Categories: हिमाचल

जयराम सरकार का आदेश, सड़क उखड़ी तो अफसरों की सैलरी से बिछेगा कोलतार

<p>राज्य सरकार ने सड़क मार्गों की टायरिंग के डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड पर अफसरों को जवाबदेह बनाया है। टायरिंग के उखड़ने पर लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाई-वे के इंजीनियरों की सैलरी से दोबारा कोलतार बिछेगा। इसके अलावा टायरिंग की परत 5 एमएम मोटी करने के निर्देश दिए गए है। प्रदेश सरकार ने कड़े आदेश पारित किए है कि पेबर मशीन के साथ ही कोलतार बिछाई जाए।</p>

<p>सड़कों की खस्ताहालत और बिछाने के तुरंत बाद टायरिंग के उखड़ने पर जयराम सरकार ने उक्त कड़े फैसले लिए हैं। सरकार ने लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाई-वे को टायरिंग के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है। इसमें कहा गया है कि हर एक निर्माण कार्य के लिए डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड की शर्त लागू रहती है।</p>

<p><img src=”/media/gallery/images/image(1304).jpeg” style=”height:342px; width:640px” /></p>

<p>सड़कों में टायरिंग बिछाने के लिए आयोजित की जाने वाली टेंडर प्रक्रिया में इसका कड़ा प्रावधान है। बावजूद इसके टायरिंग&nbsp; के तुरंत बाद ठेकेदार को बिल बना कर भुगतान कर दिया जाता है। कुछ ही समय में टायरिंग के उखड़ने पर डिफेक्ट लाइबिलिटी पीरियड की शर्तों को लागू करना विभाग जरूरी नहीं समझता। नए दिशा-निर्देशों में स्पष्ट कहा गया है कि इस समयावधि के बीच टायरिंग के उखड़ने पर संबंधित फर्म को सड़क मार्ग की मरम्मत करनी होगी।</p>

<p>इस शर्त को लागू न करवाने पर विभागीय अधिकारियों के वेतन से कटौती कर सड़कों में टायरिंग होगी। लिहाजा विभाग की जवाबदेही तय की गई है कि लाइबिलिटी पीरियड में संबंधित फर्म से ही टायरिंग के उखड़ने पर दोबारा काम करवाया जाए। क्वालिटी कंट्रोल विंग से प्राप्त फीडबैक के अनुसार प्रदेश की सड़कों में वैज्ञानिक ढंग से कोलतार नहीं बिछाई जाती है। इसके लिए पेबर का प्रयोग नहीं होता है। इस कारण टायरिंग निर्धारित समयावधि से पहले उखड़ना शुरू हो जाती है।</p>

<p>सरकार ने विभाग को दो टूक कहा है कि बिना पेबर के किसी भी सड़क की टायरिंग न करवाई जाए। इस दिशा-निर्देश की पालना न करने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई होगी। इसके अलावा कोलतार की परत मोटी करने को कहा है। वर्तमान में नए सड़क मार्गों में 20 एमएम कोलतार बिछाई जा रही है। सरकार ने कहा है कि टायरिंग की लाइफ लाइन बढ़ाने के लिए अब टायरिंग की परत 25 एमएम मोटी की जाए।</p>

<p>उल्लेखनीय है कि बरसात से पहले प्रदेश भर में टायरिंग का काम युद्ध स्तर पर चला है। नेशनल हाई-वे से लेकर ग्रामीण सड़कों तक हजारों सड़कों मार्गों पर टायरिंग बिछाई जा रही है। इसकी गुणवत्ता पर नजर रखने के लिए राज्य सरकार ने कड़े निर्देश दिए है। इसके अलावा सीएम ऑफिस में भी सड़क मार्गों की गुणवत्ता जांचने के लिए क्वालिटी कंट्रोल विंग गठित किया जा रहा है।</p>

<p>इसी कड़ी में नेशनल हाई-वे और लोक निर्माण विभाग के सभी चीफ इंजीनियर को निर्देश जारी किए गए हैं कि टायरिंग के कार्य के लिए जारी गाइड लाइन के आधार पर वर्किंग करवाई जाए।</p>

Samachar First

Recent Posts

पर्यटन निगम में नवाचार बाली के नेतृत्व का परिणाम: कांग्रेस

  युवा कांग्रेस नेता दीपक लट्ठ ने रघुवीर बाली के नेतृत्व की सराहना की। पर्यटन…

3 hours ago

आज अमित शाह से मिलेंगे सुक्‍खू, राहत राशि की मांग करेंगे, आलाकमान से भी मुलाकात

Himachal disaster relief funds: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू आज दिल्ली में केंद्रीय…

4 hours ago

कांगड़ा में कश्मीरी फेरीवालों पर सांप्रदायिक टिप्‍पणी करने वाली बीडीसी मेंबर पर मुकदमा

Viral Video Sparks Outrage in Himachal: हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले में मुस्लिम समुदाय और…

4 hours ago

जानें, आज का दिन आपकी राशि के लिए कैसा रहेगा

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ) आज आपका दिन सामान्य रहेगा।…

5 hours ago

शिलादेश के थलातर में सड़क हादसा, दो की मौके पर मौत

Fatal Accident in Rohru Chidgaon: शिमला जिले के रोहड़ू-चिड़गांव क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे…

17 hours ago

हिमाचल में जल्‍द 12वीं पास कर सकेंगे बीएड के बराबर आईटीईपी कोर्स

एचपीयू चार वर्षीय इंटीग्रेटेड टीचर्स एजुकेशन प्रोग्राम (आईटीईपी) शुरू करने की तैयारी में है। यह…

18 hours ago