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शिमला से 6 साल पहले गुमशुदा बच्चे को हरियाणा में स्टेट क्राइम ब्रांच AHTU में तैनात ASI राजेश कुमार ने परिवार से मिलाया

पी. चंद, शिमला |

आज से 6 साल पहले कोटखाई शिमला में लापता हुए नेपाल के शिवम को आज उसके परिजनों से मिलवाया गया। जानकारी के अनुसार स्टेट क्राइम ब्रांच एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सेल पंचकूला मैं तैनात एएसआई राजेश कुमार चिल्ड्रन होम छछरौली यमुनानगर काउंसलर मायाराम ने बताया कि हमारे पास एक लड़का कल्पनिक नाम शिवम मगर आयु 18 वर्ष पिता का नाम लक्ष्मण वासी तुलसीपुर नेपाल डीडी नंबर 15 दिनांक 15 फरवरी 2015 को हरियाणा में पुलिस स्टेशन जीआरपी जगाधरी द्वारा लावारिस युवक मिला था। उस समय जब बच्चा मिला तो उसकी उम्र 12 साल थी। 1 जून 2021 को एएसआई राजेश कुमार ने बच्चे से पूछताछ की। बच्चे ने अपना नाम काल्पनिक राजू  आयु 18 पिता का नाम लक्ष्मण वाशी तुलसीपुर जिला दाग नेपाल और इससे ज्यादा कुछ नहीं बता रहा था। एएसआई राजेश कुमार ने बच्चे से सभी डिटेल प्राप्त कर बच्चे की वीडियो और फोटो को बना लिया।

इसके बाद एएसआई राजेश कुमार ने एनजीओ नेपाल एंड दिल्ली रेस्क्यू ऑफिसर नवीन जोशी से संपर्क कर उन्हें बच्चे की सभी डिटेल वीडियो भेजी गई। उसी के आधार पर बच्चे की वीडियो को नेपाल के न्यूज़ चैनलों पर चला गया। जब इस वीडियो को नेपाल में न्यूज चैनलों परदिखाया गया तो गुमशुदा लड़के शिवम के जीजा जीवन ने फोटो और वीडियो को देखकर अपनी पत्नी गीता को बताया कि यह शिवम आपका गुमशुदा भाई तो नहीं है। गुमशुदा की बहन गीता ने बताया कि यही मेरा भाई है जो हमारे से 2015 से गुम है।  गीता से  पिता लक्ष्मण का नंबर लेकर बेटे शिवम की वीडियो कॉलिंग कराई गई।

वीडियो कॉलिंग में पिता ने अपने बेटे को पहचाना और गुमशुदा बेटे शिवम ने अपने पिता को पहचाना, साथ ही अपनी बहन को भी पहचाना। पिता ने बताया कि मेरा बेटा 2015 में कोटखाई जिला शिमला से गुम हो गया था उस समय उसकी आयु 10 साल थी। मैंने बहुत तलाश किया पर कोई सफलता नहीं मिली। एएसआई राजेश कुमार ने बताया कि आपका बेटा सुरक्षित है और कक्षा दसवीं में बालकुंज छछरौली, यमुनानगर हरियाणा में पढ़ाई कर रहा है।

गुमशुदा लड़के शिवम ने अपने पापा से कहा कि मैं दसवीं की कक्षा पास करने के बाद आपके पास आऊंगा।  पिता ने बताया मेरा नाम लक्ष्मण मगर पुत्र वीर बहादुर वासी हाल डॉक्टर प्रेम चौहान चलनेर पुलिस स्टेशन कोटखाई जिला शिमला  हिमाचल प्रदेश में रह रहा हूं। आज 20 अप्रैल को यमुनानगर सीडब्ल्यूसी के आदेश से बच्चे को सुरक्षित सोलन हिमाचल प्रदेश मैं जाकर पिता और जीजा के सुपुर्द किया गया। टीम में एएसआई राजेश कुमार एचसी भूपेंद्र सिंह काउंसलर मायाराम अकाउंटेंट योगेंद्र सिंह शामिल थे।