<p>प्रदेश सरकार ऊना जिला को पशु पालन का हब बनाने के प्रयास कर रही है। यह बात ग्रामीण विकास, पंचायती राज, मत्स्य तथा पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने अप्पर बसाल में पशु पालकों के लिए आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए कही। संगोष्ठी में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने किसानों को बकरी पालन तथा डेयरी फार्मिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां प्रदान की। वीरेंद्र कंवर ने कहा कि पशु गणना के नए आंकड़ों से साफ पता चलता है कि जिला ऊना के किसान पशु पालन में रुचि दिखा रही हैं। यही नहीं बकरी और भेड़ों की संख्या के हिसाब से हिमाचल प्रदेश पूरे उत्तर भारत में सबसे आगे है।</p>
<p>उन्होंने किसान को उन्नत नस्ल के पशु पालने का कहा ताकि उन्हें अच्छा लाभ मिल सके और उनकी आय बढ़ सके। ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि पशु पालकों के लिए बरनोह डंगेड़ा में मुर्राह नस्ल की भैंसों का फार्म खोला जा रहा है। इस फार्म को बनाने के लिए काम भी शुरू हो चुका है। फार्म को उत्कृष्ठता का केंद्र भी बनाया जाएगा और यहां पर पशु पालकों को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>कुटलैहड़ में अब तक दिए 100 बकरी यूनिट</strong></span></p>
<p>ग्रामीण विकास मंत्री ने कहा कि कुटलैहड़ विधानसभा क्षेत्र में अब तक बकरियों के लगभग 100 यूनिट वितरित किए जा चुके हैं। बकरी पालन एक अच्छा व्यवसाय है और इससे प्रतिवर्ष 2 से अढ़ाई लाख रुपए तक आय हो सकती है। ऐसे में युवा पशु पालन को स्वरोजगार के रूप में अपना सकते हैं। कंवर ने कहा कि बकरी के दूध को ब्रांड बनाकर बेचने की योजना बनाई जा रही है। बकरी के दूध में प्रोटीन की बहुत अधिक मात्रा होती है, ऐसे में डेंगू के मरीज़ों को बकरी का दूध पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि इसमें ब्लड सेल बढ़ाने की अदभुत क्षमता होती है।</p>
<p><span style=”color:#e74c3c”><strong>प्राकृतिक खेती पर दिया जोर</strong></span></p>
<p>वीरेंद्र कंवर ने किसानों से प्राकृतिक खेती अपनाने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि रसायनिक खेती की वजह से बहुत सी बीमारियों फैल रही हैं और मिट्टी की उपजाऊ क्षमता भी कम हो रही है। ऐसे में सभी किसानों को प्राकृतिक खेती को अपनाना चाहिए। गाय प्राकृतिक खेती का मुख्य आधार है क्योंकि देसी गाय का गोबर व गौमूत्र का इस्तेमाल प्राकृतिक खेती में किया जाता है।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>14 परिवारों को बांटे बकरी के यूनिट</strong></span></p>
<p>इस अवसर पर पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने 14 परिवारों को दो बकरियों व एक बकरे का यूनिट प्रदान किए, साथ ही उन्हें दवाएं व दूसरे सप्लीमेंट भी वितरित किए। लाभार्थियों में रानी, निर्मला देवी, जसवीर कौर, निर्मला देवी, कुंदन लाल, यूनूस, राज कुमार, निर्मल सिंह, निजामद्दीन, नेक मोहम्मद, देसराज, सुभाष चंद, अजय कुमार व पुष्पिंदर शामिल हैं।</p>
<p><span style=”color:#c0392b”><strong>प्रगतिशील किसानों को किया सम्मानित</strong></span></p>
<p>वीरेंद्र कंवर ने इलाके के प्रगतिशील किसानों को सम्मानित भी किया। इनमें वरुण, राजन वशिष्ठ, गुरदयाल सिंह, सतीश कुमार, सुरेश बांका, रमन कुमारी, नरेश कुमार शर्मा, सुनील शारदा, राम मूर्ति सैणी, राजेंद्र शर्मा, यादविंद्र पाल, राममूर्ति शर्मा, मक्खन सिंह व राजेश शर्मा शामिल हैं। इस अवसर पर पशु पालन मंत्री ने बकरी पालन मार्गदर्शिका पुस्तिका का विमोचन भी किया।</p>
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