कांगड़ा: नगरोटा बगवां विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस विधायक व प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष व पर्यटन विकास बोर्ड के उपाध्यक्ष और कैबिनेट मंत्री रैंक रघुबीर सिंह बाली ने कहा कि 200 बेड का “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम स्वर्गीय विकास पुरूष जीएस बाली के नाम पर रखने के लिए सुक्खू सरकार के इस फैसले से मैं कृतज्ञ महसूस कर रहा हूं. सरकार के इस निर्णय की सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं ने सराहना की है. इसके लिए मैं सभी का आभारी हूं.
इस सम्मान के लिए मैं मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का धन्यवाद करता हूं. मुख्यमंत्री ने जीएस बाली जी को प्रदेश के विकास में योगदान के मद्देनजर यह सम्मान दिया है. साथ ही मैं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनी राम शांडिल का भी इस निर्णय को अंजाम देने के लिए धन्यवाद करता हूं.
आपको यह भी बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल, नूरपुर विधानसभा क्षेत्र से पूर्व विधायक अजय महाजन, जयसिंहपुर के विधायक यादवेंद्र गोमा व अन्य कांग्रेस से लेकर बीजेपी नेताओं ने विकास पुरूष जीएस बाली के योगदानों को याद करके उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित की हैं.
“एम.सी.एच. का नामकरण कर बाली को दिया गया मान-समान”
ऊना के विधायक एवं वरिष्ठ भाजपा नेता सतपाल सिंह सत्ती ने टांडा के “मदर एंड चाइल्ड” हैल्थ सैंटर का कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी.एस. बाली के नाम पर नामकरण के फैसले को सही करार दिया है. उन्होंने कहा कि यह स्व. जी.एस. बाली को दिया गया समान है.
बाली प्रदेश के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार थे. उनका प्रदेश के विकास में उल्लेखनीय योगदान रहा है. यह अछी शुरूआत है. जिसमें बेहतर काम करने वाले और जनसेवा करने वाले नेताओं को मान-समान दिया गया है. सत्ती ने कहा कि बाली ने राजनीति के जरिए हर वर्ग की सेवा की है.
वहीं इसी के साथ कांग्रेस के जिला महासचिव एवं पूर्व आर.टी.ए. सदस्य दीपक लट्ठ, सामाजिक कार्यकर्ता राजीव मेहता मार्शल, सतीश शर्मा, अमित शर्मा सहित कई अन्य समाजसेवा से जुड़े संगठनों ने प्रदेश के वरिष्ठ नेता स्व. जी.एस. बाली के नाम पर टांडा के एम.सी.एच. का नामकरण करने के सरकार के फैसले की सराहना की है.
उन्होंने कहा कि बाली ने पूरा जीवन गरीबों और पिछड़ों की मद्द के लिए समर्पित किया. वह प्रदेश के ऐसे नेता थे. जो हमेशा लाइन में खड़े आखिरी व्यक्ति की चिंता करते थे. यहीं नहीं बेरोजगारों को रोजगार मुहैया करवाना, स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाना उनकी बड़ी प्राथमिकता थी.
टांडा में मैडीकल कालेज जी.एस. बाली की देन है. ऐसे में प्रदेश सरकार ने“मदर एंड चाइल्ड” हैल्थ सैंटर का नाम जी.एस. बाली के नाम पर करने का जो फैसला लिया है. वह न्यायोचित है. उन्होंने इसके लिए सुक्खू सरकार की सराहना की है.
“बाली को दिया गया समान, उनके योगदान को रखा याद”
डिप्टी सी.एम. मुकेश अग्निहोत्री ने कहा है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जी.एस. बाली को सरकार ने मान-समान प्रदान किया है. बाली प्रदेश के वरिष्ठतम नेताओं में थे और वह प्रदेश के हितों की हमेशा लड़ाई लड़ते रहे. अब एम.सी.एच. टांडा उनके नाम पर होगा तो प्रदेश की जनता उनके योगदान को हमेशा याद रखेगी.
कांग्रेस ने हमेशा अपने नेताओं को याद रखा है और उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया है. बाली कांगड़ा के ही नहीं पूरे प्रदेश के सर्वमान्य नेता थे. उन्होंने हमेशा पीडि़तों की लड़ाई लड़ी. वह हर किसी की लड़ाई लड़ते थे और राज्य के विकास में उनका अमूल्य योगदान रहा है.
“जीएस बाली थे बड़े नेता”
भाजपा के पूर्व मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि जीएस बाली कांगड़ा जिला के बड़े नेता थे. कांगड़ा जिला के विकास के लिए वह हमेशा तत्पर रहते थे. टांडा अस्पताल को बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा है. टांडा अस्पताल में “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम जीएस बाली के नाम पर रखना सराहनीय काम है.
“विकास में जीएस बाली का बड़ा योगदान”
शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि हिमाचल में बतौर नेता जीएस बाली का कद बहुत बड़ा था. मंत्री के रूप में जो भी उनके पास रहे उनमें अतुलनीय काम हुआ. टांडा मेडिकल कॉलेज जैसे कई बड़े संस्थान धरातल पर उतारने में उनका बड़ा योगदान रहा. मुख्य्मंत्री ने टांडा अस्पताल में “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम जीएस बाली के नाम पर रख उनको अच्छी श्रद्धांजलि दी है.
“जीएस बाली से बहुत कुछ सीखा”
पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह ने कहा कि राजनीति के कई गुर उन्होंने पूर्व मंत्री जीएस बाली से सीखे है. जीएस बाली का अनुभव उनके लिए बहुत काम आया. बाली ने प्रदेश भर में विकास के क्षेत्र में बहुत काम किया. टांडा अस्पताल को लाने में उनका बड़ा योगदान रहा. सीएम सुखविंदर सुक्खू ने टांडा अस्पताल में “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम जीएस बाली के नाम पर रखा. यह उनके लिए सरकार की तरफ से अच्छी श्रद्धांजलि है.
“जीएस बाली को सरकार ने दी सच्ची श्रद्धांजलि”
स्वास्थ्य मंत्री धनी राम शांडिल ने कहा कि पूर्व मंत्री जीएस बाली हमेशा सामाजिक कार्यों में आगे रहते थे. टांडा अस्पताल को बनाने में जीएस बाली का बहुत बड़ा योगदान रहा है. बाली के योगदान की वजह से कांगड़ा जिला के लोगों क टांडा अस्पताल के माध्यम से स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर सेवाएं मिलीं.
शांडिल ने कहा कि टांडा में 200 बेड का “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम कांग्रेस के पूर्व मंत्री जीएस बाली के नाम पर रखना एक सच्ची श्रद्धांजलि है. मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू और मैने मिलकर विचार किया कि टांडा में बनने वाले “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम जीएस बाली के नाम पर रखना चाहिए. हमारी सरकार ने जीएस बाली को सच्ची श्रद्धांजलि दी है.
“टांडा अस्पताल में बाली का योगदान सराहनीय”
सुलह से भाजपा विधायक विपिन परमार ने कहा कि टांडा में बनने वाले “मदर एंड चाइल्ड” अस्पताल का नाम जीएस बाली के नाम पर रखना अच्छी पहल है. जीएस बाली को यह सच्ची श्रद्धांजलि है. टांडा अस्पताल को बनाने में जीएस बाली ने काफी योगदान दिया है. बाली सामाजिक कार्यों में तत्पर रहते थे.
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