प्रदेश में ट्रांसगिरी क्षेत्र के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने पर प्रतिभा सिंह के बयान पर बीजेपी नेता बलदेव तोमर ने चुटकी ली है.
बलदेव तोमर ने कहा कि हर बात का क्रेडिट लेने में माहिर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह कहती हैं कि ट्रांसगिरी क्षेत्र के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने से वीरभद्र सिंह की पुरानी मांग पूरी हुई.
मिली जानकारी के मुताबिक बलदेव तोमर ने कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष से पूछा कि प्रतिभा सिंह कह रही हैं वीरभद्र सिंह की पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने अपने शासनकाल के दौरान प्रदेश में हाटी समुदाय को जनजाति दर्जा देने की मांग केंद्र से की थी और उन्हें खुशी है कि आज स्व. वीरभद्र सिंह की हाटी को जनजाति दर्जे की मांग फलीभूत हुई है.
वहीं, बलदेव तोमर ने पूछा यदि वीरभद्र सिंह इतने बड़े नेता थे तो वो हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा क्यों नहीं दिलवा सके, जबकि इतने लंबे समय तक केंद्र में कांग्रेस की सरकार रही.
उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि तत्कालीन हिमाचल कांग्रेस सरकार ने मई 2005 में इसका प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा मगर यूपीए सरकार ने इसे खारिज कर दिया था. इसके बाद राज्य की कांग्रेस सरकार ने कुछ नहीं किया.
जबकि मई 2014 तक केंद्र में कांग्रेस की ही सरकार थी और वीरभद्र सिंह 2012 में फिर से हिमाचल के मुख्यमंत्री बन चुके थे.
बलदेव तोमर ने कहा कि इसके विपरीत बीजेपी की सरकारों ने लगातार इस मामले पर काम किया और तकनीकी अड़चनों को दूर किया. जो कांग्रेस डबल इंजन पर सवाल पूछती थी आज उसे एक बार फिर जवाब मिला है कि केन्द्र और प्रदेश सरकार ने मिलकर इस लंबे समय से लंबित मांग को पुरा किया.
इससे पहले एम्स, ऊना में पीजीआई सेटेलाइट सेंटर, शिमला में सुपर स्पेशियलिटीज संस्थान, फोरलेन, रोपवे, उड़ान योजना, बल्क ड्रग पार्क, मेडिकल डिवाइस पार्क जैसी योजनाएं डबल इंजन सरकार का उदाहरण हैं.
लेकिन क्रेडिटजीवी कांग्रेस और उनकी प्रदेशाध्यक्ष को हर बात क्रेडिट लेकर जनता के बीच अपना ही मखौल बनवाने की आदत हो गई है.