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बलिदान दिवस पर भाजपा का संकल्प – एक विधान, एक निशान

 
➤श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती पर भाजपा ने दी श्रद्धांजलि
➤धारा 370 हटाने को बताया उनका सपना पूरा होना
➤भाजपा नेताओं ने बलिदान और राष्ट्रभक्ति को किया याद



भाजपा मुख्यालय दीपकमल चक्कर शिमला में शनिवार को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की 125वीं जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। कार्यक्रम में डॉ. मुखर्जी के राष्ट्रभक्ति, बलिदान और उनके विचारों को याद किया गया। मुख्य वक्ता वरिष्ठ भाजपा नेता गणेश दत्त ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि नेहरू के निर्णयों के चलते देश में दो विधान, दो निशान और दो संविधान जैसी विसंगतियां पैदा हुईं, जिनका मुखर विरोध डॉ. मुखर्जी ने किया। उन्होंने कहा कि भाजपा के हर कार्यकर्ता का संकल्प था – जहां हुए बलिदान मुखर्जी, वो कश्मीर हमारा है, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने पूरा कर दिखाया।


गणेश दत्त ने कहा कि धारा 370 का खत्म होना डॉ. मुखर्जी के सपनों का साकार होना है। उन्होंने उनके जीवन संघर्ष और योगदान को ऐतिहासिक करार दिया। कार्यक्रम में भाजपा प्रदेश संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, प्रत्याशी संजय सूद, रवि मेहता, महिला मोर्चा महामंत्री वंदना योगी, मीडिया प्रभारी कर्ण नंदा, कोषाध्यक्ष कमल सूद, जिला अध्यक्ष केशव चौहान और कई अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी उपस्थित रहे


सभा में वक्ताओं ने कहा कि डॉ. मुखर्जी भारतीय जनसंघ के संस्थापक, महान शिक्षाविद और राष्ट्रभक्त थे। उनका जन्म 6 जुलाई 1901 को कोलकाता में हुआ। उन्होंने बंगाल की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और नेहरू मंत्रिमंडल में उद्योग मंत्री बने, लेकिन नेहरू-लियाकत समझौते के विरोध में इस्तीफा दे दिया।


गणेश दत्त ने कहा कि उनके बलिदान के बाद ही कश्मीर में धारा 370 खत्म करने की नींव पड़ी। उन्होंने कहा कि डॉ. मुखर्जी के विचार आज भी भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत हैं
कार्यक्रम के अंत में पुष्पांजलि अर्पित कर सभी नेताओं ने एक भारत, श्रेष्ठ भारत का संकल्प दोहराया।
इस अवसर पर मंडल अध्यक्ष राजीव पंडित, पूर्व युवा मोर्चा अध्यक्ष अमित ठाकुर, युवा कार्यकर्ता अचल पठनीय और अधिवक्ता विवेक शर्मा भी मौजूद रहे।