एक नया सूरज उगाना चाहती हूं, हर घर बसाना चाहती हूं, मैं ही हर घर की खुशी सच कहूं तो मैं समाज बचाना चाहती हूं, ये पक्तियां काजा पंचायत का प्रतिनिधित्व कर रही महिलाओं पर बिल्कुल स्टीक उतरती है। यूं तो महिलाओं को आधी आबादी भी कहते हैं। लेकिन असल में अब महिलाएं हर क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रही हैं । काजा पंचायत की आधी आबादी ने कई ऐसे फैसले लिए हैं जोकि आने वाले समय में काजा पंचायत के लिए ही नहीं बल्कि अन्य पंचायतों के लिए भी मिसाल पेश करेगा।
दरअस आज काजा में पंचायत प्रधान सोनम डोलमा की अध्यक्षता में महिला ग्राम सभा का आयोजन किया गया था। इस दौरान कई ऐसे फैसले लिए हैं जिनमें तारीफ जनता कर रही है। काजा महिला ग्राम सभा में मुख्य मुददा उठा कि पंचायत के कई क्षेत्रों में ताश और जुआ सरेआम खेला जा रहा है। जहां पुरूष काफी मौजूद रहते हैं। इससे जहां पर बच्चों और युवा पीढ़ी पर असर पड़ रहा है। इसके बाद सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया है कि पंचायत के आधीन कहीं पर भी जुआ और ताश नहीं खेली जाएगी। अगर कोई इस गतिविधि में संलिप्त पाया गया तो उस पर 40 हजार रूपये जुर्माना लगाया जाएगा।
वहीं ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित गया कि काजा में जो स्नूकर चल रहा है। वो देर रात तक खुला रहता है। इसमें स्कूल के नाबालिग बच्चें खेलते है। यहां पर अक्सर लड़ाई झगड़े होते रहते हैं। ग्राम सभा में प्रस्ताव पारित किया गया जिसके तहत अब सुबह दस बजे से शाम छह बजे तक स्नूकर खोलने का समय रहेगा। इसके साथ ही नाबालिगों के स्नूकर खेलने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध रहेगा। अगर कोई नाबालिग खेलता हुआ पाया गया तो पांच हजार रूपये जुर्माना किया जाएगा। स्नूकर पर महिला मंडल सरप्राइज चैकिंग किया करेगा।
ग्राम सभा में एक ओर प्रस्ताव पारित किया है अगर कोई भी व्यक्ति खुले में कूड़ा फैंकता हुआ पाया तो एक हजार रूपये जुर्माना रखा गया है। इसके साथ ही व्यक्ति से कूड़ा भी उठवाया जाएगा। अगर दूसरी बार व्यक्ति कूड़ा फैंकते हुए पकड़ा गया तो उसके चरित्र प्रमाण पत्र पर कारवाई शुरू की जाएगी। महिला ग्राम सभा के इन नए फैसलों से जहां काजा पंचायत की तारीफ हो रही है । वहीं, स्पिति को नई दिशा में देने में नई भूमिका निभाएगा।