दिल्ली : ठियोग के पूर्व भाजपा विधायक स्वर्गीय राकेश वर्मा की धर्मपत्नी इंदू वर्मा ने कांग्रेस का दामन थाम लिया है. दिल्ली में हिमाचल कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, AICC महासचिव मुकुल वासनिक और प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह की मौजूदगी में उन्होंने कांग्रेस ज्वाइन कर ली है.
इंदू वर्मा का कांग्रेस शामिल होना एक बड़े तुरुप के पत्ते के तौर पर देखा जा रहा है. राजनीति के जानकार मानते हैं कि इंदू वर्मा के परिवार का न सिर्फ ठियोग बल्कि आसपास के तीन विधानसभा क्षेत्रों में अच्छा-खासा प्रभाव है.
ठियोग, चौपाल और कुसुम्पटी में डालेंगी असर
इंदू वर्मा के कांग्रेस पार्टी में जाने के बाद ठियोग ही नहीं बल्कि कुसुम्पटी और चौपाल में मुकाबला दिलचस्प होने हो जाएगा. इनके कांग्रेस में आने से 2022 विधानसभा चुनाव में कई नेताओं का भविष्य दांव पर लग सकता है. इंदू के पति स्वर्गीय राकेश वर्मा ठियोग से तीन बार विधायक रहे हैं. इनके ससुर डीजीपी थे और आसपास के विधानसभा क्षेत्रों में राजनीति से हटकर भी लोगों का समर्थन रहा है.
गौरतलब है कि ठियोग में इंदू वर्मा के पति हर बार 20 हजार से ज्यादा वोट हासिल करते रहे हैं. उनका अपना खास वोट बैंक है.
चौपाल में भी डालेंगी असर
इंदू वर्मा का घर बलसन में है. इसलिए इनका सबसे ज्यादा प्रभाव चौपाल में होगा. कोटखाई और कसुम्पटी क्षेत्र में भी इनकी अच्छी पकड़ मानी जाती रही है.