देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोगों से 13 से लेकर 15 अगस्त तक हर घर में तिरंगा लगाने की जनता से अपील की गई थी. जिसके चलते लोगों ने अपने घरों पर तिरंगे लहराए, लेकिन अब उसी तिरंगें की हमीरपुर में वाहनों द्वारा जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही हैं.
संवैधानिक तौर पर देश का तिरँगा लगाने की कुछ ही अधिकृत वीआईपी को लगाने की अनुमति है. लेकिन हमीरपुर में राष्ट्रीय ध्वज की जमकर अवहेलना की जा रही है.
आजादी के 76वें महोत्सव के बीत जाने के बाद अब देश की आन-बान-शान तिरंगा को लेकर धज्जियां उडाई जा रही है. हमीरपुर में कूडे लेके जाने वाली गाडी से लेकर सवारियां लेकर जाने वाली गाडियों, बसों पर तिरंगा लगाया हुआ देखा जा रहा है.
हालांकि तिरंगा गाडियों पर लगाने के लिए प्रतिबंध है और संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्ति को ही तिरंगा गाडी पर लगाने की अनुमति है.
हमीरपुर के कूड़ा उठाने वाले वाहनों पर भी राष्ट्रीय ध्वज लगाया गया है यही नहीं सवारियां उठाने वाली गाड़ियों पर भी राष्ट्रीय ध्वज लगाए गए हैं. वहीं, प्रशासन और पुलिस इसके ऊपर आंखें बंद कर बैठा हुआ है.
लोगों को ना तो उसके बारे में जागरूक किया जा रहा है. ना ही उन्हें हटाने की हिदायत पुलिस द्वारा दी जा रही है. 15 अगस्त को बीते हुए अब कुछ दिन हो चुके हैं. लेकिन अभी भी हमीरपुर में मालवाहक वाहनों में तिरंगे लगाए वाहन सड़कों पर सरपट दौड़ रहे हैं. लेकिन पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे वाहन चालकों पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है.
वहीं, इस मामले को लेकर उपायुक्त हमीरपुर देवश्वेता बनिक ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि वाहनों से राष्ट्रीय ध्वज को हटा दें जो लोग ऐसा कर रहे हैं. ऐसा ना करने पर उनके ऊपर कड़ी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी. उपायुक्त ने बताया कि राष्ट्रीय ध्वज लगाने के संवैधानिक तरीके होते हैं जो केवल कुछ ही सवैंधानिक पदों पर आसीन व्यक्तियों को ही लगाने की संविधान द्वारा अनुमति दी गई है.
लोग राष्ट्रीय ध्वज को संभाल कर नहीं रख पाते हैं. तो वे सरकारी कार्यालयों में जैसे पंचायत घर, वीडियो ऑफिस, एसडीम ऑफिस, और डीसी ऑफिस में जमा करवा सकते हैं. लेकिन राष्ट्रीय ध्वज को डस्टबिन में ना डालें. अगर कोई व्यक्ति ऐसा करता हुआ पकड़ा गया तो उसके खिलाफ प्रशासन कड़ी से कड़ी कार्रवाई अमल में लाएगा.