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हिमस्खलन से बाधित रहा मनाली-केलांग हाईवे

  • मनाली-केलांग नेशनल हाईवे-3 पर हिमस्खलन, आवाजाही बाधित

  • हिमाचल में हल्की बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी की संभावना

  • लाहौल-स्पीति में 43 संपर्क सड़कें अवरुद्ध, बाह्य सराज हाईवे-305 बहाल


Avalanche in Manali-Keylong Highway: मनाली-केलांग नेशनल हाईवे-3 के धुंधी क्षेत्र में गुरुवार सुबह हिमस्खलन हुआ, जिससे हाईवे पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। हालांकि, राहत की बात यह रही कि इस घटना में किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई। प्रशासन ने यात्रियों और पर्यटकों से सतर्कता बरतने की अपील की है और किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन से संपर्क करने की सलाह दी है।

हिमाचल प्रदेश में जैसे-जैसे तापमान बढ़ रहा है, वैसे ही हिमस्खलन का खतरा भी बढ़ गया है। मौसम विज्ञान केंद्र, शिमला ने लाहौल-स्पीति, कांगड़ा, चंबा, किन्नौर, कुल्लू, शिमला, मंडी, ऊना, बिलासपुर और हमीरपुर के कुछ क्षेत्रों में हल्की बारिश और ऊंची चोटियों पर बर्फबारी की संभावना जताई है। इसके अलावा, कुछ स्थानों पर तेज हवाएं चलने की भी चेतावनी जारी की गई है।

उधर, मनाली-लेह मार्ग पर स्थित बारालाचा और रोहतांग दर्रा समेत ऊंची चोटियों पर बुधवार को हल्की बर्फबारी दर्ज की गई। लाहौल-स्पीति जिले में लोक निर्माण विभाग के तहत 43 संपर्क सड़कें अवरुद्ध हैं, जिनमें से स्पीति उपमंडल में 9, उदयपुर में 14 और लाहौल मंडल में 20 सड़कें बंद हैं। वहीं, बाह्य सराज को जोड़ने वाला औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 बसों के लिए 43 दिन बाद बहाल कर दिया गया है।

बिलासपुर और ऊना में बुधवार को अधिकतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। शिमला सहित प्रदेश के कई स्थानों पर न्यूनतम तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। मौसम विभाग के अनुसार, 28 मार्च से 2 अप्रैल तक पूरे प्रदेश में मौसम साफ रहने के आसार हैं।