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शिमला में नवबहार से मेडिकल कॉलेज तक बनाई जाएगी 890 मीटर सुरंगः सीएम

desk |

  • सुरंग के निर्माण पर व्यय होंगे 295 करोड़ रुपये
  • शहर में तारों को भूमिगत करने की परियोजना के लिए 23 करोड़ रुपये का प्रावधान

    शिमला शहर में यातायात की समस्या के निवारण के लिए राज्य सरकार जाखू पहाड़ी के नीचे नव बहार पेट्रोल पंप के समीप से सर्कुलर रोड पर चिकित्सा महाविद्यालय शिमला तक 890 मीटर लंबी डबल लेन सुरंग का निर्माण करेगी। यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां लोक निर्माण विभाग की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरंग का निर्माण 295 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा, जिसमें से 100 करोड़ रुपये पहले ही जारी किए जा चुके हैं और इस माह के अंत तक निविदा प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार शिमला शहर में विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए गंभीरता से प्रयास कर रही है, ताकि स्थानीय लोगों के साथ-साथ यहां भ्रमण के लिए आने वाले पर्यटकों को बेहतरीन सुविधाएं प्रदान की जा सकें।

उन्होंने लोक निर्माण विभाग को वाहनों का सुचारू आवागमन सुनिश्चित करने के लिए सर्कुलर रोड़ पर सभी बाधाओं को दूर करने के निर्देश दिए। इसके दृष्टिगत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया एक सप्ताह के भीतर शुरू हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सर्कुलर रोड़ को चौड़ा एवं सुदृढ़ करने के लिए 122 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। पार्किंग से संबंधित आधारभूत ढांचे को भी सुदृढ़ किया जाएगा तथा 3000 अतिरिक्त वाहनों के लिए पार्किंग सुविधा सृजित की जाएगी।

ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार शिमला शहर में ओवरहेड तारों को हटाने की योजना पर दृढ़ता से कार्य कर रही है। इसके दृष्टिगत विद्युत केबल और ऑप्टिकल फाइबर के लिए भूमिगत डक्ट बिछाई जाएंगी। इस परियोजना के प्रारंभिक चरण में माल रोड, लोअर बाजार तथा मिडिल बाजार क्षेत्रों पर विशेष रूप से ध्यान केन्द्रित किया जाएगा और लगभग 23 करोड़ रुपये व्यय किए जाएंगे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग को सभी परियोजनाओं में गुणवत्तापूर्ण कार्य सुनिश्चित करने के निर्देश दिये, ताकि प्रदेशवासियों को लाभान्वित किया जा सके।

बैठक में लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्त्य सिंह, विधायक हरीश जनारथा, प्रधान सचिव देवेश कुमार तथा डॉ. अमनदीप गर्ग, मुख्यमंत्री के सचिव राकेश कंवर, प्रमुख अभियंता लोक निर्माण एन.के. सिंह, प्रधान मुख्य अरण्यपाल, वन, राजीव कुमार तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।