पी. चंद। खालिस्तानी समर्थक पन्नू बीते एक साल से निरंतर मुख्यमंत्री को धमकियां दे रहा है। प्रदेश के पत्रकारों और नेताओं को भी फोन करके यह धमकियां दी जा रही है। धर्मशाला में विधानसभा के गेट पर भी खालिस्तानी समर्थक द्वारा नारे लिखे गए। इसके बाद अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी फ्रंट चीफ एमएस बिट्टा ने पन्नु को सामने आकर बात करने चेतावनी दी है और भारत सरकार से जल्द पन्नु पर कार्यवाही करने की मांग की है।
बिट्टा ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि गुरपतवंत सिंह पन्नू पाकिस्तान और आईएसआई के इशारे पर काम कर रहा है। बिट्टा ने पन्नू को चेतावनी दी है कि वह हिमाचल के मुख्यमंत्री को बार-बार धमकी देना छोड़ दें। अगर हिम्मत है तो उनसे आकर बात करें।
उन्होंने कहा कि पन्नू ने पगड़ी कभी पहनी नहीं। दाढ़ी कभी रखी नहीं, वह कहां का सिख बन गया। उन्होंने कहा कि हिमाचल, पंजाब और सारा देश हमारा है। इसलिए सभी को खालिस्तान मुर्दाबाद कहना होगा। यह आवाज गुरुद्वारा से भी उठनी चाहिए।
बिट्टा ने कहा कि हिमाचल देवभूमि है और यहां सुरक्षा को अहमियत नहीं दी जाती। लेकिन पन्नु जैसे गुंडे मुख्यमंत्री को धमकियां दे रहे हैं। प्रदेश के सिखों को इस लड़ाई में एक होना होगा। खालिस्तान न कभी था न ही होगा। हिमाचल के सिखों को खालिस्तान के खिलाफ आवाज उठानी होगी। उन्होंने भारत सरकार को इसे गम्भीरता से लेकर पन्नु को विदेश से पकड़कर सलाखों के पीछे करने की मांग की है।