सरकाघाट कालेज पीटीए पर नियुक्ति मामले में भारतीय दलित, पिछड़ा एवं अल्पसंख्यक वर्ग परिषद हिमाचल प्रदेश के महासचिव एवं प्रवक्ता चमन राही ने कहा कि सरकाघाट कॉलेज में एक दलित प्रध्यापक को जानबूझकर नौकरी से हटाने का षडयंत्र रचा जा रहा है.
जबकि कानूनन उसकी नियुक्ति नियमानुसार हुई है और वह नेट सैट क्वालीफाइड है। चमन राही ने कहा कि वर्ष 2017 के बाद पीटीए की नियुक्तियों पर रोक है, जबकि प्राध्यापक की नियुक्ति वर्ष 2015 में हुई है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग षड्यंत्र रच रहे हैं, जबकि यह मामला कोर्ट में चल रहा है, ऐसे में इसे तूल देना कोर्ट की अवमानना जैसा ही है।
कोर्ट इस पर नियमानुसार फैसला देगा। चमन राही ने कहा कि सरकाघाट कॉलेज में बने सैफ्टिक टैंक के लिए की गई पेमेंट की विजिलेंस जांच होनी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि कितने में सैफ्टिक टैंक बन सकता था और कितने में बना तथा पेमेंट कहां से कहां हुई सबके खातों की विजिलेंस जांच होनी चाहिए।
चमन राही ने कहा कि इस बारे वह सोमवार को डीसी मंडी को एक ज्ञापन सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में सरकाघाट कालेज में एक एलए तनावग्रस्त होने के कारण मौत का ग्रास बन गए थे, उस मामले की भी जांच होनी चाहिए।