🔹 टीजीटी संस्कृत के नए भर्ती एवं पदोन्नति नियम जारी
🔹 B.A. और M.A. संस्कृत वाले भी बन सकेंगे शास्त्री शिक्षक
🔹 एसएमसी शिक्षकों के लिए एलडीआर कोटा तय, नियमितीकरण का रास्ता साफ
Himachal Sanskrit Teacher Recruitment: हिमाचल प्रदेश में संस्कृत शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया में बड़ा बदलाव किया गया है। प्रदेश के प्रारंभिक शिक्षा निदेशालय ने टीजीटी (Trained Graduate Teacher) संस्कृत के लिए नए भर्ती एवं पदोन्नति नियम अधिसूचित कर दिए हैं। अब संस्कृत विषय के साथ B.A. और M.A. करने वाले अभ्यर्थी भी शास्त्री शिक्षक बनने के पात्र होंगे, लेकिन उनके पास B.Ed अनिवार्य रूप से होना चाहिए।
2011 से पहले B.Ed में दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को न्यूनतम अंकों की शर्त से छूट दी गई है। भर्ती लोक सेवा आयोग या राज्य चयन आयोग के माध्यम से की जाएगी, और बैचवाइज भर्ती के लिए मेरिट डिग्री प्राप्त करने की वरिष्ठता के आधार पर तैयार होगी।
भर्ती प्रक्रिया और पात्रता नियम
- टीजीटी संस्कृत के कुल पद – 4,321
- न्यूनतम आयु सीमा – 18 वर्ष
- अधिकतम आयु सीमा – 45 वर्ष
- प्रारंभिक वेतन – ₹21,360/-
- शिक्षा योग्यता:
- संस्कृत विषय के साथ स्नातक और B.Ed अनिवार्य
- सीनियर सेकेंडरी + संस्कृत विषय के साथ B.El.Ed (4 वर्षीय कोर्स)
- NCTE से मान्यता प्राप्त संस्थान से संस्कृत विषय के साथ B.A./B.Sc.Ed (4 वर्षीय कोर्स)
- TET पास होना आवश्यक
इसके अलावा, यदि किसी अभ्यर्थी के शास्त्री (B.A.) में 50% अंक नहीं हैं, तो वह M.A. संस्कृत के अंकों के आधार पर भी पात्र हो सकता है।
एसएमसी शिक्षकों के लिए एलडीआर कोटा तय
सरकार ने स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) के माध्यम से कार्यरत शिक्षकों के लिए भी भर्ती नियमों में बदलाव किया है। अब 2,408 एसएमसी शिक्षकों को लिमिटेड डायरेक्ट रिक्रूटमेंट (LDR) कोटा के तहत नियमित करने का अवसर मिलेगा।
भर्ती कोटा वितरण:
- 37.5% – सीधी भर्ती (राज्य चयन आयोग के माध्यम से)
- 32.5% – बैचवाइज भर्ती
- 0.5% – एलडीआर कोटा (एसएमसी शिक्षकों के लिए)
- 25% – पदोन्नति कोटा (कोई बदलाव नहीं)
पदोन्नति के लिए दुर्गम क्षेत्रों में सेवाएं होंगी अनिवार्य
टीजीटी संस्कृत शिक्षकों की पदोन्नति के लिए उनकी दुर्गम और दूरदराज क्षेत्रों में दी गई सेवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। जो शिक्षक ऐसे क्षेत्रों में सेवाएं नहीं दे रहे हैं, उन्हें वरिष्ठता के आधार पर वहां स्थानांतरित किया जाएगा।
नए नियमों से लाभ
✔ संस्कृत शिक्षकों की योग्यता और गुणवत्ता में सुधार
✔ SMC शिक्षकों को नियमितीकरण का मौका
✔ पदोन्नति के लिए पारदर्शी प्रक्रिया
✔ बैचवाइज भर्ती में योग्यता के नए विकल्प