भाई दूज 2024: इस साल भाई दूज का पर्व 3 नवंबर रविवार को मनाया जाएगा, जो हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। इसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन भाई अपनी बहन के घर जाते हैं और बहन उन्हें तिलक लगाकर सम्मान करती है। भाई दूज के इस पर्व का धार्मिक महत्व भी है, जहां भाई के तिलक करने से उनकी रक्षा होती है और उन्हें यम का भय नहीं रहता।
इस वर्ष भाई दूज के अवसर पर दो शुभ योग भी बन रहे हैं, जो इसे और विशेष बनाते हैं। 3 नवंबर को सौभाग्य योग सुबह से दोपहर 11:40 बजे तक रहेगा, और उसके बाद शोभन योग बन रहा है, जो पूरी रात तक रहेगा। इन योगों में शुभता बढ़ने से पर्व का महत्व बढ़ता है। इस दिन अनुराधा नक्षत्र भी पूरे दिन रहेगा, जो इस पर्व को और भी अधिक पवित्र बनाता है।
द्रिक पंचांग के अनुसार इस वर्ष कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि 2 नवंबर शनिवार को रात्रि 8:21 बजे प्रारंभ हो रही है। यह तिथि 3 नवंबर रविवार को रात्रि 10:05 बजे समाप्त होगी। उदयातिथि के आधार पर भाई दूज यानि यम द्वितीया का पर्व मनाया जाएगा।
3 नवंबर को भाई दूज के दिन 2 शुभ योग बन रहे हैं। उस दिन सौभाग्य योग सुबह से लेकर दिन में 11:40 बजे तक है। उसके बाद शोभन योग बन रहा है, जो पूरी रात तक है। ये दोनों ही योग शुभ हैं। भाई दूज के शुभ मुहूर्त के समय शोभन योग बनता है। उस दिन अनुराधा नक्षत्र पूरी रात तक है।
इस शुभ मुहूर्त में भाई अपनी बहन के घर पहुंचकर तिलक करवा सकते हैं। भाई दूज के दिन की इस परंपरा से यमराज की नजर से मुक्ति मानी जाती है और भाई-बहन के बीच का प्रेम और भी प्रगाढ़ होता है।
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