मार्च तक रहेंगे इसके पश्चात वह सातवें भाव पर गोचर करेंगे वर्ष के मध्य के पश्चात जो लोग बहुत लंबे समय से प्रेम विवाह की प्रतीक्षा कर रहे थे उनकी इच्छा वर्ष के मध्य के पश्चात इस वर्ष पूरी हो जाएगी। वर्ष के मध्य तक राहु और केतु का गोचर भी आपकी राशि और सप्तम भाव पर रहेगा इसलिए प्रेम संबंधों में किसी भी प्रकार का कोई शंका या सामंजस्य की कमी वर्ष के मध्य तक कुछ परेशानी भी खड़ी कर सकती है इसका भी ध्यान रखें।
यात्राएं
वर्ष के प्रारंभ में गुरु ग्रह के प्रभाव से छोटी-मोटी यात्राओं के साथ-साथ आपकी लंबी यात्राएं भी होगी। यह यात्राएं आपके लिए उन्नति कारक सिद्ध होगी। इन यात्राओं के दौरान आपकी किसी के साथ मित्रता भी हो सकती है। वर्ष के मध्य के पश्चात जब केतु का गोचर बारहवें भाव पर होगा तो यह गोचर आपको धार्मिक यात्राओं की तरफ ले जाएगा। इस वर्ष के मध्य के पक्ष से लेकर वर्ष के अंतिम महीना तक आपकी धार्मिक यात्राओं के योग बने रहेंगे। यह यात्राएं आपके परिवार के साथ होंगी और संभव है कि आप अपने माता-पिता को भी इस वर्ष धार्मिक यात्राओं का लाभ कराएंगे।
उपाय
वर्ष की शुरूआत भगवान गणेश जी के दर्शन और उन्हें दूर बार अर्पित करके करें पूरे वर्ष नित्य श्री गणेश जी के मंत्र का पाठ करें एवं नित्य प्राणायाम करें एक नारियल अपने सर से सात बार घूमर बहते हुए पानी में शनिवार के दिन बहा दें।
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नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा। परंतु मई के बाद समय बहुत अच्छा हो रहा है वर्ष के आरंभ में आप परिश्रम के बल पर कार्य क्षेत्र में सफलता प्राप्त करेंगे। राशि से अष्टम भाव में देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके व्यवसाय में उतार-चढ़ाव के योग बनाते रहेंगे। किंतु वर्ष के मध्य के पश्चात देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से नवम भाव पर होगा जो की बहुत अनुकूल रहेगा। शनि का गोचर मार्च के बाद राशि से छठे भाव पर रहेगा इसलिए नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए यह शनि कुछ कठिनाई उपस्थित करेगा। कार्य क्षेत्र में अपने संबंधित अधिकारियों के साथ सामंजस्य बना कर रखना होगा। किंतु देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके लिए सहायक बना रहेगा और आने वाली समस्याओं के हल भी आपको समय-समय पर मिलते रहेंगे। वर्ष के मध्य तक राहु और केतु का गोचर आपकी राशि से छठे और बारहवें भाव पर होगा इस समय में व्यावसायिक गतिविधियों में आपको बाहरी निवेश प्राप्त हो सकते हैं वर्ष के मध्य तक राहु का गोचर नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए कुछ समस्याएं उत्पन्न करेगा वर्ष मध्य के पश्चात राहु का गोचर आपके लिए अनुकूल होगा और व्यापारिक मामलों में सफलता देना शुरू कर देगा।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। द्वितीय स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आप आर्थिक बचत करने में सफल रहेंगे। रत्न आभूषण इत्यादि का भी लाभ प्राप्त होगा। अचल संपत्ति के साथ-साथ वाहनादि का सुख इस वर्ष प्राप्त होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से नवम भाव पर होगा इसलिए आर्थिक मामलों में यह स्थिति आपके लिए और ज्यादा अनुकूल रहेगी। शनि का गोचर मार्च से आपके छठे भाव पर होगा इसलिए अगर कहीं पर कोई धन काफी लंबे समय से रुका हुआ है या आपको नहीं मिल पा रहा है तो वह मिलने की आशा इस वर्ष बनेगी।
घर-परिवार और रिश्ते
पारिवारिक रूप से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। चतुर्थ एवं द्वितीय स्थान पर गुरु की दृष्टि प्रभाव से आपके परिवार में सुख शांति का वातावरण वर्ष के मध्य तक बना रहेगा। घरेलू वातावरण अच्छा रहेगा। वर्ष के आरंभ से मार्च तक का समय सप्तम भाव पर शनि की दृष्टि प्रभाव में रहेगा इसलिए जीवनसाथी के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना होगा। मार्च के बाद शनि का गोचर परिवर्तित होगा और जीवनसाथी के स्वास्थ्य में सुधार भी होगा। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपके पंचम भाव पर होगा इसलिए आपसी रिश्तों में तनाव की स्थिति बन सकती है। संतान की दृष्टि से यह वर्ष सामान्यतः अनुकूल रहेगा। वर्ष के प्रारंभ से मार्च तक पंचम भाव पर शनि के स्वग्रही होने के कारण आपके बच्चों की उन्नति होती रहेगी। वर्ष के मध्य में गुरु ग्रह के गोचर के बाद समय काफी अनुकूल हो रहा है उसे समय उच्च शिक्षा प्राप्ति के शुभ योग बनेंगे।राहु का गोचर पंचम भाव में होने से संतान को लेकर कुछ चिंताएं हो सकती हैं। जिन लोगों की संतान विदेश में शिक्षा प्राप्त करने के इच्छुक काफी लंबे समय से हैं उनको वर्ष के मध्य के पश्चात सफलता प्राप्त होगी। संतान प्राप्ति के इच्छुक व्यक्तियों को वर्ष मध्य तक कुछ शुभ समय दिखाई देता है।
स्वास्थ्य
वर्ष का प्रारंभ स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से अनुकूल नहीं रहेगा। अष्टम भाव पर गुरु के कारण आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। मौसम जनित बीमारियों से थोड़ी परेशानी हो सकती है यदि पहले से कोई बीमारी है तो परहेज रखने की आवश्यकता रहेगी। वर्ष के मध्य के पश्चात देव गुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से नवम भाव पर होगा और वह पांचवीं दृष्टि से आपकी राशि को देखेंगे इसलिए स्वास्थ्य में आशातीत सुधार होगा ।मानसिक शांति प्रसन्नता का वातावरण बनेगा किंतु राशि से छठे भाव पर शनि का गोचर यदा कदा आपको पेट से संबंधित परेशानियां देता रहेगा इसलिए इस पूरे वर्ष योग और प्राणायाम करते रहें और खान-पान में नियंत्रण बनाकर रखें।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष की शुरुआत से मार्च तक का समय अच्छा रहेगा। इसके बाद पंचम भाव के स्वामी शनि का गोचर आपकी राशि से छठे भाव पर होगा जो प्रेम संबंधों में परेशानियां खड़ी करेगा। वर्ष के मध्य के पश्चात पंचम भाव में राहु के गोचरीय प्रभाव के कारण प्रेम संबंधों में परेशानियां दिखाई देती हैं आपसी सामंजस्य और विश्वास की कमी की वजह से प्रेम संबंधों में असफलता की भी संभावनाएं इस वर्ष बनेगी।
यात्राएं
यात्रा की दृष्टि से यह वर्ष उत्तम रहेगा। वर्ष के प्रारंभ में द्वादश स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से आप विदेश यात्रा करेंगे। मई के बाद छोटी-मोटी यात्राओं के साथ लंबी यात्राएं भी होती रहेंगी।वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर आपके पंचम भाव पर होगा और शनि का गोचर आपकी छठे भाव पर होगा इसलिए व्यावसायिक और नौकरी पेशा लोगों के लिए यात्रा की संभावनाएं निश्चित रूप से बनेगी।
उपाय
वर्ष का प्रारंभ माता भगवती के मंदिर में एक नारियल और चुनरी चढ़ा कर करें। इस वर्ष नित्य श्री दुर्गा चालीसा का पाठ करें। केला या पीली वस्तुओं का दान करें। शुक्रवार के दिन 10 वर्ष से कम आयु की कन्याओं को खीर का प्रसाद खिलाएं।
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नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। सप्तम स्थान के गुरु के प्रभाव से आप अपने व्यापार में उन्नति करेंगे। आपको कार्य क्षेत्र में मित्र सहयोगी वह जीवनसाथी का भी सहयोग प्राप्त होगा। यदि आप साझेदारी में कार्य कर रहे हैं तो अपने साझेदार से संतुष्ट रहेंगे। नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए वर्ष के मध्य तक का समय विशेष रूप से अनुकूल रहेगा। यदि नौकरी में कोई परिवर्तन करना चाहते हैं तो राहु और केतु का गोचर आपके लिए सहायक सिद्ध होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से अष्टम भाव पर कुछ नए व्यापारिक अनुबंध आपको दे सकता है। शनि का गोचर मार्च तक आपके लिए विशेष रूप से अनुकूल नहीं है मार्च के बाद शनि का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव पर होगा और शनि की ढैया से आपको छुटकारा मिलेगा और व्यावसायिक और नौकरीपेशा व्यक्तियों के लिए यह शनि अब सहायक सिद्ध होंगे। जो लोग काफी लंबे समय से अपनी नौकरी में कुछ परिवर्तन करना चाह रहे थे वर्ष के मध्य के पश्चात राहु और केतु का गोचर जब कुंभ और सिंह राशि पर होगा तो उनकी इच्छा पूरी होगी। जो लोग स्थानांतरण के लिए भी प्रयासरत थे उनको वर्ष के मध्य के पश्चात सफलता मिलेगी।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम रहेगा। एकादश एवं द्वितीय स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से आपके धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। और आप इच्छित बचत करने में सफल रहेंगे। आप निष्ठा के साथ धनार्जन में लगे रहेंगे और आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने में आपको पत्नी एवं बड़े भाई का सहयोग भी प्राप्त होगा। 29 मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी पंचम भाव पर होगा और शनि की दृष्टि आपके एकादश भाव पर होगी आमदनी की स्थितियां पहले से कुछ बेहतर होती नजर आ रही हैं। राहु और केतु का गोचर वर्ष के मध्य तक आमदनी के कुछ नए स्रोत बने का भी संकेत दे रहा है। वर्ष मध्य के बाद देवगुरु बृहस्पति का गोचर अष्टम भाव में होने की वजह से कुछ विदेश से भी लाभ की उम्मीद आप इस वर्ष कर सकते हैं।
घर परिवार और रिश्ते
पारिवारिक रूप से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में राशि से सप्तम भाव पर गुरु के प्रभाव से जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे। यदि आप अविवाहित हैं तो विवाह हो सकता है। आपकी सामाजिक पद व प्रतिष्ठा में बढ़ोतरी होगी। वर्ष के आरंभ से मार्च तक का समय शनि का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव पर होगा इसलिए पिछले काफी समय से शनि की ढैया के प्रभाव से जो व्यक्तिगत जीवन में मानसिक तनाव के दौर से आप गुजर रहे थे मार्च के पश्चात शनि की ढैया के प्रभाव से मुक्त होने के बाद मानसिक रूप से आपको प्रसन्नता की प्राप्ति होगी। घर परिवार की स्थितियां पहले से बेहतर होंगी। संतान के लिए वर्ष अनुकूल नहीं रहेगा। वर्ष के आरंभ में पंचम स्थान का राहु संतान से संबंधित चिंताएं दे सकता है। आपके बच्चों का स्वास्थ्य अनुकूल नहीं होने के कारण उनकी शिक्षा दीक्षा भी प्रभावित हो सकती है। बच्चों को सफलता प्राप्ति के लिए लगातार कठिन परिश्रम की आवश्यकता रहेगी। वर्ष के मध्य के पश्चात जब राहु का गोचर चतुर्थ भाव में होगा तो माता के स्वास्थ्य के प्रति आपको सचेत रहने की आवश्यकता इस वर्ष रहेगी।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से यह वर्ष पिछले वर्ष की अपेक्षा अनुकूल रहेगा। वर्ष का प्रारंभ राशि स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से होगा। जिससे आपका स्वास्थ्य की अनुकूलता बनी रहेगी, दृष्टि प्रभाव से आपके मन में अच्छे विचार आएंगे।आप कार्यो को सकारात्मक रूप से करेंगे। वर्ष के मध्य के पश्चात अष्टम भाव में गुरु का गोचर और चतुर्थ भाव में राहु का गोचर कुछ मानसिक परेशानियां दे सकता है। अष्टम भाव में गुरु का गोचर आपको कुछ अचानक से स्वास्थ्य संबंधी परेशानी देगा। विशेष रूप से खान-पांच पर नियंत्रण बनाकर रखें जिससे आपका स्वास्थ्य पूरे वर्ष अनुकूल बना रहे।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में पिछले वर्ष की अपेक्षा यह वर्ष ज्यादा अच्छा रहेगा। वर्ष के मध्य तक पंचम भाव में राहु का गोचर आपके लिए प्रेम संबंधों के मामले में ज्यादा शुभ नहीं रहेगा। आपकी राशि पर बृहस्पति की दृष्टि प्रभाव से प्रेम संबंधों में आए हुए परेशानियों का हल आप शांतिपूर्वक खोज लेंगे। किंतु आपके साथी के साथ सामंजस्य की कमी वर्ष के मध्य तक बनी रहेगी। शनि और राहु की युति का प्रभाव मार्च से मई तक रहेगा यह कालखंड आपके प्रेम संबंधों में अलगाव की स्थिति को दर्शाता है इसलिए इस कालखंड में आप धैर्य बना कर रखें। वर्ष के मध्य तक प्रतीक्षा करें इसके बाद आपके प्रेम संबंधों में स्थितियां आपके लिए अनुकूल रहेंगी।
यात्राएं
यात्रा की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। वर्ष के मध्य तक तृतीय स्थान में गुरु की दृष्टि छोटी मोटी यात्रा कराती रहेगी। नौकरीपेशा वाले व्यक्तियों का घर से दूर स्थानांतरण हो सकता है। यह स्थानांतरण आपके लिए अनुकूल स्थान पर नहीं होगा। मई के बाद द्वादश स्थान पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से आप विदेश यात्रा भी करेंगे। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपके चतुर्थ भाव पर होगा इसलिए कुछ व्यावसायिक यात्राओं का योग भी बनेगा।
शनि की ढैया का प्रभाव
मार्च के पश्चात आपको शनि की ढैया के प्रभाव से छुटकारा मिलेगा। पिछले काफी समय से आप शनि की चतुर्थ ढैया का सामना कर रहे थे जो आपके लिए मानसिक रूप से परेशानी की वजह बन रही थी। मार्च के पश्चात शनि की ढैया से छुटकारा मिलेगा आप मानसिक, पारिवारिक रूप से प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। कुछ स्वास्थ्य संबंधित परेशानियां भी जो चल रही थी उनसे भी आपको मार्च के पश्चात छुटकारा मिलेगा।
उपाय
वर्ष की शुरुआत श्री हनुमान जी के मंदिर में दर्शन पूजन के साथ करें। नित्य प्रति सूर्य नमस्कार करें और सूर्य को जल चढ़ाएं। गुरुवार के दिन पीली वस्तुएं जैसे केला या बेसन के लड्डू दान करें।
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नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा। आपके कार्य क्षेत्र में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी रहेगी। गुरु ग्रह का गोचर अनुकूल नहीं होने के कारण आप अपने कार्यों का अंजाम तक पहुंचने में कठिनाई का अनुभव करेंगे। इसलिए आप अपनी शक्ति व सामर्थ्य के अनुसार कार्य करते रहें। नौकरी करने वाले जातकों का स्थानांतरण घर से दूर हो सकता है यह सारी स्थितियां वर्ष के मध्य तक रहेंगी।वर्ष के मध्य के पश्चात आपकी राशि के स्वामी बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से सातवें भाव पर होगा और विपरीत स्थितियों में सुधार होगा। राहु और केतु का गोचर भी वर्ष के मध्य के पश्चात आपके तृतीय और नवम भाव पर प्रारंभ हो जाएगा और विपरीत स्थितियों से आपको छुटकारा दिलाएगा। किंतु शनि का गोचर 29 मार्च के पश्चात राशि से चौथे भाव पर होने के कारण आपको शनि की चतुर्थ ढैया का सामना करना पड़ेगा। शनि की दृष्टि आपके दशम भाव पर होगी इसलिए।नौकरी और व्यवसाय के दृष्टिकोण से शनि की ढैया आपके लिए अनुकूल नहीं रहेगी।
आर्थिक
वर्ष के आरंभ में व्यापारिक अनुकूलता नहीं होने के कारण आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रहेगी। मई के बाद एकादश स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि प्रभाव से धनागम में वृद्धि होगी। आप बचत कर आर्थिक स्थिति को सुधारने में सफल रहेंगे। पैतृक संपत्ति से भी कुछ लाभ की संभावना इस वर्ष बनेगी और आर्थिक रूप से आपको इससे लाभ होगा।
घर-परिवार और रिश्ते
पारिवारिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल नहीं है। चतुर्थ स्थान के राहु आपके परिवार में कुछ विषम परिस्थितियां उत्पन्न कर सकते हैं जिससे आपका पारिवारिक माहौल खराब हो सकता है। माता के साथ आपके वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। माता को स्वास्थ्य संबंधित कुछ परेशानी भी हो सकती है। वर्ष के मध्य के पश्चात देव गुरु बृहस्पति का गोचर सप्तम भाव में होने से जीवनसाथी के साथ आपके संबंध मधुर होंगे। जो लोग विवाह के लिए प्रतीक्षारत हैं उनका विवाह वर्ष के मध्य के पश्चात हो सकता है। 29 मार्च के पश्चात शनि का प्रभाव आपके चतुर्थ भाव पर होगा इसलिए मार्च से मई तक का कालखंड आपके पारिवारिक जीवन के लिए विशेष रूप से अच्छा नहीं रहेगा। इस कालखंड में धैर्य बना कर रखें कोई विवाद की स्थिति को ना बनाएं।संतान के लिए वर्ष के आरंभ में गुरु ग्रह का गोचर अनुकूल नहीं है इसलिए उनका स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। शिक्षा भी प्रभावित हो सकती है परंतु मई के बाद संतान के लिए समय काफी अनुकूल हो रहा है। शिक्षा प्रतियोगिता के क्षेत्र में मई के बाद उनको आशातीत सफलता मिलेगी।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ उत्तम नहीं रहेगा। छठे स्थान का गुरु पिछले कुछ समय से छोटी-मोटी बीमारियों से आपको प्रभावित कर रहे हैं ऐसे में स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी होगा। यदि पहले से कोई लंबी बीमारी से ग्रसित हैं तो परहेज बनाकर रखें। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से सातवें भाव पर होगा और उनका दृष्टि प्रभाव आपकी राशि पर पड़ेगा जिससे स्वास्थ्य की स्थितियों में सुधार होगा। आप मानसिक और शारीरिक रूप से प्रसन्नता का अनुभव करेंगे। किंतु शनि की ढैया 29 मार्च के पश्चात प्रारंभ हो रही है इसलिए मानसिक रूप से कुछ समस्याएं बनी रहेंगी ,उनका समाधान धैर्य पूर्वक ही निकाले जिससे आपका स्वास्थ्य इस वर्ष प्रभावित न हो।
प्रेम-संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष की शुरुआत बहुत अच्छी नहीं रहेगी। शनि के गोचर परिवर्तन के बाद प्रेम संबंधों के मामले में सुधार देखने को मिलेगा। इस वर्ष कुछ नए प्रेम संबंध बनेंगे तो कुछ पुराने प्रेम संबंधों में कुछ अलगाव की भी स्थिति बन सकती है। ऐसी स्थिति में आपको प्रेम संबंधों के मामले में सजग रहना होगा और साथी के साथ सामंजस्य और विश्वास को कायम रखने की जरूरत इस वर्ष रहेगी।
यात्राएं
यात्रा की दृष्टि से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। वर्ष के प्रारंभ में द्वादश स्थान पर गुरु एवं शनि ग्रह के संयुक्त दृष्टि प्रभाव से आपकी विदेश यात्रा के प्रबल योग बन रहे हैं। इस वर्ष कुछ धार्मिक यात्राओं के भी योग बनेंगे। यह यात्राएं आपके परिवार के साथ होंगी और इन यात्राओं के बाद आप अपने अंदर आध्यात्मिक चेतना को अनुभव करेंगे।
शनि की ढैया का प्रभाव
इस वर्ष 29 मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव पर होगा। इसलिए शनि की ढैया की शुरुआत इस वर्ष हो जाएगी। राशि से चतुर्थ भाव पर शनि की ढैया पारिवारिक मामलों में कुछ मानसिक कष्ट की अनुभूति कराती है। माता के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना होगा। माता के साथ वैचारिक विचारों का ताल मेल आपको सही रखना होगा तभी शनि का गोचर आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
उपाय
वर्ष की शुरुआत भगवान विष्णु के मंदिर में दर्शन पूजन के साथ करें। शनिवार के दिन शाम को सरसों के तेल का दीपक पीपल के वृक्ष के नीचे जलाएं। पीले फल व पीली वस्तुओं का दान करें अथवा गाय को खिलाएं।
मकर राशि वालों के लिए नया साल कैसा रहेगा ?
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष बहुत सामान्य रहेगा। व्यापार में सफलता प्राप्त के लिए आपको लगातार अथक परिश्रम करना पड़ेगा। द्वितीय भाव में शनि के कारण परिश्रम का पूर्ण फल नहीं मिलेगा किंतु मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी तृतीय भाव में होने से आपको परिश्रम का लाभ मिलना शुरू हो जाएगा। इस समय के अंतराल में कोई नया कार्य प्रारंभ ना करें पहले से चले आ रहे कार्यों में और सुधार करने की आवश्यकता आपको रहेगी। कार्य स्थल पर अपनी वाणी पर नियंत्रण रखना आपके लिए लाभप्रद रहेगा। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए इस वर्ष मार्च के पश्चात स्थितियां अनुकूल होंगी। मेहनत के प्रतिफल रुप में इस वर्ष उनको प्रमोशन की प्राप्ति हो सकती है। शनि लगातार मेहनत और संघर्ष की स्थिति बनाकर रखे हुए हैं इस वर्ष मार्च के पश्चात उसमें राहत मिलने की संभावनाएं भी आपके लिए बनेंगी। देवगुरु बृहस्पति का गोचर वर्ष के मध्य तक आपके पंचम भाव में आपके लिए लाभदायक रहेगा इसके पश्चात आपके छठे भाव में देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके सहयोगी और आपके संबंधित अधिकारियों के साथ संबंधों में सुधार की स्थितियां बनाएगा। राहु और केतु का गोचर आपके लिए वर्ष के मध्य के बाद कुछ ज्यादा अनुकूल नहीं रहेगा। वाणी में नियंत्रण रखने की आवश्यकता उसके बाद बनी रहेगी।
आर्थिक
आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष बहुत अच्छा नहीं रहेगा। वर्ष के आरंभ में एकादश स्थान में गुरु की दृष्टि प्रभाव से धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। परंतु द्वितीय स्थान के शनि के कारण आप इच्छित बचत नहीं कर पाएंगे। वर्ष के मध्य के पश्चात द्वितीय स्थान में राहु के गोचर के कारण भी आपके संचित धन में कमी का संकेत मिलता है। राशि से छठे भाव में गुरु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात होगा इसलिए कुछ बाहरी लाभ की संभावनाएं इस वर्ष बनेंगी।शनि का गोचर 29 मार्च के पक्ष तृतीय भाव पर होगा इसलिए पिछले पिछले कुछ समय से जो अनावश्यक खर्च आपको परेशान किए थे उनसे आपको कुछ राहत इस वर्ष मिल जाएगी।
घर परिवार और रिश्ते
पारिवारिक दृष्टि से यह वर्ष मिला-जुला रहेगा। वर्ष आरंभ में अधिक व्यस्तता के कारण परिजनों को अधिक समय नहीं दे पाएंगे। लेकिन परिवार में एक दूसरे के प्रति परस्पर सहयोग की भावना रहेगी। वर्ष के मध्य से द्वितीय भाव में राहु का गोचर परिवार में कुछ संपत्ति के विवाद का संकेत भी देता है। शनि के गोचर के परिवर्तन के बाद भाइयों का कुछ सहयोग आपको प्राप्त होगा। पिछले कुछ समय से परिवार में जो बीमारियों की वजह से परेशानी चल रही थी उससे इस वर्ष कुछ राहत मिलेगी। पत्नी के स्वास्थ्य और उनके साथ संबंधों के लिए यह वर्ष पिछले वर्ष की अपेक्षा कुछ बेहतर रहेगा। लेकिन पूरे वर्ष आपको वाणी पर नियंत्रण रखना होगा नहीं तो संबंध खराब होंगे। संतान के लिए वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। पंचम भाव में गुरु के प्रभाव से आपके बच्चों की शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी। यदि आपकी संतान विवाह योग्य हैं तो विवाह भी हो सकता है। संतान प्राप्त के इच्छुक दंपतियों को वर्ष के मध्य तक संतान प्राप्त की इच्छा पूरी हो सकती है। मई के बाद संतान के स्वास्थ्य का ध्यान रखें क्योंकि उनका स्वास्थ्य कुछ बिगाड़ सकता है।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल रहेगा। राशि पर गुरु के दृष्टि प्रभाव से आप मानसिक रूप से संतुष्ट एवं शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे। आपके अंदर सकारात्मक ऊर्जा की वृद्धि होगी। मार्च के पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि से तीसरे भाव पर होगा यह स्थिति भी आपके स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से अनुकूल रहेगी। पिछले वर्ष की अपेक्षा यह वर्ष मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से बेहतर रहेगा। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपकी राशि से द्वितीय भाव पर होगा इसलिए कुछ अचानक से होने वाली मौसमी बीमारियां आपको परेशान कर सकती हैं। संक्रमण से संबंधित बीमारियां भी आपको हो सकती हैं इसलिए वर्ष के मध्य के पश्चात पूरे वर्ष इसमें सावधानी बनाकर रखें।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के दृष्टिकोण से यह वर्ष अनुकूल रहेगा। वर्ष के प्रारंभ से मई तक देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव पर होगा इसलिए प्रेम संबंधों में स्थायित्व बना रहेगा। वर्ष के मध्य तक प्रेम संबंध विवाह के रूप में परिणित होने की संभावना भी बनेगी। वर्ष मध्य के पश्चात प्रेम संबंधों में कुछ सावधानी रखें जिससे किसी भी प्रकार का कोई अलगाव ना हो।
यात्राएं
यात्राओं की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में तृतीय स्थान के राहु छोटी-मोटी यात्राएं कराते रहेंगे। नवम स्थान पर गुरु के दृष्टि से आप लंबी यात्राएं भी करेंगे यह यात्राएं धार्मिक या तीर्थ स्थान पर होंगी।शनि का गोचर मार्च के पश्चात आपके तीसरे भाव पर होगा और भाग्य भाव पर शनि की दृष्टि होगी इसलिए इस वर्ष माता-पिता के साथ भी धार्मिक स्थान में यात्रा के योग बनेंगे।
शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
इस वर्ष मार्च के पश्चात आपको शनि की साढ़ेसाती के प्रभाव से छुटकारा मिलेगा और काफी लंबे समय से चली आ रही शनि की साढ़ेसाती की वजह से मानसिक,आर्थिक और शारीरिक कष्टों से भी छुटकारा मिलेगा। शनि आपकी राशि के स्वामी होकर अब अनुकूल स्थिति में आ रहे हैं आपके परिश्रम और पराक्रम का फल आपको इस वर्ष मिलेगा।
उपाय
वर्ष की शुरुआत श्री हनुमान जी के मंदिर में पूजन दर्शन के साथ करें। वर्ष के किसी शनिवार को कंबल और ऊनी वस्त्र गरीबों को दान करें। मंदिर या धार्मिक स्थान पर केला या बेसन के लड्डू दान करें।
कुंभ वार्षिक भविष्यफल 2025
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष की शुरुआत से मार्च तक राशि पर शनि के प्रभाव से आप आलस्य से प्रभावित हो सकते हैं जिसके कारण आपका कार्य व्यवसाय प्रभावित हो सकता है। यदि आप साझेदारी में कार्य कर रहे हैं तो आप अपने साझेदारी से संतुष्ट नहीं रहेंगे और आपको इच्छित लाभ प्राप्त नहीं होगी।नौकरी करने वाले व्यक्तियों के लिए मार्च के पश्चात का समय अच्छा रहेगा। वर्ष के मध्य तक देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव पर होगा जो आपके लिए कुछ लाभदायक सिद्ध होता रहेगा। वर्ष मध्य के पश्चात राहु का गोचर आपकी राशि पर और देवगुरु बृहस्पति का गोचर राशि से पंचम भाव पर होगा व्यावसायिक दृष्टिकोण से यह स्थिति लाभदायक होगी। राहु के गोचर की वजह से आपको निर्णय सोच समझ कर लेने होंगे जो लोग नौकरी में परिवर्तन की उम्मीद लगा कर बैठे हैं उनके लिए वर्ष के मध्य तक कुछ अच्छी संभावनाएं बनेंगी।शनि का गोचर मार्च के पश्चात आपकी राशि से दूसरे भाव पर होगा इसलिए परिवर्तन की संभावनाएं फलित होने के योग बनेंगे। इस वर्ष वाणी पर नियंत्रण बनाए रखने की आवश्यकता होगी खासकर मार्च से और मई के महीने तक अन्यथा आपके बनते हुए काम बिगड़ जाएंगे नौकरी और व्यवसाय में नुकसान का सामना भी करना पड़ेगा।
आर्थिक राशिफल
आर्थिक दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ अनुकूल नहीं रहेगा। द्वितीय स्थान के राहु आर्थिक मामलों में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनाए रखेंगे। इसके फलस्वरूप आप बचत नहीं कर पाएंगे।आर्थिक निर्णय लेने से पहले उसे क्षेत्र से जुड़े अनुभवी लोगों की सलाह अवश्य ले लें।वर्ष के मध्य के पश्चात आर्थिक मामलों में सफलता मिलने की संभावना बनेगी। देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से पंचम भाव पर होगा और उनकी दृष्टि एकादश भाव पर होने से आमदनी के कुछ नए अवसर आपको मिलेंगे। वर्ष मध्य के बाद राहु का गोचर राशि में होने से निवेश करने में सावधानी आपको बरतनी चाहिए।
घर परिवार और रिश्ते
वर्ष के आरंभ में द्वितीय स्थान के राहु के प्रभाव से आपके परिवार में कुछ विषम परिस्थितियों उत्पन्न हो सकती हैं। परिवार में एक दूसरे के प्रति वैचारिक मतभेद उत्पन्न हो सकते हैं जिसके फल स्वरुप आपकी पारिवारिक अनुकूलता भंग हो सकती है। शनि का गोचर मार्च तक आपकी राशि पर रहेगा इसलिए पत्नी के साथ संबंध और उनका स्वास्थ्य प्रभावित होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात जब राहु का गोचर आपकी राशि पर और केतु का गोचर आपकी राशि से सातवें भाव पर होगा तो पत्नी के साथ अलगाव,दूरी और उनके स्वास्थ्य से संबंधित परेशानी आपको पूरे वर्ष मानसिक परेशानी देती रहेगी। जो लोग लंबे समय से अपने वैवाहिक जीवन में सामंजस्य की कमी को लेकर परेशान हैं उनके लिए यह वर्ष राहत की उम्मीद के लिए अच्छा नहीं माना जाएगा। संतान की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ सामान्य रहेगा। आपके बच्चे अपने परिश्रम के बल पर आगे बढ़ेंगे। मई के पश्चात गुरु ग्रह का गोचर पंचम स्थान में हो रहा है उसके बाद संतान के लिए समय काफी अनुकूल हो जाएगा। संतान यदि विवाह के योग्य है तो उनके विवाह के संभावनाएं बनेंगी।जो दंपति संतान प्राप्ति के इच्छुक हैं उनको संतान प्राप्ति के योग भी इस वर्ष बनेंगे।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टि से या वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में द्वितीय स्थान का राहु आपके स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। आर्थिक स्थिति को लेकर आवश्यकता से ज्यादा चिंता ना करें नहीं तो इसका नकारात्मक प्रभाव भी आपके शारीरिक स्वास्थ्य पर पड़ेगा। वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर आपकी राशि पर होगा इसलिए आपको खान-पान और अचानक से होने वाली बीमारियों से सावधान रहना होगा। पूरे वर्ष योगाभ्यास करें प्राणायाम करें और खान-पान पर नियंत्रण रखें।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में वर्ष के मध्य का समय कुछ अनुकूल रहेगा। जहां एक ओर देवगुरु बृहस्पति पंचम भाव में प्रेम संबंधों में स्थिरता प्रदान करेंगे। वहीं राशि में स्थित राहु अपनी पंचम दृष्टि से प्रेम संबंधों के मामले में परेशानी,धोखा मिलने की भी संभावनाएं दिखा रहे हैं। प्रेम संबंधों के मामले में इस वर्ष दिल के बजाय दिमाग से काम करें तो ज्यादा अच्छा रहेगा।
यात्राएं
यात्राओं की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में द्वादश स्थान पर गुरु की दृष्टि से विदेश यात्रा होने के प्रबल योग बन रहे हैं। इस वर्ष लंबी यात्राएं होंगी। धार्मिक यात्रा कर पुण्य अर्जित करेंगे। राहु का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात राशि पर होगा इसलिए व्यवसाय और नौकरी के दृष्टिकोण से भी यात्रा की संभावनाएं बनेगी।
शनि की साढ़ेसाती प्रभाव
कुंभ राशि के लोग पिछले कुछ वर्षों से शनि के साढ़ेसाती के प्रभाव में चल रहे हैं। शनि का गोचर आपकी राशि पर आपको मानसिक,आर्थिक और पारिवारिक कष्ट दे रहा है। 29 मार्च के पश्चात शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण प्रारंभ होगा और शनि राशि से द्वितीय भाव पर गोचर करेंगे। शनि का यह गोचर पिछले कुछ समय से चली आ रही विकट समस्याओं से आपको छुटकारा दिलाएगा।आर्थिक स्थितियों में सुधार होगा पारिवारिक बिखराव में कमी आएगी और मानसिक रूप से कुछ प्रसन्नता का अनुभव आप मार्च के पश्चात करेंगे।
उपाय
वर्ष की शुरुआत श्री हनुमान जी के मंदिर में दर्शन और पूजन के साथ करें।वर्ष के किसी शनिवार को हनुमान जी के मंदिर में चोला चढ़ाएं और नित्य प्रति श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें। शनिवार के दिन काले कुत्ते को गुड और रोटी खिलाएं और शाम के समय पीपल के वृक्ष में सरसों के तेल का दीपक वर्ष भर जलाएं।
मीन वार्षिक भविष्यफल 2025
नौकरी और व्यवसाय
कार्य व्यवसाय की दृष्टि से वर्ष का प्रारंभ शुभ फलदाई नहीं रहेगा। व्यापार में सफलता प्राप्त के लिए लगातार अथक प्रयास करना पड़ेगा उसके बाद भी बहुत ज्यादा सफलता प्राप्त नहीं होगी। अतः इस समय के अंतराल में कोई नया कार्य प्रारंभ नहीं करना चाहिए। आपकी राशि से शनि का गोचर द्वादश भाव में मार्च तक रहेगा इसके पश्चात शनि का गोचर आपकी राशि पर होगा और साढ़ेसाती का द्वितीय चरण प्रारंभ होगा इसलिए आपके अंदर कार्यों के प्रति उदासीनता और आलस्य की स्थिति बढ़ेगी। देवगुरु बृहस्पति का गोचर वर्ष के मध्य तक आपकी राशि से तीसरे भाव पर और वर्ष के मध्य के पश्चात चौथे भाव पर होगा। नौकरी पेशा व्यक्तियों के लिए वर्ष के मध्य तक किसी भी प्रकार का कोई परिवर्तन लाभदायक नहीं होगा। राहु और केतु का गोचर भी आपकी राशि और सप्तम भाव में होने की वजह से इस समय पर लिए गए नौकरी और व्यवसाय से संबंधित निर्णय गलत साबित होंगे इसलिए इस वर्ष नौकरी में परिवर्तन और व्यवसाय में कुछ नया जोड़ने से पहले आपको काफी विचार करना चाहिए और संभव हो तो इस वर्ष कोई परिवर्तन यदि ना करें तो ही अच्छा रहेगा।
आर्थिक राशिफल 2025
आर्थिक दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष आरंभ में एकादश स्थान पर राशि स्वामी गुरु के दृष्टि प्रभाव से धनागम में निरंतरता बनी रहेगी। परंतु शनि एवं राहु ग्रह का गोचर प्रतिकूल होने के कारण आपकी आर्थिक स्थिति विशेष अच्छी नहीं रहेगी। वर्ष के मध्य के पश्चात राहु का गोचर द्वादश भाव में होने से आर्थिक स्थिति में कुछ हानि की संभावनाएं भी दिखाई देती हैं इस वर्ष जोखिम वाले निवेश बहुत सोच समझकर करें अन्यथा लाभ के स्थान पर हानि की संभावनाएं ज्यादा होंगी। देवगुरु बृहस्पति का गोचर वर्ष के मध्य के पश्चात आपकी राशि से चतुर्थ भाव पर होगा इसलिए यदि पैतृक संपत्ति को लेकर कोई आर्थिक विवाद चल रहा है तो उसमें कुछ सुलझाओ की स्थिति बनेगी। वर्ष के मध्य के पश्चात मकान और वाहन लेने की मनोकामना पूरी हो सकती है।
घर-परिवार और रिश्ते
पारिवारिक दृष्टिकोण से यह वर्ष विशेष अच्छा नहीं रहेगा। वर्ष के प्रारंभ से मध्य तक राहु का गोचर आपकी राशि पर होगा। मार्च के पश्चात शनि का गोचर भी राशि पर होगा यह स्थिति आपके पारिवारिक और वैवाहिक जीवन के लिए अच्छी नहीं है। पत्नी के साथ संबंध और उनका स्वास्थ्य दोनों प्रभावित हो सकते हैं इसलिए वैवाहिक जीवन में सामंजस्य बनाकर चलना बहुत आवश्यक होगा। वर्ष के मध्य के पश्चात देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव पर होगा तब आपको पारिवारिक जीवन में कुछ सुधार देखने को मिलेगा। इस पूरे वर्ष पारिवारिक जीवन में आपको धैयपूर्वक काम लेना होगा अन्यथा कोई छोटी सी बात भी पारिवारिक जीवन में अशांति का कारण बन सकती है। संतान की दृष्टि से यह वर्ष सामान्य रहेगा। वर्ष के आरंभ में आपके बच्चे अपने परिश्रम के बल पर आगे बढ़ेंगे और वह अपने बौद्धिक बल पर अपने लक्ष्य को प्राप्त करेंगे।
स्वास्थ्य
स्वास्थ्य की दृष्टिकोण से यह वर्ष विशेष अच्छा नहीं है। राशि स्थान पर राहु आपके स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनाए रखेंगे। 29 मार्च के बाद आपका स्वास्थ्य अचानक प्रभावित हो सकता है राशि स्थान पर एक साथ राहु एवं शनि ग्रह के गोचरीय प्रभाव से आप समय पर खान-पान नहीं कर पाएंगे इसके परिणाम स्वरुप स्वास्थ्य में गिरावट आ सकती है। इस पूरे वर्ष आपको खान-पान को व्यवस्थित रखना होगा। योग और प्राणायाम का सहारा लेना होगा जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य अच्छा बना रहे।
प्रेम संबंध
प्रेम संबंधों के मामले में यह वर्ष अच्छा नहीं रहेगा।वर्ष के आरंभ से वर्ष के मध्य तक राहु का प्रभाव आपके पंचम भाव पर रहेगा इसलिए प्रेम संबंधों में विश्वास की कमी धोखा मिलने की संभावना बनी रहेगी। खास तौर पर मार्च से मई तक का समय प्रेम संबंधों के मामले में अच्छा नहीं रहेगा। इस साल नए प्रेम संबंध बनाने के पहले आपको काफी सोच विचार करना चाहिए।
यात्राएं
यात्राओं की दृष्टि से यह वर्ष अच्छा रहेगा। वर्ष आरंभ में तृतीय स्थान पर गुरु ग्रह के गोचरीय प्रभाव से छोटी-मोटी यात्राओं के साथ-साथ लंबी यात्राएं भी होंगी।मई के बाद घर से दूर रहने वाले व्यक्तियों की अपनी जन्मभूमि की यात्रा हो सकती है। द्वादश स्थान पर गुरु ग्रह के दृष्टि से आपको विदेश यात्रा का भी अवसर मिल सकता है।
शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव
इस वर्ष शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव मार्च के बाद तीव्रता से बढ़ेगा। शनि की साढ़ेसाती का दूसरा चरण 29 मार्च के पश्चात प्रारंभ होगा। मार्च से मई तक का कालखंड विशेष रूप से सावधानी का रहेगा आपको इस वर्ष आलस्य से बचना चाहिए। कार्यों के प्रति लापरवाही से बचना चाहिए और कोई भी निर्णय लेने से पहले किसी अनुभवी व्यक्ति की सलाह लेनी चाहिए।
उपाय
वर्ष की शुरुआत श्री हनुमान जी के मंदिर में दर्शन और पूजन के साथ करें। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु के मंदिर में बेसन के लड्डू और पीले फलों का भोग लगाएं।शनिवार के दिन काली वस्तु का दान करें अथवा ऊनी वस्त्र गरीबों को दान करें शनिवार के दिन शाम के समय पीपल के वृक्ष में सरसों के तेल का दीपक वर्ष भर जलाते रहें।
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