Himachal Pradesh Pharma: हिमाचल प्रदेश में फार्मा उद्योगों द्वारा निर्मित 27 दवाइयां केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) के मानकों पर खरी नहीं उतरी हैं। इन दवाओं के सैंपल जांच में फेल होने के बाद CDSCO ने ड्रग-अलर्ट जारी किया है। स्टेट ड्रग कंट्रोलर ने इन उद्योगों को नोटिस भेजकर स्पष्टीकरण मांगा है। नोटिस का जवाब मिलने के बाद नियमानुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी।
List of Drugs, Medical Devices, Vaccine and Cosmetics declared as Spurious for the Month of November– 2024
हिमाचल से देशभर में सप्लाई होने वाली इन दवाओं के सैंपल फेल होने के बाद फार्मा कंपनियों को इनका स्टॉक वापस मंगाने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि गुणवत्ताहीन दवाएं बाजार में न पहुंच सकें। नवंबर माह में देशभर से कुल 111 दवाइयों के सैंपल फेल हुए, जिनमें से 27 हिमाचल प्रदेश के उद्योगों में बनी थीं।
NSQ ALERT FOR THE MONTH OF NOVEMBER-2024 (1)
CDSCO की रिपोर्ट के अनुसार, फेल हुई दवाओं में हार्ट, बीपी, एंटीबायोटिक, किडनी, और एलर्जी से संबंधित दवाएं शामिल हैं। इनमें से अधिकतर दवाएं बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ (बीबीएन) क्षेत्र में निर्मित हुई थीं। सोलन और काला अंब के उद्योगों की भी कुछ दवाएं मानकों पर खरा नहीं उतरीं।
केंद्रीय लैब में हिमाचल की 16 और स्टेट लैब में 11 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। बीबीएन क्षेत्र की मार्टिन एंड ब्राउन कंपनी की तीन दवाओं के सैंपल फेल होना चिंता का विषय है, क्योंकि इस कंपनी की दवाएं पहले भी मानकों पर खरी नहीं उतरी थीं। विभागीय कार्रवाई की प्रभावशीलता पर सवाल उठ रहे हैं।
स्टेट ड्रग कंट्रोलर मनीष कपूर ने स्पष्ट किया है कि नियमों के तहत कार्रवाई की जाएगी। सभी संबंधित उद्योगों को पहले ही नोटिस भेजे जा चुके हैं और उनका जवाब आने के बाद आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।