Migrant Registration : हिमाचल प्रदेश में अवैध मस्जिदों के विवाद और बाहरी प्रवासियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए, प्रदेश में प्रवासियों का पंजीकरण किया जा रहा है। मंडी जिले के विभिन्न थानों और चौकियों के बाहर प्रवासी मजदूरों की भारी भीड़ पंजीकरण के लिए कतारों में नजर आ रही है। इससे प्रशासन को यह जानकारी मिल सकेगी कि कितने प्रवासी मजदूर यहां व्यापार या रोजगार के उद्देश्य से आए हैं।
7009 प्रवासियों ने करवाए मंडी जिला में पंजीकरण, जानकारी दे रहीं SP साक्षी वर्मा! pic.twitter.com/BYWCpER6WT
— Samachar First (@samacharfirst) October 5, 2024
मंडी जिले में अब तक 13 थानों में करीब 7009 प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण हो चुका है, और यह प्रक्रिया अभी जारी है। प्रवासी मजदूरों के पंजीकरण की यह मांग हिंदू संगठनों द्वारा उठाई गई थी, ताकि अवैध मस्जिदों के बढ़ते मामलों के चलते यह सुनिश्चित किया जा सके कि कौन से प्रवासी किस समुदाय से हैं और वे कहां से आए हैं। मंडी एसपी साक्षी वर्मा ने जानकारी दी कि पंजीकरण की प्रक्रिया अभी जारी है और अगले एक हफ्ते में कितने और प्रवासियों का पंजीकरण होता है, इसके आधार पर आगे की योजना तैयार की जाएगी।
जिला मंडी में पंजीकरण के आंकड़ों के अनुसार, बल्ह थाना में सबसे अधिक 1255 प्रवासी मजदूर पंजीकृत हुए हैं, जबकि गोहर थाना में सबसे कम 38 प्रवासियों का पंजीकरण हुआ है। अन्य थानों में पंजीकरण की स्थिति इस प्रकार है:
- औट थाना में 122
- बीएसएल थाना सुंदरनगर में 225
- धर्मपुर थाना में 770
- धनोटू थाना में 496
- हाटली थाना में 627
- जोगिंद्रनगर थाना में 583
- जंजैहली में 86
- करसोग में 98
- पधर थाना में 161
- सदर थाना मंडी में 848
- सुंदरनगर थाना में 954
- सरकाघाट थाना में 786 प्रवासी मजदूरों का पंजीकरण हुआ है।