➤ भाजपा अध्यक्ष और विधायक पर हत्या की कोशिश का मामला दर्ज
➤ बिंदल बोले– सरकार कर रही एकतरफा कार्रवाई, पुलिस पर उठाए सवाल
➤ युवती लापता प्रकरण में राजनीतिक षड्यंत्र का आरोप
देवेंद्र वर्मा, नाहन
हिमाचल प्रदेश के सिरमौर जिले के माजरा थाना क्षेत्र में युवती लापता मामले में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल और पांवटा साहिब के भाजपा विधायक सुखराम चौधरी पर हत्या के प्रयास और धारा 163 के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया है। इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। भाजपा अध्यक्ष बिंदल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र करार देते हुए सरकार पर राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को फँसाने का आरोप लगाया है।
नाहन में मीडिया से बातचीत में डॉ. बिंदल ने कहा कि जिस दिन की घटना का उल्लेख एफआईआर में किया गया है, उस दिन वे और विधायक सुखराम चौधरी मौके पर पुलिस के साथ मौजूद थे और स्थिति को शांतिपूर्ण बनाए रखने का प्रयास कर रहे थे। ऐसे में उनके विरुद्ध हत्या के प्रयास जैसे गंभीर आरोप लगाना दुर्भाग्यपूर्ण और चौंकाने वाला है। उन्होंने कहा कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर भी झूठे मामले दर्ज किए गए, जबकि एक धर्म विशेष के पक्ष में पुलिस प्रशासन झुका हुआ दिख रहा है।
डॉ. बिंदल ने यह भी आरोप लगाया कि असली दोषियों के विरुद्ध अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि युवती को अगवा करने वालों, हिंदू समाज पर पथराव करने वालों और महिलाओं पर लाठियां बरसाने वाले पुरुष पुलिसकर्मियों के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई, जबकि कई महिलाओं को गंभीर चोटें आईं हैं।
भाजपा अध्यक्ष ने पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल उठाते हुए कहा कि 13 जून को पुलिस द्वारा दोपहर 12 बजे तक युवती को सामने लाने का आश्वासन दिया गया, फिर शाम 5 बजे तक का समय बताया गया, लेकिन युवती को प्रस्तुत नहीं किया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस को पहले से पता था कि युवती और युवक कहाँ हैं, जिससे साफ होता है कि सरकार वोट बैंक की राजनीति के तहत काम कर रही है।
फिलहाल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. बिंदल और विधायक सुखराम चौधरी के खिलाफ हत्या के प्रयास और धारा 163 के उल्लंघन के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही, हिंदू संगठनों से जुड़े चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बिंदल ने सरकार पर लोकतांत्रिक मूल्यों का हनन करने और एकतरफा कार्रवाई करने का आरोप लगाया है।