प्रदेश सरकार पर्यटन के क्षेत्र को बेहतर बनाने का दावा कर रही है। लेकिन सरकार के दावों के उलट तस्वीर अलग ही सामने आ रही है। सरकार के पर्यटन के क्षेत्र में कितना बेहतर काम हो रहा है इसका अंदाजा आप विश्व प्रसिद्ध पर्यटन नगरी मनाली के वोल्वो बस स्टैंड की भद्दी तस्वीर को देख कर लगा सकते हैं। दरअसल यह की तस्वीर सरकार के दावों की पोल खोलती नज़र आ रही है। देशभर से प्रतिदिन 100 से अधिक वोल्वो और सामान्य बसों में 4000 से अधिक पर्यटक दलदल भरे बस अड्डे में पहला कदम रखते हैं।
इतना ही नही बंद पड़े शौचालय भी यहां आने वाले पर्यटकों के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं। वाहन चालक रॉकी व पवन का कहना है कि देश व दुनिया के सैलानियों की पहली पसंद बने मनाली के प्राइवेट बस स्टैंड में गंदगी का आलम है। बाहरी राज्यों से आने वाली वोल्वो सहित सभी बसों को मनाली से 1 किलोमीटर पीछे ही रांगडी में प्राइवेट बस स्टैंड में उतारा जा रहा है। मनाली आने वाले पर्यटक भी सरकार की लचर प्रणाली पर रोष जता कर चले जाते हैं।
अब प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को ही सरकार से सुविधाएं प्रदान करवाने के लिए आग्रह करने को मजबूर होना पड़ रहा है। लुधियाना की परविंदर कौर,लखनपुर यू.पी.की गीता गुप्ता और अन्य पर्यटकों ने भी सरकार से आग्रह किया कि वोल्वो बस स्टैंड की हालत शीघ्र सुधारी जाए और बंद पडे़ शौचालयों को खोला जाए।