मंडी: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महामंत्री और सुंदरनगर के युवा विधायक राकेश जमवाल ने सुक्खू सरकार के कैबिनेट विस्तार पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू का पहला मंत्रिमंडल विस्तार अफरा तफरी में हुआ है। उन्होंने कहा कि कैबिनेट विस्तार ने एक क्षेत्र को छोड़ कर पूरे प्रदेश को निराश किया है। क्षेत्रीय संतुलन को पूरी तरह नजरंदाज करते हुए केवल अपने राजनैतिक हितों को पूरा करने और विरोधियों को नीचा दिखाने के लिए एक संसदीय क्षेत्र में ही मंत्रियों और संसदीय सचिवों की फौज खड़ी कर दी है।
उन्होंने कहा कि राजनैतिक रूप से महत्वपूर्ण जिला मंडी और जिला कुल्लू को मंत्रिमंडल विस्तार में कोई तवज्जों नहीं मिली है जो दर्शाता है की कांग्रेस का नेतृत्व इन दोनों महत्वपूर्ण जिलों से कितना द्वेषपूर्ण व्यवहार करता है। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे छोटे राज्य में संसदीय सचिवों को नियुक्त कर प्रदेश की जनता पर करोड़ों रुपए का आर्थिक बोझ डाल मुख्यमंत्री ने अपरिपक्वता का परिचय दिया है और साबित किया है कि कांग्रेस सरकार जनता की कितनी हितैषी है।
प्रदेश महामंत्री ने सरकार के डीजल के ऊपर वैट बढ़ाने के निर्णय का विरोध करते हुए कहा की जहां पूर्व की भाजपा सरकार ने आम जनता को महंगाई से राहत देते हुए डीजल और पेट्रोल की कीमतों में भारी कमी की थी तो वहीं वर्तमान कांग्रेस सरकार ने एक महीने के कार्यकाल पूरा होने से पहले ही डीजल के दामों में भारी भरकम वृद्धि कर प्रदेश की जनता को मंहगाई का पहला तोहफा दे दिया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की कर्ज सीमा को भी बढ़ाने का निर्णय लेकर अपनी कथनी और करनी पर बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है और जल्द ही 3000 करोड़ के कर्ज का बोझ हिमाचल की जनता पर डालने की तैयारी कर ली है। उन्होंने कहा कि 6 मुख्य संसदीय सचिव, डीजल पर कर बड़ोतरी और कर्ज सीमा को 11 हज़ार करोड़ करना प्रदेश की जनता के साथ छल है जिसकी भारतीय जनता पार्टी कड़े शब्दों में निंदा करती है।