भारतीय जनता पार्टी मंडी ज़िलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने मंडी की सराज विधान सभा के मुख्यालय थुनाग में पिछले चार महीनें में तीन बार एसडीएम बदलने पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सरकार द्वारा थुनाग में बार-बार एसडीएम बदलने को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि एक तरफ़ प्रदेश आपदा से जूझ रहा है। थुनाग प्रदेश के सर्वाधिक आपदा प्रभावित क्षेत्रों में से एक रहा है।
‘हाल ही में सड़कें बंद होने की वजह से सराज के कई क्षेत्रों में राशन का संकट उत्पन्न हो गया था। पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने इसके लिए गृहमंत्री, रक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री से बात की थी, इसके बाद वायु सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा बाली चौकी, और छतरी कई ज़्यादातर इलाक़ों में राशन की सप्लाई हुई थी।
इस प्रकार से आपदा की चपेट में आने वाले क्षेत्रों में अधिकारियों की तैनाती में इस तरह से काम करेगी तो प्रशासन आपदा से कैसे निपटेगा। एसडीएम ही स्थानीय स्तर का प्रमुख अधिकारी होता है। यदि सभी बार-बार तबादले के फेर में उलझा रहेगा तो राहत और पुनर्वास के कार्यक्रम को कैसे करेगा।
आपदा के दौरान चार महीनें में तीन बार थुनाग में एसडीएम के बदलने का क्या औचित्य है। सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए। इसके साथ ही सरकार को इस बात जा भी जवाब देना चाहिए कि थुनाग नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की विधान सभा का मुख्यालय है, इसलिए थुनाग में तैनात अधिकारियों के साथ इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है।