अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) लंबे अरसे से विश्वविद्यालय द्वारा पेपर चेकिंग में हो रही अनियमितताओं के ऊपर सवाल खड़ा करती रही है। अब पुनः एक बार रिचेकिंग के बाद विश्वविद्यालय के द्वारा बरती जा रही लापरवाही सामने आई है । ऐसा ही एक और मामला सामने आया जिसमें हमीरपुर महाविद्यालय के एक छात्र को पांचवे सत्र के गणित विषय में मात्र पांच अंक देकर फेल कर दिया। लेकिन जब रिचेकिंग करवाई गई तो छात्र के अंक बढ़कर 47 हो गए ।
ABVP विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल वर्मा ने कहा कि ऐसा यह पहला मामला नहीं है जबसे रूसा सिस्टम लागू हुआ तब से अनेकों बार ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। एक तरफ बड़ी देरी के बाद विश्वविद्यालय परीक्षा परिणाम घोषित करता है और वो भी आधा अधूरा और भारी अनियमितताओं के साथ। जिसके कारण हजारों छात्र विश्वविद्यालय की लापरवाह रवैये के कारण कॉलेज छोड़ने पर मजबूर हो जाते हैं । अभी का ताजा मामला भी कुछ ऐसा है पहले विश्वविद्यालय के द्वारा छात्र को 5 अंक देकर फेल कर दिया और रिचेकिंग के बाद उसी विषय में छात्र 47 अंक हासिल करता है ।
विशाल वर्मा ने कहा कि यह छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है। अनेकों विद्यार्थी बार बार परीक्षा देने के बाद भी उतने ही अंक आने पर डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं और मजबूरन पढ़ाई छोड़कर किसी अन्य कोर्स की तरफ रुख करना पड़ता है । पिछले वर्ष भी एक ऐसा ही मामला सामने आया था और बाद में विश्विविद्यालय ने सभी छात्रों को गणित विषय में ग्रेस मार्क्स देकर पास कर दिया था ।
ऐसे में सवाल यही उठता है कि आखिर कब विश्वविद्यालय प्रशासन नींद से जागेगा और छात्रों के भविष्य के साथ खेलना बंद करेगा । एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से पूरे मामले में जांच करने की मांग की है । ABVP ने कहा कि जल्द से जल्द रिचेकिंग के परिणाम घोशित किए जाएं और इस मामले की जांच कर लापरवाही बरतने वालों पर उचित कार्यवाही हो ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना न हो । साथ ही साथ एबीवीपी ने आंदोलन के चेतावनी भी दी है।