सोलन शहर की सड़कों पर पिछले दस दिनों से मनमर्जी से किराया वसूल रहे ऑटो चालकों पर प्रशासन ने लगाम कस दी है। अब शहर की सड़कों पर चलने वाले ऑटो चालक ज्यादा किराया नहीं वसूल सकते है। यदि कोई ज्यादा किराया वसूलता है तो क्षेत्रीय परिवहन विभाग उन के खिलाफ सख्त कार्रवाई भी करेगा।
क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में शूलिनी ऑटो यूनियन की किराए को लेकर बैठक आयोजित की गई। इस दौरान कई निर्णय लिए गए है। इस बैठक में ऑटो चालकों सहित समाजसेवी संस्थाओं और अन्य लोगों ने भाग लिया और ऑटो चालकों द्वारा किराए को बढ़ाने के लिए दी गई प्रपोजल पर बातचीत की गई।
लेकिन, बैठक में कई जगहों पर जाने वाले ऑटो के किराए निर्धारण को लेकर यूनियन और लोग अड़े रहे। इसके चलते बैठक को तीन घंटे का समय लग गया। हालांकि बैठक में किराया निर्धारित किया गया है लेकिन अभी जब तक जिला प्रशासन की ओर से कोई निर्देश जारी नहीं किए जाते, तब तक ऑटो चालक पूर्व निर्धारित किराया ही लोगों से वसूलेंगे।
बता दें कि पिछले लगभग एक वर्ष से ऑटो यूनियन जिला प्रशासन से किराया वृद्धि करने की मांग करती आ रही है। इस मांग को लेकर कार्यकारिणी के पदाधिकारी बार-बार डीसी और आरटीओ से मिलते रहे हैं, लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। इसके कारण ऑटो चालकों ने अपनी मनमर्जी से किराया बड़ा दिया था। जिसके बाद मंगलवार इस बाबत बैठक आयोजित की गई।
क्या कहना है यूनियन का
यूनियन का कहना है कि न्यूनतम किराया पिछले 10 वर्षों से नहीं बढ़ाया गया, जबकि इन 10 वर्षों में महंगाई 8 गुणा बढ़ी है। वहीं आरटीओ सोलन सुरेश कुमार सिंघा ने बताया कि पिछले कई दिनों से ऑटो चालकों के खिलाफ़ शिकायतें आ रही रही थी कि वो लोग ज्यादा किराया वसूल ले रहे इसी के चलते बैठक बुलाई गई थी और बैठक में सिविल संस्थाओ के लोगों और ऑटो चालकों ने भाग लिया और नया किराया बनाने के लिए डीसी सोलन को प्रस्ताव भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि जब तक नया किराया निर्धारित नहीं हो जाता है तब तक ऑटो चालक पुराना ही किराया लेंगे और 3 सवारियों से ज्यादा अगर लोगों को ऑटो में बिठाया जाता है तो लोग इस बारे प्रशासन को पुलिस, या फिर आरटी ओआफिस में शिकायत करवा सकते हैं।