स्वारघाट कोरंटाइन सेंटर में युवक हंसराज की मौत मामले में नया मोड़ ले लिया है। हंसराज मौत मामले में 108 एंबुलेंस में कार्यरत फार्मासिस्ट और ड्राइवर पर लापरवाही के आरोप लगे हैं। दोनों के खिलाफ आईपीसी की धारा 304ए, 34 के तहत मामला दर्ज किया गया है। आरोप है कि क्वारंटाइन सेंटर में रखे युवक हंसराज की तबियत खराब होने पर 108 एंबुलेंस को बुलाया गया। लेकिन एंबुलेंस में कार्यरत फार्मसिस्ट और चालक ने पीपीई किट होने के बावजूद भी उन्होंने युवक को उठाकर एंबुलेंस में लिटाने की जहमत नहीं की। इसके बाद स्थानीय पुलिस ने उठाकर युवक को एंबुलेंस में लेटाया।
मामले की पुष्टि करते हुए डीएसपी संजय शर्मा ने बताया कि पूरे मामले में 108 कर्मियों ने जो लापरवाही बरती है, उसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले की जांच के लिए नैनादेवी डीएसपी संजय शर्मा को जांच अधिकारी बनाया गया है। जो पूरे मामले की छानबीन कर अपनी रिपोर्ट एसपी बिलासपुर को सौंपेगे।
गौरतलब है कि मध्य प्रदेश के दतिया जिले से लौटे बिलासपुर के बरमाणा के युवक हंसराज को फॉरेस्ट रेस्ट हाउस स्वारघाट में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रखा गया था। इस दौरान 10 मई को उसकी तबियत खराब हो गई और वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ा जिससे उसके सिर पर चोट आई थी। युवक को पहले क्षेत्रिय अस्पताल बिलासपुर ले जाया गया जहां से उसे IGMC शिमला रेफर कर दिया गया जहां उसकी मौत की पुष्टि हुई।